रात में उठकर डरते हुए चिल्लाने लगते हैं, बच्चे तो ये काम करें
क्या आपके बच्चे को भी रात में डर लगता है या फिर रात में सोते समय उसे बुरे या डरावाने सपने आते हैं? अगर हाँ, तो नीचे दिए गए टिप्स आपके लिए मददगार हो सकते हैं-
Child Nightmares: छोटे बच्चे अक्सर रात को नींद से उठकर रोने या चिल्लाने लगते हैं। कई बार इसकी वजह समझ नहीं आती, लेकिन इसका एक कारण उनका कोई बुरा सपना देखना हो सकता है। डर की वजह से वो नींद से जाग जाते हैं और रोने लगते हैं। रात में बच्चों का डरना या फिर अचानक चौंक कर उठ जाना एक आम समस्या है। अगर यह कभी-कभी हो, तो कोई बात नहीं, लेकिन अगर यह समस्या बढ़ जाए, तो आपको इस और ध्यान देने की जरूरत हैं क्योंकि यह आगे जाकर एक बड़ी समस्या भी बन सकता है। क्या आपके बच्चे को भी रात में डर लगता है या फिर रात में सोते समय उसे बुरे या डरावाने सपने आते हैं? अगर हाँ, तो नीचे दिए गए टिप्स आपके लिए मददगार हो सकते हैं-
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Child Nightmares: बच्चे को प्यार से समझाएं

अगर बच्चा डरते हुए रात में उठकर चिल्लाता है, तो आप परेशान होकर उस पर चिढ़ने की बजाए प्यार से समझाने और शांत करने की कोशिश करें। गले से लगाकर किस करें और उन्हें बताएं कि सब कुछ ठीक है और वे सुरक्षित हैं। उनके बालों को सहलाएं या उनकी पीठ को रगड़ें। इससे बच्चों के मन को शांति मिलेगी और वे सुरक्षित महसूस करेंगे।
जिन चीज़ों से डर लगता है, उन्हें हटा दें

बच्चे जिन चीज़ों से डरते हैं, वो ही उनके सपने में आकर उन्हें डराते हैं। अगर किसी गुड़िया, खिलौने या घर में रखी कोई भी चीज़ जिससे वे डरते हैं, तो कोशिश करें की इन चीज़ों को आप अपने घर से हटा दें। इसके बाद वो सुरक्षित मह्सूस करेंगे। यह भी ध्यान रखें कि उनके सामने झगड़ा या बहस ना करें। इस वजह से भी बच्चे असुरक्षित महसूस करते हैं।
दिन में समझाएं
कई बार बच्चे सोने से पहले अगर कोई डरावनी मूवी या प्रोग्राम देख लेते हैं, तो इनके डरावने किरदार रात को उनके सपने में आ सकते हैं और इस वजह से डर से उनकी नींद खुल जाती है। दिन में इस बारे में उनसे बात करें। उन्हें समझाएं कि मॉन्स्टर या डरावने किरदार सिर्फ काल्पनिक होते हैं, असल ज़िन्दगी में उनकी कोई जगह नहीं है।
सुरक्षा कवच

बच्चा सोने पर सुरक्षित महसूस करे, इसके लिए कोशिश करें कि उसके साथ कोई डॉल, टेडी या पिलो दे दें। इससे उनको अकेलापन नहीं लगेगा और वो ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे। साथ ही अगर बच्चा अंधेरे से डरता है, तो आप उनके कमरे में नाइट लाइट लगा सकते हैं।
पर्याप्त नींद हो
कई बार पर्याप्त नींद नहीं होने की वजह से भी बच्चों को रात में सपने आते हैं। इसलिए आप यह सुनिश्चित करें कि बच्चा 8 से 10 घंटे की पर्याप्त नींद ले। इसके लिए उसका रूटीन निर्धारित करें। किसी भी हालत में उसको 10 बजे के बाद नहीं जागने दें। सोने से पहले टीवी, कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करने दें। उसकी जगह आदत बनाएं कि वो सोने से पहले अच्छी कहानियों की किताबें पढ़ें।
इन तरीकों को अपनाकर निश्चित रूप से आप इस समस्या से निजात पा सकेंगे।
