पति पत्नी के रिश्ते को मजबूत डोर में बांधने के लिए बनाया गया त्यौहार करवाचौथ।  ये त्यौहार पति और पत्नी दोनों के लिए बेहद ख़ास होता है।  पत्नी अपने पति की लंबी  उम्र की कामना के साथ पूरे दिन उपवास रखती हैं और रात में चांद  को देखने के बाद अपने पति के हाथों से पानी पीकर ये उपवास खोलती है। ऐसे में  पत्नी अपने पति से कुछ उम्मीदें करती है। आइए  आपको बताते हैं ऐसी कौन सी उम्मीदें हैं जो करवाचौथ में  हर पत्नी  अपने पति से करती है।

मेहंदी वाले के पास जाएं

करवाचौथ में मेहंदी  लगाना करवाचौथ की प्रथाओं में से सर्वप्रमुख है। हर पत्नी करवाचौथ में अपने पति के नाम की मेहंदी अपने हाथों में सजाती है। यह प्यार दिखने बेहद छोटा सा  इशारा है लेकिन पत्नी अपने पति से ये उम्मीद करती है कि उसका पति मेहंदी लगाने के समय उसके साथ में हो जिससे उनके प्यार का रंग और गहरा चढ़ सके।  

सरगी की रस्म साथ निभाएं

सरगी वह भोजन है जो महिलाएं सूर्योदय से पहले करवा चौथ के दिन सुबह खाती हैं! आमतौर पर अनुष्ठान के अनुसार, सास अपनी बहू के लिए यह भोजन तैयार करती है और उसे पारंपरिक उपहार देती है। लेकिन, केवल आप दोनों ही साथ रह रहे हैं, तो पति को पत्नी के लिए सरगी तैयार करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इसके अलावा यदि सरगी सास तैयार करती है तब भी पत्नी चाहती है कि उसका पति सरगी खाते समय उसके पास बैठे।  

गिफ्ट दें

हर पत्नी सोचती है कि करवाचौथ के दिन उसे पति के द्वारा उसकी पसंद का कोई उपहार मिले जिसे पाकर वो ख़ुशी से पागल हो जाए। यह उसकी पसंदीदा पोशाक, उसका पसंदीदा गैजेट, पुस्तकों का एक सेट या फिर खूबसूरत आभूषण हो सकता है। यह निश्चित रूप से पत्नी के  करवाचौथ व्रत की ख़ुशी में चार चांद लगा देता है।

ऑफिस से छुट्टी लें

हर पत्नी चाहती कि करवाचौथ के पूरे दिन पति उसके साथ रहे।  इसलिए पत्नी ये उम्मीद करती है कि उसका पति इस दिन ऑफिस से छुट्टी ले या फिर रोज़ की तुलना में जल्दी घर आ जाए। जिससे कि पति करवाचौथ की सारी रस्मों में शामिल हो  जाए।
 

तारीफ़ के बोल बोले

करवाचौथ के दिन पत्नी 16 श्रृंगार करके तैयार होती है। ऐसे में वो अपने पति से ये उम्मीद करती है कि पति उसकी तारीफ़ करे जिससे कि उसकी खूबसूरती और निखर जाए।