‘‘मेरी पत्नी में वे सब लक्षण हैं, जो इस पुस्तक में दिए गए हैं। जी मिचलाना, कुछ पसंद न आना, बार–बार मूत्र वगैरह! मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं उसके लिए क्या कर सकता हूँ?
इस समय आपकी पत्नी गर्भावस्था के हार्मोनों की जकड़ में है और उसी हिसाब से उसके शरीर में बदलाव आ रहे हैं। इस बारे में न तो वह कुछ कर सकती हैं और न ही आप उसकी कोई मदद कर सकते हैं।वैसे आप थोड़ी-बहुत सहायता के लिए आगे आ सकते हैं। उसे थोड़ा बेहतर महसूस करने में मदद कर सकते हैं।
थोड़ी सी तैयारी
अभी शिशु को लाने के बारे में सोचा नहीं है उससे पहले ही आपको अपने व साथी पर पूरा ध्यान दे देना चाहिए। हमारे पहले अध्याय में इसके बारे में बताया गया है। इसकी जानकारी लें व इन नियमों के हिसाब से चलें।
मॉर्निंग सिकनेस :– मॉर्निंग सिकनेस एक ऐसा लक्षण है, जो अपने नाम के हिसाब से सही नहीं है। यह सिर्फ सुबह के समय नहीं होता। आपकी पत्नी को पूरे दिन में कभी भी बाथरूम की ओर भागना पड़ सकता है। उसे थोड़ा बेहतर महसूस करने में मदद करें। उस आफटर शेव को न लगाएँ, जिसकी गंध से उसे उबकाई आए। उसे पंप पर गैस भराने न भेजें। उसे पूछ कर ऐसा खाना लाकर दें, जिसे खाने से उसे उल्टी न आए या उसका जी न मिचलाए। उसकी पीठ मलेें, थोड़ा ठंडा पानी पिलाएँ। उसे दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा खाने को कहें। उसके साथ इस बारे में मजाक न करें।
पसंद–नापसंद :- उसे इस समय कुछ ऐसा भोजन पसंद आने लग सकता है, जिसे वह कभी नहीं खाती थी या उसे ऐसा भोजन पसंद लग सकता है, जिसे वह कभी नहीं खाती थी या उसे अपने मनपसंद भोजन से नफरत हो सकती है। अपनी पसंद नापसंद भुलाकर उसके हिसाब से चलने की कोशिश करें। रात को उसके लिए आइसक्रीम लाने के लिए पैदल भी जाना पड़े तो इसमें कोई हर्ज नहीं है।
थकान:- अगर आपको लगता है कि दिन के अंत में आप थक जाते हैं तो जरा अपने साथी के बारे में सोचें। वह इस समय शिशु निर्माण की प्रक्रिया में है। उसे कितनी थकान हो जाती होगी। उसे घर में मेहनत वाले कामों से दूर रखें।
नींद की परेशानी:– इस समय वह एक शिशु बना रही है लेकिन उसके पास शिशु जैसी गहरी नींद नहीं है। यदि रात को उसे नींद न आए तो पास लेट कर खर्राटे लेने की बजाए उसके साथ जागें। उसकी पीठ मलें। एक कप गर्म दूध या कुछ खाने को दें। उससे बातें करें।उसे दुलारें। इस तरह आप दोनों आराम से सो पाएंगे। यह न सोचें कि इस तरह वह सेक्स के मूड में आ जाएगी। इन दिनों उसका मन इससे विमुख भी हो सकता है।
मूत्र:- पहली तिमाही में बार-बार मूत्र की समस्या काफी अधिक हो सकती है। उसके लिए बाथरूम हमेशा खाली रखें। रात को बाथरूम के रास्ते में सामान न पड़ा रहने दें।वहां एक लाइट जलती रहे ताकि रात को उसका पांव न उलझे। अगर वह मूवी के दौरान तीन बार या आपके माता-पिता के यहां जाते समय रास्ते में छः बार शौच के लिए रुके तो बुरा न मानें, उसे समझने की कोशिश करें।
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