वास्तुशस्त्र के अनुसार घर में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रसोई ,माना जाता है.रसोईघर को जितनी सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी उतना ही हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.किचन से जुड़ा वास्तुदोष कई बीमारियों और परेशानियों को जन्म देता है.वास्तु के अनुसार किचन हमेशा घर के अग्नेय कोण यानी दक्षिण-पूर्वी दिशा में होना चाहिए.यह दिशा अग्नि देव की होती है.यदि दक्षिण-पूर्व दिशा नहीं मिल पा रही है तो किचन को उत्तर-पश्चिम दिशा में भी बनवाया जा सकता है
अगर आप ग़लत दिशा में मुँह करके खाना बनाती हैं तो आपके परिवार में सुख समृद्धि नहीं रहेगी.इसके अतिरिक्त-
1-उत्तर दिशा की तरफ़ मुँह करके खाना पकाने से घर की सुख-शांति भंग होती है.इससे घर में लड़ाई-झगड़े और कलह की सम्भावना बढ़ती है.
2-वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा की ओर मुँह करके खाना बनाने से बिज़नेस को लगातार नुक़सान होता है साथ ही सम्पत्ति को हानि होती है
3-दक्षिण दिशा की तरफ़ चेहरा कर खाने पकाने से घर की महिलाएँ परेशान रहती हैं,उन्हें बार-बार डौक्टर के चक्कर लगाने पड़ते हैं.
4-जिन घरों के किचन में लोग पश्चिम दिशा की तरफ़ चेहरा कर खाना बनाते हैं,उस घर से बीमारी कभी दूर नहीं जाती.
5-पूरब ,या उत्तर दिशा की ओर मुँह करके खाना बनाने से घर में हमेशा सुख शांति बनी रहती है और घर रोगमुक्त भी रहता है.
6-किचन में चूल्हा,बर्नर,स्टोव या ओवन अग्निकोण या फिर पूर्व दिशा में ही रखना उचित माना जाता है.गैस जिस दिशा में रखी जाती है वह दिशा अग्निदेव की होती है.इससे व्यक्ति के अंदर ऊर्जा और आत्मविश्वास बढ़ता है.यह दिशा व्यक्ति को शीर्ष पर पहुँचाने की सकारात्मक ऊर्जा देती है. सिलिंडर को दक्षिण दिशा में रखना चाहिए.
7-गैस चूल्हा और सिंक के बीच दूरी होनी चाहिए या फिर बीच में छोटी लकड़ी या अन्य किसी चीज़ की दीवार बना दें,क्योंकि इन दोनों के पास में होने से घर के नौकर ज़्यादा दिन तक नहीं टिक पाते हैं.
8-स्लैब पर सामान इस तरह रखें कि खाना बनाते समय आपका मुँह पूर्व दिशा की ओर हो.
9-दक्षिण दिशा,मंगल ग्रह की दिशा होने की वजह से अत्यधिक गर्म दिशा है. इस दिशा में बना हुआ खाना मसालेदार होता है,जो सेहत के लिए ठीक नहीं होता. यहाँ पर गैस चूल्हा होने से व्यक्ति रिलैक्स नहीं कर पाता है तथा उसके मान सम्मान पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.अत्यधिक गर्म दिशा होने की वजह से भोजन जल्दी ख़राब भी हो जाता है.
10-यदि आपका किचन बड़ा है और आप वहाँ अपना रेफ्रीजरेटर रखना चाहतीं हैं तो उसे पश्चिम दिशा में रखें.लेकिन ध्यान रखें कि वो,वहाँ से एक फ़ुट की दूरी पर रखा हो.फ्रिज को नौर्थ ईस्ट दिशा में न रखें.
11-किचन में इस्तेमाल की जाने वाली मिक्सी या टोस्टर और भारी बर्तन,उत्तर पश्चिम में रखना उपयुक्त माना जाता है
12-रसोईघर में पीने का पानी,एक्वागार्ड,फ़िल्टर आदि पूर्व या पूर्व-उत्तर कोने में रखें
१३-इसके अतिरिक्त अगर किचन के नल से पानी टपक रहा है तो उसे ठीक करवाएँ .इतना ही नहीं घर के किसी भी नल से यदि पानी टपक रहा है तो उससे घर की बर्बादी को निश्चित माना जाता है
१४-रसोईघर को बहुत पाक-साफ़ रखना चाहिए. झूठे बर्तनों को बहुत देर तक रसोईघर में नहीं रखना चाहिए,इससे नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है.
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