1. नवरात्र में प्रतिदिन मां भगवती के मंदिर में जाकर, माता रानी का ध्यान करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार नवरात्र के दौरान प्रतिदिन साफ़ जल, माता जी को अर्पित किया जाए तो मां जल्द प्रसन्न होती हैं। 
 
2. नवरात्रों में नौ दिनों तक देवी माता जी का विशेष श्रृंगार करना चाहिए। चोला, फूलों की माला, हार और नए कपड़ों से माता जी का श्रृंगार किया जाता है। 
 
3. अगर नौ दिनों के व्रत नहीं कर सकते हैं, तो नवरात्र में देशी गाय के घी से अखंड ज्योति जलाना मां भगवती को बहुत प्रसन्न करने वाला कार्य होता है। नवरात्रि के दौरान सुबह और शाम दोनों समय दुर्गा मां की पूजा करना जरूरी है। ध्यान रखें कि पूजा करने से पहले प्रथम पूज्य भगवान गणेश को जरूर याद करें। 
 
4. कई बार लोग पूजा कर लेते है पर आरती नहीं करते, जबकि ऐसा करने से मां अप्रसन्न होती है। इसलिए ध्यान रखें की पूजा के बाद आरती अवश्य करें। पूजा के तुरंत बाद खाना ना खाएं। इस बात का ध्यान रखें की पूजा करने के तुरंत बाद भोजन करना अशुभ होता है इसलिए पूजा करके थोड़ा समय बीत जाने के बाद ही खाना खाएं।
 
5. नवरात्र के आठवें दिन, माता जी की विशेष पूजा का आयोजन किया जाना शुभ बताया जाता है। इस पूजा के लिए यदि किसी ब्राह्मण की मदद ली जाए तो उत्तम रहता है। यदि ब्राह्मण ना हो तो खुद से, सप्तशती स्रोत पाठ और ध्यान पाठ करना चाहिए।
 
6. अगर आप नवरात्र में व्रत नहीं रख रहे हैं तो भी भोजन सात्‍व‍िक ही करें। प्‍याज, लहसुन, मीट आदि का इस दौरान त्‍याग कर दें। साफ मन व श्रद्धा रखने वाले मां को जल्‍दी प्रसन्‍न कर लेते हैं। इसलिए नवरात्र के दौरान साफ विचार मन में रखें और किसी की बुराई न करें।
 
7. नवरात्रि में मां दुर्गा को खुश करने के लिए घर में कलश की स्थापना करें और मां दुर्गा का चित्र लगाएं। ध्यान रहे कि भोजन सिर्फ एक समय ही करें। गेंहू और जौ को बोएं। मान्यता है कि नवरात्र के दौरान गेंहू और जौ को बोना चाहिए क्योंकि जैसे-जैसे ये पौधे अंकुरित होंगे आपका भाग्य भी उदय होगा ।
 
8. नवरात्र के दौरान व्रत रहते हुए माता के 108 नामों का जाप करें। इससे आपको सुख मिलेगा। 
 
9. हिंदू धर्म में कन्याओं को विशेष दर्जा दिया जाता है, इसलिए 12 साल से कम उम्र की बच्चियों को रोजाना फल का प्रसाद दें और हो सके तो भोजन भी कराएं। ऐसा करने से दुर्गा मां को बहुत प्रसन्नता होती है।