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डीहाइड्रेशन से आप कई परेशानियों का शिकार हो सकते हैं। लू के साथ ही हीट स्ट्रोक जैसी कई गंभीर बीमारियां आपको हो सकती हैं। यही कारण है कि गर्मी के मौसम में पर्याप्त पानी और लिक्विड पीना चाहिए।
5 Facts about Hydration: गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। इस दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। नहीं तो आप कई परेशानियों का शिकार हो सकते हैं। लू के साथ ही हीट स्ट्रोक जैसी कई गंभीर बीमारियां आपको हो सकती हैं। यही कारण है कि गर्मी के मौसम में पर्याप्त पानी और लिक्विड पीना चाहिए। हालांकि आज भी शरीर को हाइड्रेट रखने को लेकर लोग कई मिथ में फंसे हैं। आइए आज जानते हैं ऐसे 5 सबसे कॉमन मिथ के बारे में।
मिथ नंबर 1 : साफ यूरिन हाइड्रेशन का संकेत

अमेरिका में एमडी डॉ. जेसन सिंह ने हाल ही में एक वीडियो शेयर कर हाइड्रेशन से जुड़े बड़े मिथ के विषय में बताया है। जिनमें से पहला का ‘साफ यूरिन’ को लेकर। अधिकांश लोग यही मानते हैं कि साफ यूरिन का मतलब है कि उनका शरीर पूरी तरह से हाइड्रेटेड है। लेकिन असल में यह एक बड़ा मिथ है। बिल्कुल साफ यूरिन यह बताता है कि आपका शरीर जरूरत से ज्यादा हाइड्रेट है। ये इस बात का भी इशारा है कि आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बाधित हो रहा है। और सोडियम का स्तर कम हो रहा है।
मिथ नंबर 2 : कैफीन डिहाइड्रेशन के लिए जिम्मेदार
अधिकांश लोग यह मानते हैं कि कैफीन के सेवन से डिहाइड्रेशन होने लगता है। हालांकि यह भी एक मिथ है। यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट के एक अध्ययन के अनुसार अगर आप सही मात्रा में कैफीन यानी 200 से 300 एमजी, का सेवन करते हैं तो यह शरीर में कुल पानी में केवल 0.25% परिवर्तन करता है। यह परिवर्तन नाममात्र का होता है। बल्कि अन्य शोध यह दावा करते हैं कि जब आप सुबह कॉफी का सेवन करते हैं तो यह आपके डेली लिक्विड इनटेक को बढ़ाता है।
मिथ नंबर 3 : पानी से बेहतर हैं स्पोर्ट्स ड्रिंक
पिछले कुछ सालों में स्पोटर्स ड्रिंक्स को लेकर ऐसी मार्केटिंग हुई है कि लोग इन्हें पानी से भी ज्यादा फायदेमंद मानने लगे हैं। लोगों को लगता है कि स्पोर्ट्स ड्रिंक पीकर वे ज्यादा हाइड्रेट रहते हैं। हालांकि यह सोच एकदम गलत है। डॉ. सिंह के अनुसार स्पोर्ट्स ड्रिंक पीने वाले अधिकांश लोगों को ग्लूकोज-इलेक्ट्रोलाइट की कोई जरूरत नहीं होती है। जब तक आप 60 मिनट से ज्यादा समय तक इनटेंस एक्सरसाइज न करें, तब तक इनका सेवन बेकार है। क्योंकि ये ड्रिंक्स ग्लाइकोजन के स्टोरेज को कम नहीं करती हैं। इनसे आपको सिर्फ अनावश्यक कैलोरी मिलती है।
मिथ नंबर 4 : बर्फ के पानी से घटती हैं कैलोरी
गर्मियों के दिनों में बर्फ का ठंडा पानी पीकर लोग मानते हैं कि इससे कैलोरी बर्न होती हैं। उन्हें लगता है कि बर्फ के पानी से ठंडे हुए बॉडी के तापमान को सिर्फ से नॉर्मल लाने में काफी कैलोरी बर्न होती है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। जब आप बर्फ का पानी पीते हैं तो शरीर के 0 डिग्री सेल्सियस तापमान को फिर से 37 डिग्री सेल्सियस तक लाने में मात्र 7.5 कैलोरी बर्न होती हैं। यह कैलोरी एक बादाम में मौजूद कैलोरी से भी कम है। ऐसे में साफ है कि इस तरीके से आप वजन कम नहीं कर सकते।
मिथ नंबर 5 : दिन में 8 गिलास पानी पिएं
लोग मानते हैं कि दिनभर में 8 गिलास पानी पीने से हाइड्रेशन दूर होता है। लेकिन यह भी एक मिथ है, क्योंकि हर किसी के लिए पानी की जरूरत अलग—अलग होती है। यह सिर्फ मनमाना आंकड़ा है। जबकि असल में यह आंकड़ा आपके बॉडी मास इंडेक्स, एक्टिविटी, मौसम और आहार पर निर्भर करता है। इसलिए हाइड्रेशन के लिए जरूरी पानी आप इन सभी के अनुसार तय करें।
