ऐसे में आखिर वहां क्या करें जो अपने लिए कुछ समय निकाल सकें। इसके लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं।
सबसे पहले सुबह की प्लानिंग रात को करके सोना चाहिए कि उन्हें सुबह क्या करना है ताकि उनका समय बच सके।
रात में यह सोच लें कि सुबह आपको बनाना क्या है। बच्चों को नाश्ते और लंच में क्या चाहिए उनसे पूछ लें। सुबह-सुबह बच्चों के नखरे करने पर उसे मनाने में बहुत समय बर्बाद हो जाता है। इससे न तो बच्चा नखरा करेगा और न ही उसे मनाने में समय बर्बाद होगा।
रात में ही देख लें कि बच्चों के लंच बॉक्स साफ हैं या नहीं, उसे रात में ही साफ करके रख लें।
बच्चों के जूते साफ हैं या नहीं। इसे पहले नोटिस कर लें और रात में ही जूतों पर पॉलिश कर लें। अगर बच्चे थोड़े बड़े हो गए हो तो उन्हें समझाएं, उन्हें बताएं कि अपना काम खुद करना चाहिए।
पति व परिवार के अन्य सदस्यों से पूछ लें कि सुबह क्या खाना पसंद करेंगे और लंच में क्या लेंगे, क्योंकि अक्सर सुबह-सुबह इसके बारे में पता चलने पर फालतू में बहुत सारा समय बर्बाद हो जाता है।
पति को अपने कपडे़ खुद तैयार करने के लिए कहें या फिर पति से पूछकर उनके लिए सुबह के कपड़े निकाल कर रख दें।
घर में सास-ससुर या कोई बुजुर्ग हैं तो उनके दवा और अन्य कामकाज को पहले से ही करके रखें।
अपने लिए डिसाइड कर लें कि सुबह क्या पहनकर आॉफिस जाएंगी। अक्सर सुबह ड्रेस डिसाइड करने में काफी वक्त लग जाता है।
