बुंदेलखंड की ख़ास बात
यह स्थान अपनी वीरगाथाओं, ऐतिहासिक किलों, मंदिरों और प्राचीन स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। यहां के पर्यटन स्थल न केवल इतिहासप्रेमियों को आकर्षित करते हैं बल्कि प्रकृति प्रेमी और धार्मिक आस्थावान लोग भी इनकी ओर खिंचे चले आते हैं।
Bundelkhand Top Places: भारत का हृदय कहे जाने वाले मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में फैला बुंदेलखंड ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों से समृद्ध क्षेत्र है। यह स्थान अपनी वीरगाथाओं, ऐतिहासिक किलों, मंदिरों और प्राचीन स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। यहां के पर्यटन स्थल न केवल इतिहासप्रेमियों को आकर्षित करते हैं बल्कि प्रकृति प्रेमी और धार्मिक आस्थावान लोग भी इनकी ओर खिंचे चले आते हैं। बुंदेलखंड में वैसे तो देखने और जानने समझने के लिए काफ़ी कुछ है लेकिन इन 5 सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर आपको तो जाना ही चाहिए।
खजुराहो के मंदिर
बुंदेलखंड का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो है जो अपने अद्वितीय और भव्य मंदिरों के लिए जाना जाता है। यह मंदिर समूह युनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है और चंदेल राजाओं द्वारा 10वीं से 12वीं शताब्दी के बीच बनवाया गया था। खजुराहो के मंदिर अपनी उत्कृष्ट शिल्पकला और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ मुख्य रूप से कंदारिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, विष्णु मंदिर आदि देखने लायक हैं।
ओरछा का किला और मंदिर

ओरछा बुंदेलखंड का एक ऐतिहासिक नगर है जो अपनी शानदार वास्तुकला और समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है। यह नगर बेतवा नदी के किनारे बसा है और इसे 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजपूतों ने बसाया था। ओरछा किला अपने भव्य महलों और सुंदर चित्रकारी के लिए जाना जाता है। जहाँगीर महल, राजा राम मंदिर, चतुर्भुज मंदिर और लक्ष्मीनारायण मंदिर यहाँ के प्रमुख आकर्षण हैं। राजा राम मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है और रोज़ाना उनकी आरती शाही अंदाज में की जाती है।
झाँसी का किला

झाँसी का किला भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह किला रानी लक्ष्मीबाई के साहस और बलिदान की कहानी कहता है। 17वीं शताब्दी में ओरछा के राजा बीर सिंह देव ने इस किले का निर्माण करवाया था। यह किला ऊँचाई पर स्थित है और यहाँ से पूरे झाँसी शहर का शानदार नज़ारा दिखता है। यहाँ रानी महल, कड़ाह सिंधु, गणेश मंदिर और शिव मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं। हर साल झाँसी महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमें झाँसी के गौरवशाली अतीत को प्रस्तुत किया जाता है।
कालिंजर किला

बाँदा जिले में स्थित कालिंजर किला बुंदेलखंड के सबसे मजबूत किलों में से एक है। इस किले का इतिहास 5वीं शताब्दी तक जाता है और यह कई राजवंशों के शासनकाल में महत्वपूर्ण रहा है। यह किला चंदेल राजाओं द्वारा निर्मित किया गया था और अपनी अद्भुत वास्तुकला और गुप्तकालीन मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ स्थित नीलकंठ मंदिर, जहाँ भगवान शिव की विशाल मूर्ति स्थापित है, किले का मुख्य आकर्षण है।
चित्रकूट
धार्मिक और प्राकृतिक दृष्टि से चित्रकूट बुंदेलखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह स्थान रामायण काल से जुड़ा हुआ है और कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास का अधिकतर समय यहीं बिताया था। चित्रकूट में प्रमुख दर्शनीय स्थल कामदगिरि पर्वत, गुप्त गोदावरी, स्फटिक शिला, भरत मिलाप मंदिर और हनुमान धारा हैं। यहाँ की मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित रामघाट पर हर दिन भव्य आरती होती है जो पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य अनुभव होता है।
