Mother and Kids Bonding
Mother and Kids Bonding

माँ के गुस्से के पीछे के छुपे होते हैं कई सकारात्मक पहलू

बच्चों में लापरवाही का सबसे बड़ा कारण बन जाता है। बचपन से ही बच्चे को अपनी चीजों की कदर करना सिखाएं।

Mother and Kids Bonding: माँ सिर्फ शब्द नहीं बच्चों के लिए प्यार और ममता भरा गुनगुना एहसास है। माँ ही बच्चों की पहली गुरु और उनके जीवन का सबसे अहम हिस्सा होती है। माँ का प्यार और देखभाल बच्चों के लिए बहुत अनमोल होते हैं, लेकिन कई बार माँ का गुस्सा भी बच्चों के साथ ही जुड़ा होता है। माँ का गुस्सा, कभी-कभी बच्चों के व्यवहार की वजह से कुछ समय के लिए पनपता है, और थोड़े समय बाद सब ठीक हो जाता है, कई बार ये गुस्सा  तनाव या मानसिक दबाव की वजह से भी होता है। ऐसे में अक्सर घर परिवार के लोग माँ पर गुस्सैल माँ का ठप्पा लगा देते हैं, उनकी नज़रों में माँ का व्यवहार काफी नकारात्मक होता है,

आज हम आपको माँ के गुस्से के पीछे सकारात्मक पहलुओं के बारे में बताएंगे।

अक्सर माँ के गुस्से के पीछे बच्चों के व्यवहार के साथ साथ कई और बातें भी जुडी होती हैं। जब कभी माँ का गुस्सा बच्चों की वजह से बढ़े तो परिवार और दोस्तों को माँ को नकारात्मक रूप से देखने की जगह उनके मन में चल चल रही उलझन को समझने की कोशिश करनी चाहिए।

अक्सर बच्चे अपनी नासमझी और जिद की वजह से माँ को गुस्सा दिला देते हैं।  जब बच्चे अपनी इच्छाओं पर अड़े रहते हैं, तो माँ का गुस्सा फूट पड़ता है।  माँ अपने बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए उसे सही आदतें और सकारात्मक व्यवहार सिखाना चाहती हैं।

अक्सर देखा जाता है की छोटे बच्चों में स्वाभाविक रूप से लापरवाही होती है। वो अक्सर अपने कमरे को अस्त-व्यस्त छोड़ देते हैं, किताबों और खिलौनों को इधर-उधर फेंक देते हैं। ऐसे में माँ का समझाना और घर के दुसरे सदस्यों का कहना की बच्चा है सीख जाएगा, बच्चों में लापरवाही का सबसे बड़ा कारण बन जाता है। बचपन से ही बच्चे को अपनी चीजों की कदर करना सिखाएं।

माँ का गुस्सा, भले ही बच्चों के लिए कभी-कभी सख्त हो, लेकिन इसके कई सकारात्मक पहलू भी होते हैं। अक्सर ये गुस्सा बच्चों के लिए एक सीखने का मौका बन जाता है । माँ के गुस्से को समझने से बच्चों को अनुशासन, जिम्मेदारी और सही निर्णय लेने की समझ मिलती है।

माँ के गुस्से से तो बच्चों को ये सीख मिलती है कि किसी काम के लिए अनुशासन और जिम्मेदारी कितनी मायने रखती है। ये गुस्सा बच्चों को  सिखाता है कि उनकेकामों के लिए वो खुद जिम्मेदार हैं। इस तरह बच्चों में जिम्मेदारी आती है और वो अनुशासन में रहना भी सीख जाते हैं।

माँ का गुस्सा बच्चों के लिए एक तरह की चेतावनी भी साबित हो सकता है। ये उन्हें सही और गलत के बीच का फर्क समझाता है। साथ ही ये गुस्सा बच्चों को यह एहसास दिलाता है कि वे अपनी गलतियों को सुधारने के लिए हमेशा कोशिश करते रहें, ताकि वे जीवन में बेहतर फैसले ले सकें।

माँ का गुस्सा असल में उनके प्यार का ही एक रूप है। वे बच्चों के भले के लिए ही गुस्सा करती हैं, ताकि बच्चे अच्छे इंसान बन सकें। माँ का गुस्सा अक्सर इस उद्देश्य से होता है कि वे अपने बच्चों को एक बेहतर जीवन देने के लिए उनकी हर कमी को सुधार सकें।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...