Bhagyonnati Mantra: भाग्य या ‘लक’ बहुत बड़ी चीज होती है, तभी तो धन-धान्य, और सुख-संपत्ति से संपन्न व्यक्ति को भाग्य का धनी कहा जाता है। अगर भाग्य साथ ना हो तो मेहनत भी काम नहीं आती, क्योंकि जब भाग्य रूठा होता है तो मेहनत के अनुरूप फल नहीं मिलता। यही कारण है कि कई चीजें मेहनत के साथ-साथ भाग्य पर भी निर्भर करती है। बड़े बुजुर्ग तो निराश, दुख और असफलतों का कारण कई बार भाग्य को भी ठहराते हैं। जब मेहनत करके हर बार निराशा ही हाथ लगती है तो आखिरकार हम सभी यही कहते हैं कि ‘सब कुछ भाग्य पर छोड़ देना चाहिए’।
1 मंत्र और दूर होगी सारी समस्या

क्या वाकई चीजें भाग्य से जुड़ी होती है। इसका जवाब है हां, भाग्य में जितना लिखा है उतना ही मिलता है। इसलिए यह कहावत है कि, भाग्य से अधिक और भाग्य से कम ना किसी को मिला है और ना किसी को मिलेगा। लेकिन जब भाग्य ही रूठा हो तो क्या करें। ज्योतिष शास्त्र में ऐसे कई मंत्र के बारे बताया गया है जिसे भाग्य चमकाने वाला मंत्र कहा जाता है। इसे भाग्योन्नति मंत्र कहा जाता है। यह एक मंत्र आपकी जीवन की सारी समस्याओं को दूर कर सकता है। इस मंत्र का विधिवत जाप करने से असफलता, दुख, कष्ट, पीड़ा, निर्धनता जैसी कई समस्याएं दूर होती है।
भाग्य चमकाने और सोए भाग्य को जगाने के लिए यह मंत्र बेहद महत्वपूर्ण मान जाते हैं। इन मंत्रों का अगर आप विधि-विधान से जाप करते हैं तो रूठा भाग्य ऐसा करवट लेगा कि आपकी किस्मत बदल जाएगी और वो सारी चीजें आपको हासिल होगी, जिसके लिए आपने मेहनत की है।
भाग्यनोत्ति मंत्र- ‘ॐ ऐं श्रीं भाग्योदयं कुरु कुरु श्रीं ऐं फट् ।।’
इस विधि से करें भाग्योन्नति मंत्र का जाप

- रात में सोने से पहले भी आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले हाथ-पैर धोकर आसन पर बैठ जाएं और इस मंत्र का जाप करें।
- भाग्योन्नति मंत्र का जाप कम से कम आपको 11 बार जरूर करना चाहिए। वैसे आप अपनी इच्छानुसार 21, 51 या 108 बार भी जाप कर सकते हैं।
- भाग्योन्नति मंत्र का जाप हमेशा या फिर कम से कम लगातार 21 दिनों तक जरूर करें, तभी आपको इसका असर दिखेगा।
- मंत्र का जाप करने के बाद हाथ जोड़कर ईश्वर का धन्यवाद करें. इस मंत्र के जाप से अशुभ ग्रहों की दशा ठीक होती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है.
इन कार्यों से भी जागता है रूठा भाग्य

- रूठे भाग्य को जगाने या भाग्य चमकाने के लिए नियमित अपने नदी, तालाब, पोखर या झील आदि के पास जाकर मछलियों को आटे की गोलियां खिलानी चाहिए।
- प्रतिदिन ताजे फूलों से भगवान का श्रृंगार का पूजन करने से भाग्योदय होता है। क्योंकि ताजे फूलों के श्रृंगार और पूजन से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
- भाग्य चमकाने के लिए प्रतिदिन सुबह उठकर सबसे पहले अपनी दोनों हथेलियों के दर्शन करने चाहिए।
- दीन-दुखियों की मदद करने, भूखों को भोजन कराने, पशु-पक्षियों के जल-अन्न की व्यवस्था करने वालों को भी भाग्य का साथ मिलता है।
