हिंदू धर्म के सभी पर्व अध्यात्म के साथ ही मानवीय रिश्तों से भी जुड़े होते हैं, सुहागिन स्त्रियों का ऐसा ही बेहद खास त्यौहार है करवा चौथ, जब महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना हेतु व्रत और पूजा अर्चना करती हैं। इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर शाम तक व्रत रखती हैं और रात को चांद देखने के बाद पति के हांथो पानी पी कर व्रत तोड़ती हैं। चूंकि ये व्रत महिलाएं अपने सुहाग के लिए रखती हैं, ऐसे में इस व्रत का पालन बहुत सावधानी पूर्वक और नियमों के साथ किया जाता है। आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं कि करवा चौथ पर किस-किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए और कौन सी गलतियों से बचना चाहिए।
काला, सफेद या नीले रंग के कपड़े न पहनें

करवा चौथ सुहाग का त्यौहार होता है, इसलिए इस दिन काला, सफेद या नीले रंग के कपड़े भूलकर भी ना पहनें। इस दिन लाल, हरा या पीला जैसे शुभ रंग ही पहनने चाहिए।
व्रत के दौरान दिन में ना सोएं

कुछ महिलाएं व्रत के थकान से बचने के लिए दिन में सो जाती है, जोकि नहीं करना चाहिए। आपको इस दिन सुबह जल्दी सोकर उठना चाहिए और पूजा ध्यान कर कर दिन में अपने आपको दूसरे कार्यों में व्यस्त रखना चाहिए। हां, अगर कोई स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कत है, तो आप आराम कर सकती हैं।
किसी सोते व्यक्ति को न उठाएं

वहीं इस दिन अगर घर में कोई सदस्य सो रहा है, तो उसे उठाने की गलती ना करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
पति से विवाद ना करें

इस दिन भूलकर भी पति से बहस या कोई विवाद ना करें, क्योंकि ये व्रत आप अपने पति के लिए ही रख रही हैं। ऐसे में इस दिन का मन किसी भी प्रकार से दूखी ना करें।
अपने श्रृंगार का सामान किसी को ना दें

इस दिन अपने सुहाग और श्रृंगार का सामान किसी दूसरी महिला को ना दें। हां आप नई सुहाग की चीजें जरूर दान कर सकती है, जिससे पुण्य मिलता है।
