फर्नीचर चाहे वह किसी भी किस्म का हो, उस पर लगे दाग धब्बे और खरौंचें उसे खराब बना देते हैं। यदि ये लग ही जाएं, तो उन्हें कैसे मिटाएं और क्या उपाय करें जिससे वे सदैव नए जैसे दिखाई दें, आइये, डालते हैं इन सब पर एक नजर। फर्नीचर आपके घर की शोभा है। यदि उनका रख रखाब सही है, तो उनका आकर्षण कभी कम न होगा और हर आगंतुक की आप वाहवाही पाएंगी।
लकड़ी के फर्नीचर

- लकड़ी के फर्नीचर सर्वाधिक लोकप्रिय हैं क्योंकि ये टिकाउ होते हैं और मेंटनेंस भी कम मांगते हैं। लेकिन इसकी महत्ता तभी है जबकि वह सदैव चमकते-दमकते रहें।
- लकड़ी के फर्नीचर में हल्के फुल्के दाग लग जाते हैं। इन्हें छिपाने के लिए उस पर पाॅलिश करना एक बेहतर विकल्प है। इससे वह नया जैसा चमकने लगेगा।
- लकड़ी के फर्नीचर पर दाग धब्बे लग गए हों तो पे्ट्रोलिटम जैली को लगाएं और गीले कपड़े से पौंछ दें।
- लकड़ी के फर्नीचरों पर पड़े मैल के काले धब्बे पोटेशियम परमेगनेट के घोल दो साफ हो जाते हैं।
- यदि फर्नीचर पर पानी के धब्बे पड़ गए हों तो सबसे अच्छा उपाय जैतून के तेल में नमक मिलाकर साफ करना है।
- यदि फर्निचर पर चिकनाई के दाग लगे हों तो सिरके में कपड़ा भिगोकर रगड़ें।
- यदि सूखे पेंट के दाग लग गए हो तो थोड़ा सा अलसी का तेल लगाकर कुछ देर बाद कपड़े से पौंछ दें।
- स्टीकर के दाग लगे हों तो उस पर थोड़ी सी पेट््रोलियम जैली लगाएं तथा कुछ देर बाद हाथ से निकाल दें।
- यदि फर्नीचर पर खरोंच आ गई हो तो मैथिलेटेउ स्पिरिट और जेतून के तेल की समान मात्रा लेकर प्रभावित स्थान पर लगाकर कपड़े से रगड़ दें। खरोंचे गायब हो जाएंगी।
- यदि लकड़ी का फर्नीचर गहरे रंग का है और उस पर खरोंच लगी हो तो उस पर काॅफी का गाढा घोल लगाकर कपड़े से हल्के से रगड़ें दो चार बार ऐसा करने खरौंच मिट जाएगी।
- नक्काशीदार लकड़ी का फर्नीचर हो तो दाढ़ी बनाने वाले ब्रश को स्पिरिट में भिगोकर रगड़ें । फर्नीचर में नई जान आ जाएगी।
- लकड़ी के फर्नीचर में दीमक लगने का अंदेशा भी रहता है। इसलिए समय समय पर उस पर पेंट या वार्निश कराना ठीक रहता है।
- लकड़ी के फर्नीचर में दीमक बहुत जल्दी लग जाती है, इसलिए समय समय पर कीटनाशक दवा छिड़कनी चाहिए। केरोसिन या तारपीन के तेल से भी दीमकें नष्ट हो जाती हैं।
- यदि फर्नीचर की प्लाई उखड़ रही हैं या चटक रही है तो कारपेंटर को बुलाकर उसे दिखाना चाहिए। यदि वह चिपक सकती हो तो कम खर्च में फर्नीचर ठीक हो जाएगा। अन्यथा प्लाई को बदलवा लेना ही ठीक होगा।
- प्लाई वाले फर्नीचर पर गर्म या भारी सामान न रखें अन्यथा वह खराब हो सकती है। उसमें दरार भी पड़ सकती है।
- बारीश के मौसम में लकड़ी के फर्नीचर को पानी से बचाना बहुत जरूरी है, अन्यथा उसकी सीलन से फर्नीचर खराब हो सकता है या सड भी सकता है। फर्नीचर को सीधा धूप से बचाना भी जरूरी है अन्यथा उसे क्षति पहुंचती है।
- कुछ घरेलू उपाय ऐसे हैं जिनसे आप लकड़ी के फर्नीचर को चमका सकते हैं। मिनरल आॅयल में नींबू का रस मिलाकर इसमें कपड़ा भिगोकर फर्नीचर पर दो तीन बार लगाएं।
- जैतून के तेल से भी लकड़ी के फर्नीचर को चमका सकते हैं। थोड़ा सा तेल छिड़के और उसे फर्नीचर पर फैला दें। 10 मिनट बाद सुखे कपड़े से पौंछ दें।
- लकड़ी के फर्नीचर को सीलन और वर्षा से बचाएं। अन्यथा वे फूल जाएंगे।
बेंत और बांस के फर्नीचर

- बेंत और बांस से बने फर्नीचर बड़े नाजुक होते हैं, अतः उनकी हिफाजत करना जरूरी है।
- बेंत के फर्नीचर को गुनगुने पानी से धोना चाहिए। बाद में, अलसी और तारपीन का तेल मिलाकर लगा देना चाहिए। बेहतर होगा कि इसे ब्रश की सहायता से लगाएं।
धातु के फर्नीचर

- आजकल धातुओं से बने फर्नीचों का चलन है। खासतौर पर पीतल, स्टील और एल्यूमिनियम का । लकड़ी के फर्नीचरों की तुलना में ये विशिष्ट देखभाल मांगते हैं।
- पीतल जड़े फर्नीचर को, यदि वह अधिक गंदा हो तो आक्सेलिक एसिड से साफ करें। फिर पीतल की पाॅलिश करें।
- पीतल के फर्नीचर को चमकाने के लिए नींबू को काटकर नमक लगाकर रगड़ें। फर्नीचर चमक उठेगा।
- एल्यूमिनियम से बने फर्नीचर को साबुन से धोकर साफ, सुखे कपड़े से रगड़कर पौंछ दें।
- स्टील के फर्नीचर को चमकाने हेतु प्याज के रस में सिरका मिलाकर रगड़ें।
- ज्ंग के दाग मिटाने के लिए फर्नीचर पर आॅक्सेलिक एसिड का घोल लगाएं तथा कुछ देर बाद बोरेक्स के घोल को कपड़े की सहायता से रगड़ें।
- चांदी के फर्नीचरों में समय के साथ चांदी काली पड़ जाती है। एक बाउल में एक छोटा टुकड़ा अल्युमिनियम फाइल और एक चम्मच बैकिंग सोडा लेकर स्क्रबर से 10 सेकंड रगड़ें।
- केचअप डालकर 10 मिनट बाद मुलायम कपड़े से रगड़ दें। टूथपेस्ट को टूथब्रश से रगड़कर फर्नीचर को पानी से धोलें चाहे तो हैंड सेनेटाइजर को मुलायम कपड़े में लेकर फर्नीचर पर रगड़ें।
लेदर के फर्नीचर

- लेदर के फर्नीचरों की विशेष देखभाल करने की आवश्यकता होती है। यदि उसे तेज धूप में रखा जाएगा तो न केवल उसका रंग ही खराब होगा अपितु वह सिकुड़ भी सकता है।
- कुछ कंपनियां लेदर के फर्नीचर के साथ फर्नीचर क्लीनर भी देती हैं, जिनका इस्तेमाल उन्हें साफ करने में करना चाहिए। यदि कंपनी द्वारा यह मुहैया नहीं कराया हो, तो वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- एक बात का सदैव ध्यान रखें कि चमड़े के फर्नीचर पर कभी भी साबुन या पानी का इस्तेमाल न करें। अन्यथा वह खराब हो सकता है।
- मार्केट में कई तरह के लेदर फर्नीचर प्रोडक्ट मिलते हैं जिनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- यदि फर्नीचर पर चमड़ा चढ़ा हुआ है और चमडे पर दाग धब्बे हो तो एक भाग सिरका तथा दो भाग अलसी का तेल मिलाकर कपड़े से साफ करें। यदि दाग न छूट रहे तो अल्कोहल रगड़ें।
प्लास्टिक के फर्नीचर

- प्लास्टिक के फर्नीचर सस्ते भले ही आते हैं लेकिन यदि उनका रखरखाब ठीक से नहीं किया गया तो वे जल्दी टूट जाते हैं।
- प्लास्टिक के फर्नीचर को तेज धूप में न रखें अन्यथा वे खराब हो जाएगें। इसी प्रकार उन्हें बारिश से भी बचाएं।
- प्लास्टिक के फर्नीचर को साफ करने के लिए हल्के साबुन का घोल बनाएं और मुलायम कपड़े की सहायता से धोएं।
- प्लास्टिक के फर्नीचरों को चमकाने के लिए उन पर मिट्टी का तेल लगाकर थोड़ी देर धूप में रख दें।
रेक्जीन के फर्नीचर

- रेक्जीन के बने फर्नीचर अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं लेकिन रेक्जीन का जल्दी कटने-फटने का अंदेशा रहता है। रेक्जीन का सोफा साफ करने के लिए हल्के वाॅशिगं पाउडर का घोल बना लें। ध्यान रहे, पानी दरारों से भीतर नहीं जाए।
- इसके लिए साबुन के घोल में कपड़ा भिगोकर हल्का निचोड़ ले और फिर सोफे पर रगड़े।
- रेक्जीन के फर्नीचर को साबुन के घोल से धोकर सुखा लें। सुखने पर अलसी के तेल की मालिश कर दें।
कांच का फर्नीचर

- कांच का फर्नीचर बड़ा नाजुक होता है, अतः उसे टूटने फूटने से बचाना चाहिए।
- कांच के फर्नीचर पर लगे दाग धब्बों को दूर करने के लिए बोरेक्स के घोल का इस्तेमाल करें।
- कांच के फर्नीचर को चमकाने हेतु पुराने अखबार को पानी में भिगोकर रगड़ें तथा फिर सुखे अखबार से रगड़ें वे नए जैसे चमक उठेंगे।
सुदामा नगर राम टेकरी मंदसौर (म0 प्र0)
