मैं 23 वर्षीय महिला हूं। मैं पीसीओएस से पीड़ित हूं। मेरी कुछ दोस्त भी हैं जो इस समस्या का सामना कर रही हैं। लेकिन उपचार से उन्हें मदद नहीं मिल रही है। कृपया मुझे बताएं कि क्या कुछ ऐसी बातें हैं जो पीसीओएस से पीडि़त मरीज को ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि दवाएं अच्छी तरह काम करें। मुझे खुशी होगी अगर आप दर्द कम करने के कुछ घरेलू नुस्खों की भी जानकारी दें।
— बीना यादव, बेंगलुरु
पीसीओएस, पॉलीसिस्टिक ओवरियन सिंड्रोम एक ऐसी चिकित्सकीय परिस्थिति है जिसमें अनियमित या मासिक धर्म न होने, अत्यधिक मात्रा में मासिक धर्म होना, शरीर और चेहरे पर अत्यधिक बाल होने, मुहांसे, पेल्विस में दर्द, निष्फलता और मोटी, गहरे रंग की और वेल्वेटी त्वचा के निशान और मोटापे जैसे लक्षण होते हैं। इसके उपाय के लिए आप –
1. कम कार्बोहाइड्रेट, उपयुक्त प्रोटीन और कम वसा वाले उत्पादों से युक्त भोजन ही करें।
2. नियमित रूप से व्यायाम करें।
3. पीसीओएस के पहले उपचार के तौर पर आईआर और मोटापे की देखभाल पर गौर किया जाना चाहिए।
4. तनाव कम करें- ऐसी चीजें करने की कोशिश करें जो आपको खुश रखती हों।
5. इंसुलिन प्रतिरोध से बचने या समय से उपचार शुरू करने के लिए आपको नियमित रूप से अपनी डायबिटीज की जांच करानी चाहिए।
पीसीओएस की समय से जांच होनी जरूरी है और उपरोक्त लक्षणों से पीड़ित महिलाओं को जांच के लिए अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए। हालांकि पीसीओएस से बचा नहीं जा सकता है लेकिन समय से इसकी जांच और उपचार से निष्फलता, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, मोटापे, डायबिटीज और हृदय रोगों जैसी लंबी अवधि की जटिलताओं से बचने में मदद मिलती है।
पीसीओएस के उपचार का मुख्य उपाय अच्छा और कम कार्बोहाइड्रेट वाला सेहतमंद भोजन और व्यायाम है। ओसी जैसा कोई भी हार्मोनल उपचार पीसीओएस को ठीक करने में मददगार साबित नहीं होगा। ओसी जैसे हार्मोनल उपचार से सेरेब्रल वेनस थ्रॉम्बॉसिस यानी सीवीटी जैसे नुकसान का कारण बनता है, इसलिए इससे बचना चाहिए। आजकल इसका उपचार मेयो आइनोसिटॉल नामक मिश्रण के साथ किया जाता है जो एक हार्मोन नहीं है और पीसीओएस के सभी लक्षणों को कम कर सकता है।
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