Aadhar Card Fraud: आधार कार्ड हमारे अहम दस्तावेजों में एक है। पहले जहां आईडी प्रूफ के लिए पहचान पत्र की आवश्यकता होती थी वो जगह अब आधार कार्ड ने ले ली है। भारत सरकार द्वारा जारी इस डॉक्यूमेंट को आज लगभग हर जगह मान्यता प्राप्त है। बैंक में खाता खुलवाने से लेकर, टिकट बुकिंग में तक आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है। लेकिन, जैसे-जैसे आधार कार्ड की महत्वता बढ़ी है ठीक वैसे ही इस जरूरी दस्तावेज के जरिए धोखाधड़ी के मामलों में भी इजाफा हुआ है। अपराध की दुनिया में बैठे लोग आधार कार्ड के जरिए लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। आज हम आपको इस लेख में आधार कार्ड से जुड़े फ्रॉड और उससे बचने के लिए बरतने वाली सावधानियों के बारे में बताएंगे।
सरकार ने आधार कार्ड को यूजर के बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर और पैन नंबर से लिंक करना अनिवार्य किया है। सरकार के इस फैसले की आड़ में लोगों के साथ धोखाधड़ी भी की जा रही है। आधार कार्ड कई जगहों पर महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है। इसका फायदा साइबर अपराधी उठा रहे हैं। आधार कार्ड से जुड़े कई तरह के घोटाले भी सामने आ चुके हैं। इस मामलों को देखते हुए सरकारी एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) भी लोगों को धोखाधड़ी से बचने की सलाह देती है।
बायोमेट्रिक डिटेल का होता है ठगी में इस्तेमाल

आधार कार्ड में यूजर की बायोमेट्रिक डिटेल होती हैं, जिसका इस्तेमाल अपराधी अपने इरादों को पूरा करने के लिए करते हैं। बायोमैट्रिक्स में आधार यूजर के अंगूठों, उंगलियों के निशान और आंखों के रेटिना स्कैन का डाटा लिया जाता है। इन्हीं जानकारियों का इस्तेमाल कर अपराधी लोगों के बैंक अकाउंट से लाखों रुपए उड़ा लेते हैं। जिसके लिए ठग आधार इनेबल्ड पेमेंट सर्विस (AePS) का इस्तेमाल करते हैं। आपने कई जगह लिखा हुआ भी देखा होगा कि ‘आधार कार्ड से पैसे निकले जाते हैं) ग्रामीण इलाकों में पैसे निकालने के इस तरीके को ही ठग अपनाते हैं।
बरतें सावधानियां

- बैंक अकाउंट से अपने वेरिफाइड मोबाइल नंबर को ही लिंक करें।
- संदिग्ध गतिविधि का आभास होने पर रोजाना अपने बैंक स्टेटमेंट और पासबुक को चेक करें।
- अपनी निजी जानकारियां, जैसे-आधार कार्ड, बैंक अकाउंट नंबर आदि किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
- किसी भी फॉर्म में जानकारियां भरने के लिए अनजान व्यक्ति की मदद न लें।
- किसी भी तरह के साइबर क्राइम होने की स्थिति में तुरन्त ही साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर सूचित करें।