डिजिटल दौर में पनपता चैट रूम वाला प्यार, जरूरी है बच्चों की काउंसलिंग: Chat Room Love
Chat Room Love

Chat Room Love: आम होता इंटरनेट और सस्ते नेट प्लान के कारण सोशल साइटस पर बढ़ती सक्रियता ने जहां बुद्धि का विकास किया है वहीं अनकों समस्याओं से भी रूबरू कराया है। उन्हीं में से एक है चैट रूम का पनपता प्रेम, जिसे वर्चुअल प्रेम कहा जाए तो गलत नहीं है। किसी भी उम्र के लड़के हों या लड़की, दिन भर मोबाइल और लैपटॉप पर चिपके रहना अपनी आदत बना चुके हैं। पेरेंटस को लगता है बच्चा पढ़ाई कर रहा है या प्रोजेक्ट कर रहा है लेकिन ये नहीं पता कि आखिर चल क्या रहा है? ऐसे में माता-पिता को बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी हो जाता है।

हैरानी की बात

आज के बच्चे भले ही कितने पढ़े-लिखे और प्रतिभावान हों लेकिन ढाई आखर प्रेम का पढ़ते ही वे अपना दिमाग एक तरफ रख देते हैं। मेरी एक दोस्त ने परेशान होकर बताया कि उनका बेटा किसी एनआरआई लड़की से इश्क कर बैठा है। न दोनों ने एक-दूसरे को कभी देखा है न ही कुछ जानते हैं। लाडला है कि कुछ सुनने को तैयार नहीं। ये कैसा इश्क है जिसकी नींव ही नहीं।

समझाएं आकर्षण और प्यार का फर्क

बिना देखे, बिना जाने, बिना समझे जो प्रेम होता है वह अलौकिक हो सकता है जैसे ईश्वर से। लौकिक प्रेम के लिए दो इंसानों का आमने-सामने होना बहुत जरूरी है। विदेश में रहने वाले शख्स से प्रेम करने का क्या फायदा? न आप उस प्यार को पा सकते हैं और न ही उस तक पहुंच सकते हैं। इस तरह के प्रेम का अंत तो आरंभ में ही लिख दिया गया होता है। माता-पिता बच्चों को समझाएं यह प्रेम नहीं आकर्षण है। प्रेम होता तो सात समुद्र पार कर मिलना हो जाता। एक उम्र में अपोजिट सेक्स के प्रति आकर्षण होना स्वाभाविक है। बातचीत करना सबको पसंद आता है।

हकीकत को पहचानें

Chat Room Love
Chat Room Love-Know the reality

सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से आए दिन दुनिया भर के फ्रॉड हो रहे हैं। आप नहीं जानते कि जिससे आप चैट कर रहे हैं वह सच में विदेश में रहता है या आस-पास के किसी गांव कस्बे में। ऐसे में पैरेंट्स बच्चों को कल्पना की झूठी दुनिया से बाहर निकलिए और उन्हें सच्चाई को पहचानें को कहें। चैटिंग केवल बातचीत और टाइमपास के लिए है अपना सर्वस्व देने के लिए नहीं। इसलिए उसे वहीं तक सीमित रखने की सलाह दें। ऑनलाइन चैटिंग को जीवन का आधार मत बनाइए। उन्हें समझाएं कि घर-परिवार चैटिंग रूम में नहीं मिलेंगे ये ध्यान रखें।

ध्यान दें

इंटरनेट चैटिंग के बहुत से माध्यम सोशल साइट्स पर उपलब्ध हैं। कहीं आपके बच्चे किसी गलत जगह न फंस जाएं इसके लिए उन्हें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखने की सलाह दीजिए-

  • चैट पर संवेदनशील और व्यक्तिगत जानकारी शेयर करने से बचें।
  • बैंकिंग विवरण कभी भी साझा न करें।
  • बातचीत में नम्रता बनाए रखें। शालीन भाषा का प्रयोग करें। अपशब्दों का इस्तेमाल न करें।
  • अपनी सीमा तय करें, उससे बाहर न जाएं।
  • नकली प्रोफाइल से सावधान रहें। वे आपसे अनेक जानकारी हासिल कर उसका दुरूपयोग कर सकते हैं।
  • साइबर बुलिंग इंटरनेट चैटिंग का जोखिम भरा हिस्सा है।
  • अपना प्रोफाइल पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें।
  • सामने वाले के प्रोफाइल की असलियत और फोटो की वास्तविकता जान लें।