हमेशा की तरह याद रखें कि दो गर्भावस्थाएं एक सी नहीं होतीं। हो सकता है कि आपको इन सभी लक्षणों का सामना करना पड़े या फिर एक-दो लक्षण ही सामने आएं। कुछ पिछले महीने से ही चले आ रहे होंगे और कुछ, बिल्कुल नए होंगे। यह भी हो सकता है कि ज्यादा लक्षण प्रकट ही न हों। हैरान-परेशान न हों। लक्षण होने या न होने से आपकी गर्भावस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ता। इस माह आप निम्नलिखित लक्षण महसूस कर सकती हैं‒
शारीरिक :- थकान, ऊर्जा में कमी, उनींदापन, बार-बार मूत्र की इच्छा, उबकाई, उल्टी सहित या उल्टी के बिना ज्यादा लार बनना, कब्ज,छाती में जलन, अपच, पेट में अफारा, खाने की पसंद, नापसंद
ब्रेस्ट में बदलाव :- संवेदनशीलता, भारीपन,निप्पलों के आसपास के पिगमेंट का गहराना,उन पर मोटे-मोटे गूमड़ों का उभार, हल्की नीली रेखाओं का जाल, आपकी ब्रेस्ट के लिए रक्त की आपूर्ति बढ़ जाएगी।
- योनि से हल्का सफेद स्राव कभी-कभी सिर में दर्द
- हल्की बेहोशी या सिर चकराना
- पेट का हल्का गोलाई में आना
भावनात्मक :- भावनात्मक उतार-चढ़ाव (जैसा पीएमएस में होता है) मूड में उतार-चढ़ाव,बेचैनी, व्याकुलता या यूं ही रोने की इच्छा
- भय, आनन्द या ऐसे ही भावों का प्रकट होना
- गर्भावस्था न होने का भय
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