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हैरानी की बात तो ये है कि अब बच्चे भी बर्न आउट के शिकार हो रहे हैं। जी हां, बच्चे अब कम उम्र से ही मानसिक और भावनात्मक थकान महसूस करने लगे हैं। ऐसे में हर पेरेंट के लिए बच्चों में बर्न आउट के संकेत समय पर पहचानना जरूरी है।
Child Burnout Symptoms: जिंदगी की जद्दोजहद में अक्सर लोग बर्न आउट का शिकार हो जाते हैं। यह स्थिति लंबे समय तक संघर्ष या नौकरी करने के बाद आती है। लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि अब बच्चे भी बर्न आउट के शिकार हो रहे हैं। जी हां, बच्चे अब कम उम्र से ही मानसिक और भावनात्मक थकान महसूस करने लगे हैं। ऐसे में हर पेरेंट के लिए बच्चों में बर्न आउट के संकेत समय पर पहचानना जरूरी है।
इसलिए शिकार हो रहे मासूम

अब बच्चों पर सिर्फ पढ़ाई का ही दबाव नहीं है, उनपर कई और प्रेशर भी हैं। हर जगह अव्वल आने की होड़, टाइम टेबल से भरी दिनचर्या, परफेक्ट बनने का सपना और स्क्रीन का बढ़ता इस्तेमाल बच्चों को अंदर ही अंदर तोड़ रहा है। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा खुश, स्वस्थ और मानसिक रूप से मजबूत रहे तो जरूरी है कि आप बर्न आउट के संकेतों को पहचानें और समय रहते मदद करें।
1. हमेशा थका-थका रहना
बर्न आउट का सबसे आम संकेत है बच्चे का हर समय थका हुआ रहना। अगर बच्चा रात को अच्छी नींद लेने के बावजूद बहुत थकान महसूस करता है तो समझ जाइए कि ये सिर्फ शारीरिक थकावट नहीं। यह उसके दिमागी थकान की ओर इशारा है।
2. दोस्त-हॉबी छोड़ देना
अगर आपका बच्चा अपनी हॉबीज और दोस्तों से दूर हो रहा है तो यह चिंता की बात है। दोस्तों के साथ मिलना, उनके साथ खेलना या फिर क्रिकेट, म्यूजिक, पेंटिंग, डांसिंग आदि अब वह नहीं करना चाहता है तो यह सिर्फ आलस नहीं है। यह बर्न आउट का एक अहम लक्षण है।
3. हर समय का चिड़चिड़ापन
यदि आपका बच्चा बात-बात पर गुस्सा हो रहा है। छोटी-छोटी बातों पर रो रहा है या फिर एकदम शांत, चुपचाप और उदास रहने लगा है तो इस बदलाव पर ध्यान दें। हो सकता है कि बच्चा इमोशनल या मेंटल स्ट्रेस महसूस कर रहा हो।
4. स्कूल और पढ़ाई से दूरी
बच्चों के भविष्य के लिए पढ़ाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। लेकिन कहीं आप बच्चे पर पढ़ाई का ज्यादा दबाव तो नहीं बना रहे। अगर अचानक से बच्चा पढ़ाई से कतराने लगा है। स्कूल जाना उसे पसंद नहीं आता तो जरूरी नहीं कि वो लापरवाह है। कई बार दिमाग के ओवरलोड के कारण भी ऐसा हो सकता है।
5. सिरदर्द या पेट दर्द की शिकायत
अगर बच्चा बार-बार पेट दर्द या सिरदर्द की शिकायत करता है। लेकिन मेडिकल जांच में कुछ नहीं निकलता तो यह तनाव का एक इशारा हो सकता है। कई बार ज्यादा तनाव में बच्चों का शरीर ऐसा रिएक्ट करता है। इसे बहाना न मानें और बच्चे से इस बारे में खुलकर बात करें।
कुछ तरीके लौटा सकते हैं बचपन
बच्चों को बर्न आउट की स्थिति से बाहर निकालना बहुत मुश्किल काम नहीं है। पेरेंट्स की थोड़ी सी कोशिशें इस काम को आसान बना सकती हैं। सबसे जरूरी है बच्चे से खुलकर बात करना। शांत मन से उसे सुनें। बीच में टोके नहीं, न ही अपनी राय थोपने की कोशिश करें।
भविष्य के लिए आज न छीने
हर पेरेंट का सपना होता है बच्चे का भविष्य शानदार हो। लेकिन उसके लिए उसके आज को न छीनें। दिनभर के टाइम टेबल को रिलेक्स रखें। उसे हर क्षेत्र में परफेक्ट बनाने की कोशिश छोड़ दें। स्क्रीन टाइम कम करें और फिजिकल एक्टिविटी व आउटडोर खेलों पर ध्यान दें। समय-समय पर बच्चों की खुलकर तारीफ करें।
