Google Theft Detection Feature: मोबाइल फोन के चोरी होने के बाद हमें अक्सर उसमें मौजूद डाटा और डॉक्यूमेंट के चोरी होने का खतरा लगा रहता है। और कई बार चोरी हुए फोन से डाटा चोरी हो भी जाता है। लेकिन गूगल मोबाइल फोन यूजर्स के लिए एक अपडेट लेकर आया है जो चोरी या खोये हुए मोबाइल फोन से डाटा चोरी होने के खतरे को खत्म करेगा। इस नए अपडेट OS Android 15 को थेफ्ट डिटेक्शन फीचर नाम दिया गया है। ये फीचर क्या है और कैसे काम करेगा, आईए जानते हैं-
क्या है थेफ्ट डिटेक्शन फीचर?
गूगल के एंड्रॉइड 15 बीटा वर्जन AI का इस्तेमाल करते हुए चोरी हुए या खो गए मोबाइल फोन को पता लगाने में करेगा। चोरी हो जाने या खोने की स्थिति में यदि कोई उस डिवाइस को इस्तेमाल करता है तो स्मार्टफोन के जाइरोस्कोप और एक्सेलेरोमीटर जैसे सेंसर आपके फोन के पैटर्न को ट्रैक करेंगे। जैसी ही फोन के पैटर्न में बदलाव होगा, आपका फोन खुद-ब खुद लॉक हो जायेगा। जिसके बाद अन्य किसी के लिए फोन को अनलॉक करना मुमकिन नहीं होगा। और इससे आपका डाटा कोई भी आसानी से नहीं चुरा पायेगा।
इस साल तक सभी यूजर्स को मिलेगा फीचर
यदि कोई आपके चोरी हुए मोबाइल फोन को रीसेट करने का प्रयास करता है तो उसके लिए उसको मोबाइल फोन और गूगल क्रेडेंशियल्स की जानकारी के बिना नहीं कर सकते। ऐसे में कोई भी इस फोन को न ही बेच पायेगा और न ही इस्तेमाल कर पायेगा। गूगल ने अपने इस फीचर की जानकारी अपनी एनुअल डेवलपर कॉन्फ्रेंस (Google I/O 2024) में की। ये फीचर इस साल के अंत तक एंड्रायड 10 और उसके बाद के सभी OS वर्जन में उपलब्ध करा दिया जाएगा।
सेफ रहेगा आपका डाटा
साथ ही गूगल आपके डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्राइवेट स्पेस (Private Space) का ऑप्शन भी जोड़ने जा रहा है। इस स्पेस में आप बैंकिग एप्लीकेशन को स्टोर कर पाएंगे। इन ऐप्स तक पहुंचने के लिए पिन या आपके बायोमेट्रिक्स, जैसे फिंगरप्रिंट या फेस लॉक का उपयोग करता है, जिससे आपका डाटा सुरक्षित रहेगा।