Rudraksha Wearing Rules
Rudraksha Wearing Rules

Rudraksha Wearing Rules: रुद्राक्ष को भगवान शिव का अंश माना जाता है और कहा जाता है कि यह उनके आंसुओं से उत्पन्न हुआ है। इसका धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही ज्योतिष में भी इसे विशेष स्थान प्राप्त है। रुद्राक्ष से जुड़े कुछ ज्योतिषीय उपाय अत्यंत प्रभावशाली माने जाते हैं। यदि आप भी अपनी समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए रुद्राक्ष धारण करने की योजना बना रहे हैं, तो आज हम आपको इसके नियमों और लाभों के बारे में बता रहे हैं-

रुद्राक्ष धारण करने के नियम

ज्योतिषियों के अनुसार, रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसका शुद्धिकरण आवश्यक है। इसके लिए रुद्राक्ष मंत्र और रुद्राक्ष मूल मंत्र का नौ बार जाप करना चाहिए। साथ ही, यदि रुद्राक्ष को उतारना पड़े, तो उसे हमेशा किसी पवित्र स्थान पर ही रखना चाहिए।

यदि आप रुद्राक्ष धारण करना चाहते हैं, तो इसे हमेशा अपने पैसों से ही खरीदें। किसी अन्य व्यक्ति द्वारा खरीदा गया या उपहार में मिला रुद्राक्ष धारण करने से बचें।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। यदि कोई गर्भवती महिला रुद्राक्ष पहनती है, तो बच्चे के जन्म के बाद सूतक काल समाप्त होने तक उसे हटा देना चाहिए।

यदि किसी की मृत्यु हो जाए और आप उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हों, तो रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए। मान्यता है कि श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के दौरान रुद्राक्ष धारण करना वर्जित होता है, क्योंकि इससे रुद्राक्ष अपवित्र हो सकता है और जीवन में कठिनाइयाँ बढ़ सकती हैं।

रुद्राक्ष को भगवान शिव का प्रसाद माना जाता है, इसलिए इसकी पवित्रता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। यदि आप मांसाहारी हैं, तो मांस ग्रहण करते समय या मदिरा का सेवन करते समय रुद्राक्ष धारण करने से बचें। ऐसा करने से इसकी पवित्रता भंग हो सकती है, जिससे नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं।

रुद्राक्ष धारण करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इसे कभी भी काले धागे में न पहनें। रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले धागे में ही धारण करना चाहिए। साथ ही, इसे अशुद्ध हाथों से छूने से बचें और अपना रुद्राक्ष किसी अन्य व्यक्ति को पहनने के लिए न दें।

शास्त्रों के अनुसार, सोते समय रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए। सोने से पहले इसे गले से उतारकर सिरहाने रखना शुभ माना जाता है, जिससे मन शांत रहता है और बुरे सपने नहीं आते। मान्यता है कि नींद के दौरान और जागने के बाद शरीर में कुछ अशुद्धियाँ आ सकती हैं, जो रुद्राक्ष की पवित्रता को प्रभावित कर सकती हैं।

रुद्राक्ष धारण करने के लाभ

ऐसा माना जाता है कि रुद्राक्ष धारण करने से जीवन में सुख और शांति बनी रहती है, साथ ही कुंडली से सभी नकारात्मक प्रभाव दूर हो जाते हैं।

रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के बारे में कहा जाता है कि इसे पहनने से उसकी ऊर्जा और ताकत में वृद्धि होती है, साथ ही यह तनाव और रक्तचाप को भी कम करता है।

रुद्राक्ष धारण करने से एकाग्रता में वृद्धि होती है और पहनने वाले की याददाश्त भी मजबूत होती है। इसके अलावा, यह सभी प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है।

रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के चारों ओर एक सकारात्मक ऊर्जा का आच्छादन होता है, जो सभी प्रकार की नकारात्मकता को दूर रखता है।

मेरा नाम श्वेता गोयल है। मैंने वाणिज्य (Commerce) में स्नातक किया है और पिछले तीन वर्षों से गृहलक्ष्मी डिजिटल प्लेटफॉर्म से बतौर कंटेंट राइटर जुड़ी हूं। यहां मैं महिलाओं से जुड़े विषयों जैसे गृहस्थ जीवन, फैमिली वेलनेस, किचन से लेकर करियर...