Chanderi Tour: मध्य प्रदेश का चंदेरी एक ऐसा ऐतिहासिक नगर है जो अपनी समृद्ध विरासत, खूबसूरत स्थापत्य और प्रसिद्ध चंदेरी साड़ियों के लिए जाना जाता है। बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित यह शहर मालवा और बुंदेलखंड की सीमा पर स्थित है जो प्राचीन समय से व्यापार, संस्कृति और वास्तुकला का प्रमुख केंद्र रहा है। यहाँ की गलियों में इतिहास की गूंज सुनाई देती है और स्थापत्य कला हर मोड़ पर आपको चकित करती है। चंदेरी कभी मालवा के सुल्तानों, मुग़लों और बुंदेला राजाओं के अधीन रहा इसलिए यहाँ की इमारतें हिन्दू-मुस्लिम शैली की साझा स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण हैं। आइए जानें चंदेरी के पाँच प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में जो हर सैलानी के लिए देखने लायक हैं।
1. चंदेरी किला (Chanderi Fort)

चंदेरी शहर की सबसे ऊँचाई पर स्थित यह किला नगर के इतिहास का जीवंत उदाहरण है। यह बुंदेलखंड और मालवा के रणनीतिक केंद्र के रूप में स्थापित किया गया था। यहाँ से पूरे चंदेरी नगर और आसपास की पहाड़ियों का शानदार दृश्य दिखाई देता है। किले के भीतर ख़ूनि दरवाज़ा जैसे ऐतिहासिक स्थल हैं जो अतीत की अनेक कहानियाँ समेटे हुए हैं। यह किला देखना आपको अच्छा लगेगा।
2. कटी घाटी दरवाजा (Kati Ghati Gateway)
यह एक विशाल और अनोखा प्रवेश द्वार है जिसे एक ही चट्टान को काटकर तैयार किया गया है। 1495 ई. में बनवाया गया यह दरवाज़ा वास्तुकला की दृष्टि से अद्वितीय है। यह चंदेरी को मालवा से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग का द्वार हुआ करता था। इसे देखकर शिल्पकारों की मेहनत और बारीकी का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। यह उस समय की वास्तुकला का एक अद्भुत उदाहरण है।
3. जामा मस्जिद (Jama Masjid)

मुग़ल स्थापत्य शैली में बनी यह मस्जिद चंदेरी के धार्मिक और सांस्कृतिक इतिहास की प्रतीक है। इसकी ऊँची मीनारें, विस्तृत प्रांगण और सुंदर मेहराबें देखने लायक हैं। मस्जिद का शांत वातावरण और कलात्मकता यहाँ आने वालों को आध्यात्मिक शांति के साथ-साथ स्थापत्य की बारीकियाँ देखने का अवसर भी देता है। इस जगह पर आपको जाना चाहिए और यहाँ के वास्तुकला को देखना चाहिए।
4. बटेश्वर मंदिर समूह (Bateshwar Temples)
चंदेरी के निकट स्थित यह मंदिर समूह प्राचीन हिन्दू स्थापत्य का अद्भुत उदाहरण है। यहाँ शिव, विष्णु और देवी-देवताओं को समर्पित अनेक छोटे-बड़े मंदिर हैं। यह स्थान तीर्थाटन के साथ-साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। मंदिरों की नक्काशी और शांति यहां की पहचान है।
5. चंदेरी संग्रहालय (Chanderi Museum)

चंदेरी की पहचान उसकी साड़ियों से भी है। इस केंद्र में आप बुनकरों को चंदेरी साड़ी बुनते हुए देख सकते हैं और जान सकते हैं कि कैसे रेशम और कपास के धागों से महीन कला रची जाती है। संग्रहालय में चंदेरी वस्त्रों का इतिहास और उनके विकास की जानकारी भी मिलती है जो हर शिल्प-प्रेमी को आकर्षित करती है। चंदेरी सिर्फ एक ऐतिहासिक नगर नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक धरोहर है जो अतीत की कहानियाँ, सुंदर वास्तुकला और पारंपरिक शिल्पकला को संजोए हुए है। यदि आप मध्य प्रदेश की शांत, समृद्ध और विरासत से भरी जगह की तलाश में हैं तो चंदेरी आपके लिए एक आदर्श गंतव्य है।
