मांग के अनुसार शिक्षा मे परिवर्तन लाएं
Bring changes in education as per demand

Hindi Moral Story: समाज को आगे ले जाने के लिए बेटियों की शिक्षा से संबंधित निर्णय हर माता-पिता को लेना चाहिए, ताकि समय आने पर बेटियां शिक्षा को अपने कर्तव्य के अनुसार ढाल कर आगे बढ़ सकें।

सभी जानते हैं कि कर्तव्य की मांग के अनुसार स्त्री अपने-आपको ढालने की अद्भुत क्षमता रखती है। स्त्री शिक्षा से सम्बन्धित कोई भी परिवर्तन करना कठिन होगा, लेकिन अस्वाभाविक नहीं है। यह बात मैंने अपने खुद के अनुभव से जानी है। आज कई युवतियों और युवकों के मन में मेरी सलाह के प्रति बहुत सम्मान है, जो ब्यूटी केयर के क्षेत्र में अपना नाम बनाने के लिए मेरे दिखाए मार्ग का पालन करते हैं। उसके पीछे मेरा इस फील्ड के प्रति समर्पण है, जो मुझे यहां तक ले आया। मैं सिख परिवार से हूं इसलिए मेरा परिवार नहीं चाहता था कि मैं बाल काटने के प्रोफेशन में आऊं और इस पेशे के प्रति बहुत अधिक गंभीर होऊं। लिहाज़ा मैं ने भी समय के साथ टीचिंग लाइन चुनी। मगर मेरे मन से कहीं ना कहीं तब भी ब्यूटी के प्रति
रुझान था।

वर्ष 1988 में, जब मैंने सौंदर्य उद्योग में उतरने का फैसला किया तो मेरे लिए यह राह सरल नहीं थी। उस समय पेशे से मैं विज्ञान की शिक्षिका थीं लेकिन ब्यूटी मेरा पहला प्रेम था और उसके प्रति मेरा अनुराग दिन पर दिन बढ़ रहा था। बचपन से लेकर उस समय तक भी ब्यूटी प्रोफेशन को लेकर लोगों के मन में बसी धारणाओं में कोई अधिक अंतर नहीं आया था। वह समय ऐसा था, जिसमें ब्यूटी रिलेटेड बातों के लिए ब्यूटीशियन से संपर्क किया जाता था और स्किन का कंनसर्न आने पर पेशेवर डर्मेटोलॉजिस्ट से ही संपर्क किया जाता था।

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जब मैंने टीचिंग लाइन से हट कर ब्यूटी लाइन से जुड़ने की शुरूआत की तो अपने क्लाइन्ट्स के स्किन संबंधित इश्यूज को देखकर मुझे लगा कि मैं ब्यूटी की फील्ड से अपनी विज्ञान सम्बन्धी शिक्षा को जोड़कर उसका फायदा उठा कर कॉस्मेटिक क्लीनिक की शुरुआत कर सकती हूं। यहां पर मुझे कर्तव्य की मांग के अनुसार अपने-आप को ढालने की अद्भुत क्षमता का पता चला, क्योंकि जब मैंने इसकी शुरुआत की तो इस क्षेत्र में मज़बूत शैक्षिक पृष्ठभूमि वाले लोग बहुत ज़्यादा नहीं थे। मैंने इस पेशे में अपने वैज्ञानिक ज्ञान को लागू किया और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रभावी तरीके पाये।

आज इस प्रोफेशन में होम्योपेथिक, आयुर्वेदिक डॉक्टर, टीचर्स भी प्रवेश कर चुके हैं। यही वजह है कि मैं हमेशा से ब्यूटी प्रोफेशन को ब्यूटी इन बीएससी का दर्जा दिलाने के लिए प्रयासरत हूं। मेरा मानना है कि स्किन, हेयर और बॉडी का एनेलिसिस किए बिना सौन्दर्य उपचार नहीं किया जा सकता है, इसलिए मैं अपने स्टूडेंट्स को अपने इंस्टिट्यूट में सेलेबस से स्किन, हेयर और बॉडी के एनेलिसिस की पूरी जानकारी देती हूं। अपने प्रोफेशन में साइंटिफिकली आगे बढ़ने के लिए मैंने मेग्नेटिक थेरेपी का कोर्स किया। वर्ष 2000 में आयुर्वेदिक आचार्य की डिग्री भी ली।

इस बीच जब मैं बाजार में प्रोडक्ट खरीदने जाती थी तो मुझे उन प्रोडक्ट्स में विश्वसनीयता दिखाई नहीं देती थी, इसलिए मैंने प्रोडकेट बनाने की सोची। अपने शुरूराती दौर में मैं अपने किचन में ही प्रोडक्ट बनाती थी तो मेरे पति भी मेरा साथ देते थे। धीरे-धीरे उनको उन्हें इंटरेस्ट आया तो उन्होने प्रोडक्ट बनाने का बिजनेस अपने हाथ में ले लिया और उसके बाद हम लोग रिसर्च करके प्रोडक्ट बनाने लगे। आज हमारे साथ डॉक्टर, केमिस्ट भी शामिल हैं। हर्ब्स का ज्ञान हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत में मिला है इसलिए हम आज ज्यादा से ज्यादा सौंदर्य उत्पादों के रूप में हर्बल वस्तुओं को प्राथमिकता देते हैं। इनका इफेक्ट बहुत लंबे समय तक प्रभाव देने वाला होता है। मैं दैनिक जीवन में भी अपने भोजन में इन हर्ब्स को शामिल करने पर जोर देती हूं।

सौंदर्य प्रौद्योगिकी को बढ़ाने के लिए चौबीस कैरेट के फेशियल, लेज़र उपचार, कम्प्यूटरीकृत हेयर स्टाइलिंग और परमानेंट नेल कल्चर जैसी उन्नत प्रौद्योगिकी को मैं अपने देश में ले आई। हालांकि मेरी फैमिली कनाडा बेस्ड है। मेरे लिए बाहर सेटल होना कोई मुश्किल नहीं था, लेकिन मुझे बचपन से ही अपने देश से प्रेम है। मैं अपने देश को छोड़कर बाहर नहीं जाना चाहती थी। मैं हमेशा से ही अपने ज्ञान, अपने अनुभव को
अपने देशवासियों के साथ बांटना चाहती हूं, जिससे मेरा देश और मेरे देशवासी खूबसूरत बन सके। मैंने जिस ज्ञान को अपने अनुभव से अर्जित किया है, उस ज्ञान को पढ़ाई के द्वारा सबके बीच बांटने का फैसला किया। पढ़ाने के प्रति मेरा वैसे भी सकारात्मक नज़रिया था, इसलिए विदेशों से जब मैं नई स्किल और टेक्नॉलॉजी के बारे में पढ़कर आती हूं तो उसे अपने स्कूल और सेमिनार के थ्रू स्टूडेंट्स के
बीच बांट देती हूं।