Andaman Travel Guide: अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत के सबसे खूबसूरत द्वीपों में से एक हैं, जहाँ प्रकृति की गोद में इतिहास, रोमांच और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। नीला समुद्र, सुनहरी रेत, घने जंगल और समृद्ध समुद्री जीवन इसे यात्रा प्रेमियों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। यह द्वीप न केवल अपने खूबसूरत समुद्री तटों और रोमांचक वॉटर स्पोर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां का ऐतिहासिक सेल्युलर जेल (काला पानी) भी स्वतंत्रता संग्राम का गवाह रहा है।
अगर आप इस खूबसूरत द्वीप समूह की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो यह संपूर्ण गाइड आपको सही जानकारी देने में मदद करेगा।
भूगोल और जलवायु
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 572 द्वीपों का एक समूह है, जिनमें से केवल 36 पर ही लोग बसते हैं। ये द्वीप बंगाल की खाड़ी में स्थित हैं और दो भागों में बंटे हुए हैं—
अंडमान द्वीप (उत्तर में)
निकोबार द्वीप (दक्षिण में)
इन दोनों को टेन डिग्री चैनल अलग करता है। यहां की सबसे ऊँची चोटी सैडल पीक (732 मीटर) है।
यहां घूमने का सबसे अच्छा समय
अंडमान की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से मई के बीच होता है।
नवंबर से फरवरी: मौसम सुहावना रहता है, तापमान 22°C से 30°C तक होता है। समुद्री गतिविधियों और दर्शनीय स्थलों के लिए बेहतरीन समय।
मार्च से मई: हल्की गर्मी होती है, लेकिन डाइविंग और स्नॉर्कलिंग के लिए उपयुक्त।
जून से सितंबर (मानसून) में भारी बारिश और समुद्र में ऊँची लहरें यात्रा को मुश्किल बना सकती हैं।
इतिहास: स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी
अंडमान द्वीप न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ का इतिहास भी बहुत समृद्ध है। यह द्वीप हजारों वर्षों से आदिवासी जनजातियों का निवास स्थान रहा है, जिनमें ग्रेट अंडमानी, जारवा और सेंटिनली जनजातियाँ प्रमुख हैं।
ब्रिटिश सरकार ने 1858 में यहाँ पेनल कॉलोनी स्थापित की। इसके बाद, सेल्युलर जेल (काला पानी) भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के लिए एक कठोर यातना शिविर बन गया। वीर सावरकर, बटुकेश्वर दत्त, और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को यहाँ कैद किया गया था।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, 1942 से 1945 तक यह द्वीप जापान के कब्जे में रहा। स्वतंत्रता के बाद, 1950 में इसे भारत का केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।
संस्कृति और परंपराएँ
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की संस्कृति विभिन्न भारतीय समुदायों से प्रभावित है। यहाँ बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयाली और पंजाबी लोग बसे हुए हैं, इसलिए यह एक संस्कृति का अद्भुत संगम है।
यहां हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु और निकोबारी भाषा प्रमुख रूप से बोली जाती है।
लोक नृत्य और संगीत यहाँ के उत्सवों का अभिन्न हिस्सा हैं।
यहां निकोबारी जनजाति अपने पारंपरिक नृत्य और त्योहारों के लिए जानी जाती है।
स्थानीय भोजन में मछली, नारियल और समुद्री व्यंजन विशेष रूप से पसंद किए जाते हैं।
अर्थव्यवस्था और उद्योग
अंडमान और निकोबार की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन, मछली पालन, कृषि और हस्तशिल्प उद्योगों पर निर्भर है।
पर्यटन: यह सबसे बड़ा उद्योग है। हर साल हजारों पर्यटक यहाँ के समुद्री खेल, बीच पर्यटन और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आते हैं।
मछली पालन: यहाँ की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है। टूना, झींगा और लॉबस्टर का निर्यात होता है।
कृषि: यहाँ नारियल, सुपारी, केला और मसाले उगाए जाते हैं।
हस्तशिल्प: लकड़ी, नारियल और शंख से बने हस्तशिल्प यहाँ के बाज़ारों में मिलते हैं।
शिप बिल्डिंग और बंदरगाह सेवाएँ: पोर्ट ब्लेयर एक प्रमुख शिपिंग हब है।
अंडमान में घूमने की सबसे अच्छी जगहें

सेल्युलर जेल (काला पानी) – पोर्ट ब्लेयर
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का गवाह यह जेल, आज एक ऐतिहासिक स्मारक है। यहाँ लाइट एंड साउंड शो भी आयोजित किया जाता है।
हैवलॉक द्वीप (स्वराज द्वीप)
यह द्वीप राधानगर बीच के लिए प्रसिद्ध है, जो एशिया के सबसे सुंदर समुद्री तटों में से एक है।
नील द्वीप (शहीद द्वीप)
शांत वातावरण और स्नॉर्कलिंग के लिए बेहतरीन जगह।
रॉस द्वीप
यह द्वीप कभी ब्रिटिश प्रशासन का मुख्यालय था, अब इसके खूबसूरत खंडहर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
नॉर्थ बे द्वीप
स्कूबा डाइविंग और कोरल रीफ्स देखने के लिए बेहतरीन जगह।
बारातांग द्वीप
यहाँ के चूना पत्थर की गुफाएँ और मैंग्रोव वन देखने लायक हैं।
बैरेन द्वीप
भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी यहीं स्थित है।
अंडमान में करने योग्य गतिविधियां

स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग – समुद्री जीवन और कोरल रीफ्स देखने का मौका।
ग्लास-बॉटम बोट राइड – बिना पानी में उतरे समुद्री दुनिया को देखने का बेहतरीन तरीका।
सी-वॉकिंग – समुद्र के तल पर चलने का अनूठा अनुभव।
केव एक्सप्लोरेशन (गुफा भ्रमण) – बारातांग द्वीप की चूना पत्थर गुफाएँ रोमांचक हैं।
कयाकिंग और मैंग्रोव सफारी – प्रकृति प्रेमियों के लिए शानदार अनुभव।
कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग: पोर्ट ब्लेयर स्थित वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता और बेंगलुरु से सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।
समुद्री मार्ग: चेन्नई, कोलकाता और विशाखापट्टनम से 3-4 दिन की यात्रा वाली यात्री जहाज सेवाएँ मिलती हैं।
ट्रेवल टिप्स

नवंबर से मई के बीच यात्रा करें।
प्लास्टिक कचरा फैलाने से बचें और समुद्री जीवों को नुकसान न पहुँचाएँ।
ट्राइबल रिजर्व एरिया में प्रवेश न करें, यह प्रतिबंधित है।
इंटरनेट स्लो हो सकता है, ऑफलाइन मैप्स और नकद पैसे साथ रखें।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक अद्भुत ट्रेवल डेस्टिनेशन है, जहाँ प्रकृति, रोमांच, इतिहास और संस्कृति का संगम देखने को मिलता है। अगर आप स्वर्ग जैसी जगह की तलाश में हैं, तो अंडमान आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए!
