Dhanteras 2024 Upay: धनतेरस के दिन विशेष रूप से नई वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिनकी खरीदारी से बचना चाहिए। इस दिन लोहे से बनी वस्तुओं और धारदार उपकरणों की खरीदारी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह अशुभ मानी जाती है। इसके अलावा, कांच और प्लास्टिक की वस्तुएं भी न खरीदने की सलाह दी जाती है, क्योंकि ये चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती हैं। धनतेरस का महत्व सुख-समृद्धि और शुभता से जुड़ा होता है, इसलिए ऐसी वस्तुओं का चयन करें जो जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लेकर आएं।
कांच के बर्तन
धनतेरस के शुभ अवसर पर कांच के बर्तन खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। इस त्योहार का मुख्य उद्देश्य समृद्धि और धन की प्राप्ति होता है, और कांच की नाजुकता को आर्थिक स्थिरता और सुख-समृद्धि में रुकावट का संकेत माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, कांच के बर्तन घर की आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं, जिससे घर में धन की कमी और अशांति की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, धनतेरस के दिन कांच से बनी वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए ताकि शुभता और समृद्धि बनी रहे।
लोहे का सामान
धनतेरस के दिन लोहे का सामान खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि इसका संबंध शनिदेव से माना जाता है, जो कठिनाइयों और रुकावटों का प्रतीक हैं। धनतेरस माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को समर्पित त्योहार है, जो समृद्धि, शुभता और सुख-समृद्धि का प्रतीक हैं। इसलिए इस दिन लोहे का सामान खरीदने से शुभ फल नहीं मिलते और काम में अड़चनें आ सकती हैं। इसके विपरीत, सोना, चांदी जैसी शुभ धातुएं खरीदना अत्यंत फलदायी माना जाता है, जो घर में धन और खुशहाली लाने का प्रतीक होती हैं।
काले रंग की वस्तुएं
धनतेरस के दिन काले रंग की वस्तुएं खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि काले रंग को अशुभता और नकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा जाता है। रंगों का हमारे जीवन पर विशेष प्रभाव होता है, और धनतेरस का त्योहार शुभता, समृद्धि और खुशहाली का प्रतीक है। ऐसे में काले रंग की चीजें खरीदना इस पावन अवसर पर शुभ नहीं माना जाता। इसलिए इस दिन हल्के और शुभ रंगों वाली वस्तुएं, जैसे सोना, चांदी, या अन्य सकारात्मकता से जुड़े रंगों की चीजें खरीदना उत्तम माना जाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और शुभता बनी रहे।
सरसो का तेल
धनतेरस के दिन सरसो का तेल खरीदना शुभ नहीं माना जाता है, क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में सरसो तेल का संबंध शनिदेव से जोड़ा गया है। शनिदेव को न्याय और दंड के देवता माना जाता है, और धनतेरस जैसे शुभ दिन पर तेल खरीदने या दान करने से कुंडली में शनि की स्थिति कमजोर हो सकती है, जिससे व्यक्ति को अशुभ परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। ऐसे पावन अवसर पर तेल खरीदने से बचना चाहिए, ताकि शुभता और समृद्धि बनी रहे, और जीवन में किसी भी प्रकार की रुकावट न आए।
