1. मोमबत्ती को जलाने से पहले कुछ देर साबुन के झाग में डुबोकर रखें और फिर सुखा कर जलाएं। दोगुनी देर जलेगी। ध्यान रहे कि मोमबत्ती का धागा गीला न हो।

  2.  पॉलिश वाले फर्नीचर पर अगर दाग या खरोंच पड़ जाए या कहीं से पॉलिश खराब हो जाए तो उसके लिए दो-तीन रंगों की जूतों की पॉलिश लें और उन्हें थोड़ा-थोड़ा मिलाकर अपने फर्नीचर जैसा रंग बना लें।अब एक साफ सूखे कपड़े से सब निशानों पर इसे लगा दें और कुछ घंटे सूखने दें। फिर कपड़े से हल्के हाथ से उसे रगड़ दें।वैसे तो एक बार में ही अच्छे नतीजे प्राप्त हो जाते हैं, फिर भी अगर आप उसके रंग से संतुष्ट न हों तो इसी प्रक्रिया को दोहरा लें।
  3. घर में पेंट कराने के बाद अक्सर कुछ अतिरिक्त पेंट बच जाता है। इन थोड़े-थोड़े रंगों के पेंट के डिब्बों को हम सहेजकर अगली बार प्रयोग के लिए रख देते हैं,जो एक बड़ा सिरदर्द साबित होता है। एक तो यह सामान जगह काफी घेरता है, दूसरे अगले साल तक पेंट सूख जाते हैं और वैसे भी अगली बार वही पुराना कलर कराने को किसका मन करता है। करे भी तो उसकी मात्रा इतनी कम होती है, कि पूरे रूम में वह हो ही नहीं सकता। इस झंझट से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि उन्हें उठाकर रखें ही नहीं। इन सबको मिलाकर एक कलर बना लें और गमलों, स्टोररूम, गलियारे आदि पर इससे पेंट करा लें।
  4. फूलदान में फूल सजाते वक्त फूलों की डंडियों को काट-छांट कर अपने हिसाब से छोटा-बड़ा करना होता है। अगर किसी फूल की डंडी ज्यादा छोटी हो जाए तो घबराएं नहीं। एक स्ट्रॉ को डंडी के नीचे फंसाकर आप मनचाही लंबाई प्राप्त कर सकती हैं।
  5. चांदी का सामान जिस दराज या अलमारी में रखते हों, उसकी तली में एक मोटा कपड़ा- वेलवेट,कॉट्सवूल या कोई पुराने कंबल का टुकड़ा बिछा दें। रखते निकालते हुए सामान आवाज भी नहीं करेगा और स्क्रैच आदि लगने का डर भी नहीं रहेगा।