हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हर किसी के जहन में प्रश्नचिन्ह है। क्योंकि आए दिन महिलाओं के साथ रेप की दुर्घटना देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं बल्कि अब गुनहग़ार रेप करने के बाद महिला की जान तक लेने में नहीं कतरा रहे हैं। अब ऐसे में यह सब देखकर इतना तो साफ है कि भारत की महिलाएं सेफ नहीं हैं।
हैदराबाद और उन्नाव में हुए बड़े हादसों के बारे में हम सभी जानते हैं। जिसमें हैदराबाद के आरोपियों को तो मौत के खाट उतार दिया गया है लेकिन उन्नाव की पीड़िता को अभी तक इंसाफ नहीं मिला है।
इनके अलावा निर्भया के केस के बारे में कौन नहीं जानता। दुख की बात तो यह है कि निर्भया के साथ दुष्कर्मऔर मर्डर हुए सात साल हो चुके हैं और अभी तक आरोपियों को सजा नहीं मिली है।

लेकिन महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों को देखते हुए सरकार ने एक नया कदम उठाया है। जोकि महिलाओं के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। दरअसल सरकार द्वारा फैसला लिया गया है कि अब भारत के हर पुलिस थाने में एक ‘महिला हेल्प डेस्क’ होगा, जिसमें केवल महिला पुलिस कर्मी ही महिलाओं की समस्या सुनने के लिए तैनात की जाएंगी।

यह फैसला वीरवार (5/12/19) देर शाम गृह मंत्रालय में लिया गया। इसके अलावा निर्भया फंड से 100 करोड़ देने का निर्णय लिया गया है।
बता दें केंद्र सरकार द्वारा हर राज्य और केंद्रशासित प्रदेश में यह योजना लागू करने का फैसला लिया गया है। 2012 में दिल्ली गैंगरेप और मर्डर की घटना के बाद सरकार ने 2013 में निर्भया फंड की स्थापना की थी। जिसे महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रयोग किया जाएगा।
