मंगलवर का व्रत करने वाले हनुमान जी के ढेरों भक्त हैं। दिल में भक्ति और मनोकामनाएं छुपाए, ये भक्त जरूर विधिविधान से पूजा-अर्चना करती होंगी। लेकिन हर बार ये जरूरी नहीं है कि पूजा बिलकुल वैसे ही हो, जैसे आप चाहें। क्योंकि पुराणों के हिसाब से कई बातों का ध्यान रखना होता है। ताकि पूजा तो पूरे नियमों के हिसाब से हो ही, व्रत भी सारे नियमों से हो जाए। व्रत का पूरा फल मिले और हनुमान जी का भरपूर आशीर्वाद भी। हनुमान जी की आराधना के लिए अगर मंगलवार को आप भी व्रत रहती हैं तो कुछ गलतियों से बचना जरूरी हो जाता है। ये गलतियां कौन-कौन सी हैं, आइए जानें-

मूर्तिहोऐसी

वैसे तो हमेशा ही भगवान की मूर्ति खंडित बिलकुल नहीं होनी चाहिए। हनुमान जी की मूर्ति के साथ भी ऐसा ही होता है। शास्त्रों के हिसाब से खंडित मूर्ति की पूजा बिलकुल नहीं की जानी चाहिए। 

नहीं चलेगा कोई भी रंग

अक्सर लोग पूजा करते हुए साफ कपड़े पहनने पर ही ज़ोर देते हैं। फिर जो भी कपड़े उस दिन साफ नजर आते हैं, उन्हें ही पहनकर व्रत वाले दिन पूजा कर ली जाती है। लेकिन हर भगवान का अपना पसंदीदा रंग होता है। भगवान हनुमान का पसंदीदा रंग लाल, पीला और केसरिया है। इन्हीं रंगों को पहनकर पूजा करना फलदायी होता है। जबकि कुछ रंगों को बिलकुल भी न पहनने की सलाह दी जाती है। जानकार मानते हैं की हनुमान जी की पूजा करते हुए कभी भी काले और सफ़ेद कपड़े ना पहनें। 

प्रसाद हो क्या

बजरंगबाली की पूजा और व्रत करते हुए प्रसाद के भोग का भी ध्यान रखना होता है। अंजनिपुत्र को कभी भी चरणामृत का भोग नहीं लगाना चाहिए। ये प्रसाद के रूप में इस्तेमाल न करना ही सही रहता है। 

 

मंदिर के दर्शन

हनुमान जी का व्रत करते हुए दिन भर भूखे रहकर पूजा-अर्चना करते रहना काफी नहीं है। जबकि ज़्यादातर लोग ऐसा ही करते हैं। लेकिन ये तरीका गलत होता है। मंगलवार को व्रत और पूजा के साथ आपको मंदिर जाकर दर्शन भी करने चाहिए। मंदिर जाकर पवनपुत्र के दर्शन करने के बाद ही आपका व्रत पूरा हो पाएगा और आशीर्वाद भी मिल पाएगा। 

मन का रखें ख्याल

कई दफा ऐसा होता है कि मन हमारा साथ नहीं देता है। मन के साथ बिना हम कोई भी काम दिल से तो कर नहीं पाते हैं। इसलिए व्रत भी नहीं किया जाना चाहिए। जैसे कई बार पारिवारिक या सामाजिक दिक्कतें हमारे मन पर काबू किए होती हैं। ऐसे वक्त में दिक्कतें पूजा करते हुए, भगवान का ध्यान करते हुए और व्रत के दौरान भी मन पर हावी ही रहती हैं। लेकिन ये वक्त हनुमान जी को ठीक से याद नहीं करने देता है। इसलिए मन को शांत करने के बाद ही पूजा में ध्यान लगाना सही रहता है। 

व्रत में स्वाद

आप मंगलवार का व्रत कर रही हैं तो दिन में एक बार भी नमक बिलकुल ना खाएं। 

 

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