भारत के बाहर भी हैं लोकप्रिय हिंदू मंदिर

सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में भी है हिन्दू मंदिरों की अलग पहचान जाने कौन- कौन से मंदिर है खास

Hindu Temples outside India: सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हिन्दू मंदिरों की अपनी एक अलग प्रसिद्ध है। वहां भी लोगों की मंदिरों के प्रति आस्था और भक्ति उतनी ही है, जितनी यहां। जैसे भारत के हर राज्य में कई हिन्दू देवी-देवताओं के प्राचीन मंदिर हैं। देश के हर गली-मोहल्ले में भी आपको एक मंदिर जरूर मिल जाएगा। वैसे ही विदेशों में भी कई हिंदू देवी-देवताओं के मंदिर हैं। ये सभी मंदिर दुनियाभर में बहुत प्रसिद्ध हैं और दुनिया के कोने-कोने से लोग यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। आज हम आपको विदेश में स्थित इन मंदिरों के बारे में बताएंगे।

अंगकोर वाट, कंबोडिया

भारत से 4800 कि.मी. दूर कंबोडिया देश जहाँ पर है विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू मंदिर परिसर तथा विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक भी। हम बात कर रहे हैं विशालकाय हिन्दू मंदिर की, यह मंदिर है अंकोरवाट मंदिर जो कम्बोडिया के अंकोर में स्थित है। इसका पुराना नाम यशोधपुर था। यह मंदिर दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक स्मारकों में से एक है। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंदिर का निर्माण लगभग 12वीं सदी में कम्बोडिया के खमेर राजा सूर्यवर्मणाम द्वितीय ने करवाया था। इंडोनेशिया के निवासी इस मंदिर को पानी में डूबा हुआ मंदिर का बगीचा भी कहते है। इस मंदिर को 1992 में यूनेस्को ने विश्व विरासत में भी शामिल किया है। तो जब भी आप विदेश यात्रा पर यहाँ आए तो इस बेहतरीन और भव्य मंदिर के दर्शन ज़रूर करें।

वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, यूनाइटेड स्टेट्स

यह मंदिर यूनाटेड स्टेट्स के जार्जिया में स्थित है। दक्षिण भारतीय कलाकृति से सजे इस मंदिर का निमार्ण 1990 में करवाया गया था। इसमें दो मंदिर हैं, एक भगवान वेंकेटेश्वर का और दूसरा भगवान शिव का। जार्जिया स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर दुनियाभर में बहुत प्रसिद्ध है। यह मंदिर दक्षिण भारतीय कलाकृति से सजा हुआ है। यहाँ परिसर में भगवान वेंकेटेश्वर के साथ भगवान शिव का मंदिर है। भले ही आपने बहुत से मंदिर देखे होंगे लेकिन अगर मौका लगे तो विदेशों में स्थित इन मंदिरों को एक बार जरूर देंखे।

प्रम्बानन मंदिर, इंडोनेशिया

इंडोनेशिया में स्थित प्रम्बानन मंदिर को नौवीं शताब्दी में बनाया गया था और यह यहाँ का सबसे बड़ा मंदिर है। यह ना सिर्फ इंडोनेशिया बल्कि साउथ एशिया का भी सबसे बड़ा मंदिर है। इस मंदिर में मुख्य रूप से त्रिदेव यानि भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा की पूजा की जाती है। इस मंदिर को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज घोषित किया है।

कटास राज मंदिर, पाकिस्तान

कटास राज मंदिर पाकिस्तान में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में स्थित है। यह मंदिर चकवाल गांव से लगभग चालीस किलोमीटर की दूरी पर कटस में एक पहाड़ी पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण छठी शताब्दी से नौवीं शताब्दी के बीच करवाया गया था। यह माना जाता है कि महाभारत काल में भी यह मंदिर था। पांडवों की इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां प्रसिद्ध हैं। ऐसा भी माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल से यहाँ पर है।

पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल

नेपाल का पशुपतिनाथ मंदिर दुनिया से कुछ सबसे प्राचीन हिन्दू मंदिरों में से एक है। यह मंदिर काठमांडू में बागमति नदी के किनारे स्थित है। इस मंदिर में भगवान शिव के एक रूप पशुपति की पूजा की जाती है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की लगभग 1 मीटर ऊंची चार मुंह वाली प्रतिमा स्थापित है। काठमांडू में बागमति नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में भगवान शिव के एक रूप पशुपति की पूजा की जाती है। युनेस्को ने इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा दिया है।

मुन्नेश्वरम मंदिर, श्रीलंका

श्रीलंका के मुन्नेश्वर गाँव में स्थित मुन्नेश्वरम मंदिर के प्रति लोगों में बहुत आस्था है। इस मंदिर परिसर में 5 मंदिर हैं जिनमें भगवान शिव और देवी काली का भी मंदिर है। मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का संबंध रामायण काल से है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने रावण का वध करने के बाद इसी जगह पर भगवान शिव की आराधना की थी। यह मंदिर यहाँ के स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। यह मंदिर दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली में निर्मित है और इस मंदिर में श्रीलंका और भारत के लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आप भी जब श्रीलंका की यात्रा पर जाए, तो इस बेहतरीन मंदिर के दर्शन ज़रूर करें।

सागर शिव मंदिर, मॉरिशस

मॉरिशस में स्थित सागर शिव मंदिर हिन्दुओं का एक पवित्र धार्मिक स्थल है। इस मंदिर का निर्माण साल 2007 में किया गया था। इस मंदिर में भगवान शिव की 108 फीट ऊंची कांसे की प्रतिमा स्‍थापित है। यहाँ के स्थानीय लोगों में इस मंदिर के प्रति बहुत आस्था है। हर साल लाखों पर्यटक इस मंदिर में भगवान शिव का दर्शन करने आते हैं।

मुरुगन टेंपल, ऑस्ट्रेलिया

यह मंदिर ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में स्थित है। भगवान मुरुगन का यह भव्‍य मंदिर न्यू साउथ वेल्स के पहाड़ों पर स्थित है क्‍योंकि भगवान मुरुगन को पहाड़ों का देवता है माना जाता है। इस मंदिर के प्रति सिडनी में रहने वाले हिन्दू धर्म के लोगों के मन में बहुत आस्था है। इस मंदिर को ‘सिडनी मुरुगन’ नाम से भी जाना जाता है। सिडनी में बसा यह मंदिर हिन्दू धर्म वालों के लिए आस्था का केन्‍द्र है।