चीन, जापान और   वियतनाम में लोककथाओं और लोकगीतों में बुदई को मैत्रोय का एक अवतार माना जाता है। जिस प्रकार पुराने साधु अपने बदन पर एक कपड़े का थैला लिए हुए और चेहरे पर मधुर मुस्कान भरी भंगिमा के साथ यात्रा करते थे, उसी प्रकार मैत्रोय भी उसी वेशभूषा में यात्रा किया करते थे। मैत्रोय के बुदई नाम को पश्चिमी लोगों ने गौतम बुद्धा का नाम दे दिया जो उनकी हास्य भंगिमा के कारण लाफिंग बुद्धा के नाम से विख्यात हुए। बुदई का शाब्दिक अर्थ है एक मोटा गंजा व्यक्ति जो कि एक चोला पहने हुए और हाथ में जपने की माला लिए हुए है। वह देखने में निर्धन लेकिन संतुष्ट व्यक्ति प्रतीत होता है जो अपनी जरूरत मात्र की चीजे एक थैले में लिए हुए है।

 

 

चीनी सभ्यता के अनुसार लाफिंग बुद्धा एक गहन संतोष का प्रतीक है। उसी की प्रतिमाएं कई मन्दिरों, रेस्टोरेंट और व्यवसायिक स्थलों/संस्थाओं की शोभा बढ़ाती हैं। बुद्धा का दूसरा अर्थ यह भी है कि एक ऐसा इंसान जिसे ईश्वर की प्राप्ति हो चुकी है।

 

लाफिंग बुद्धा फेंग शुई के अनुसार सम्पन्नता, सफलता और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। हंसते हुए बुद्धा की मूर्ति खुशहाली के द्वार खोलती है। घर एवं ऑफिस में इस की स्थापना से धन-दौलत की वृद्धि होती है। इसका मोटा पेट संपन्नता का प्रतीक है। हिंदू संस्कृति में किसी भी शुभ कार्य में श्री गणेश जी की पूजा सबसे पहले की जाती है क्योंकि श्री गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा गया है श्री गणेश जी का बड़ा पेट होने के कारण उन्हें लंबोदर भी कहा जाता है। गणेश जी के अलावा किसी भी देवी-देवता का पेट बड़ा नहीं दिखाई देता। जिस प्रकार श्री गणेश जी को ऋद्धि-सिद्धि, शुभता एवं सफलता का प्रतीक माना जाता है उसी प्रकार लाफिंग बुद्धा को भी इन दैवी नियामतों को देने वाला माना गया है। जापान में भी लाफिंग बुद्धा को सात भाग्यशाली देवताओं में से जाना जाता है।

कहां रखें

  • लाफिंग बुद्धा को घर व ऑफिस में कहीं भी रख सकते हैं क्योंकि यह धन-दौलत के देवता हैं। लाफिंग बुद्धा को सही जगह रखना बहुत महत्त्वपूर्ण होता है।
  • इसको कभी भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए। चाहे आकार में कितना भी बड़ा या छोटा क्यों न हो इसको लगभग जमीन से कम से कम 30 इंच की ऊंचाई से ऊपर रखना चाहिए।
  • इसका मुख मुख्य दरवाजे की तरफ होना चाहिए ताकि आगंतुकों को यह नजर आए। और वह घर में प्रवेश करते ही खुशी के माहौल का अनुभव करें।
  • यदि ऐसे रखना संभव न हो तो आप इसे किसी प्लेटफार्म, स्टूल या टेबल पर इस तरह रखें कि उस का मुख मुख्य दरवाजे की तरफ ही हो लाफिंग बुद्धा को लिविंग रूम, ड्राईन्ग रूम, पूजा स्थल जैसे शुभ स्थान पर भी रखा जा सकता है। 
  • विद्यार्थी वर्ग इसको अपने स्टडी टेबल पर रख सकते हैं जिससे कि वो अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकें। 
  • कार्यालय या ऑफिस में रखने से व्यवसाय में बढ़ोत्तरी होती है। 
  • लाफिंग बुद्धा के पेट को छूने की भी परंपरा है। इनके पेट को बार-बार छूते रहने से धन-संपत्ति की अवश्य वृद्धि होती है।

 

सावधानियां

  • लाफिंग बुद्धा को कभी भी बेडरूम, किचन या बॉथरूम में न रखें।
  • लाफिंग बुद्धा की ऊंचाई अधिकतम 2 से 3 फुट की ही शुभ मानी जाती है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

बुद्धा की विभिन्न मुद्राएं

 

  • धन की पोटली वाला लाफिंग बुद्धा- यदि आपकी आमदनी अच्छी है और पैसा टिक नहीं पाता है, बरकत नहीं होती तो इस बुद्धा को घर में रखने से धन संचित होने लग जाता है।
  • सोने की नाव वाला लाफिंग बुद्धा- यदि व्यवसाय में या नौकरी में तरक्की न हो रही हो तो इस बुद्धा को घर में रखने से खुशियों के रास्ते खुल सकते हैं। अचानक धन लाभ यानी शेयर, निवेश, लॉटरी से धन प्राप्ति के लिए भी रखना शुभ माना जाता है।
  • दोनों हाथों में सोने की नाव ऊपर उठाए हुए- यदि भाग्य आपका साथ न दे रहा हो, मेहनत ज्यादा सफलता कम मिल रही हो तो, बनते काम बिगड़ रहे हों, लोन मिलने में परेशानी आ रही हो तो इस बुद्धा को रखें।
  • बच्चों के साथ बैठे हुए बुद्धा- यह बुद्धा उन दम्पतियों के लिए वरदान साबित होते हैं जो कि नि:सन्तान हैं या जिनको संतान प्राप्ति में कठिनाइयां आ रही हैं या जिनके बच्चे कहना नहीं मानते व बड़े-बुर्जुर्गों की आज्ञा का पालन नहीं करते।
  • ड्रैगन के साथ बैठे हुए बुद्धा- यह बुद्धा दिव्य शक्तियों के मालिक माने जाते हैं। इसे रखने से जादू, मंत्र, टोना-टोटका, ऊपरी बाधाएं जैसी परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
  • हाथ में वु लु लिए हुए- वु लु एक प्रकार का फल है जो पीले रंग का होता है। यदि घर में कोई सदस्य लगातार बीमार चल रहा हो या बीमारी का पता न चल रहा हो या घर से बिमारियां न जा रही हों तो इस बुद्धा को घर में रखें।
  • सुरक्षित यात्रा वाला बुद्धा- इस बुद्धा को यात्रा में साथ रखने से आपकी यात्रा सुखद एवं मंगलकारी रहती है। किसी प्रकार की दुर्घटना का भय नहीं रहता।
  • प्रेममय बुद्धा- इसको रखने से परिवार के सदस्यों के बीच असीम स्नेह व सुख-शांति का वातावरण बना रहता है।
  • आध्यात्मिक शक्ति प्राप्ति बुद्धा- इस बुद्धा को रखने से अंतज्र्ञान की प्राप्ति होती है। इसे आप अपने ध्यान कक्ष में भी रख सकते हैं।

 

ये हैं फायदें

जिस प्रकार हमारे यहां भगवान के कई अवतार हैं उसी प्रकार लाफिंग बुद्धा के भी कई रूप माने जाते हैं। मुख्यत: धन की पोटली लिए हुए लाफिंग बुद्धा ज्यादा प्रचलित हैं। हंसते रहने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और धन का सही उपयोग करने से भविष्य के लिए धन को संभाल लिया जाए तो बुढ़ापा आसानी से निकलता है (कोई चिंता नहीं होती) लाफिंग बुद्धा भी इसी बात का प्रतीक माना जाता है।

लाफिंग बुद्धा को दीर्घायु, कॅरियर, धन, आरोग्य, खुशी व संतान की खुशहाली का प्रतीक माना जाता है। लाफिंग बुद्धा को उपहार में लेना व देना शुभ माना जाता है। लेकिन आप इसे स्वयं भी खरीद सकते हैं। ये मानव जीवन की समस्त परेशानियों, कष्टों और बाधाओं को समाप्त कर जीवन में सफलता व सुख-शांति लाते हैं। यह विशेषतया ‘ची’ नामक आंतरिक ऊर्जा को प्रभावित करते हैं ताकि घर के अंदर व बाहर प्रवाहित होने वाली ची नामक ऊर्जा से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। ची नामक इस आंतरिक ऊर्जा से उन्नति एवं स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, धन-संपदा बढ़ने में सहायता मिलती है तथा घर, व्यवसाय तथा कार्यस्थल का वातावरण खुशहाल व प्रफुल्लित रहता है।

 

(साभार – साधना पथ)

 

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