यीस्ट संक्रमण
‘‘मुझे लगता है कि मुझे यीस्ट इंफैक्शन है।क्या मुझे अपनी मर्जी से कोई दवा लेनी चाहिए या डॉक्टर को दिखाऊँ?”
गर्भावस्था के दौरान अपने-आप कोई भी इलाज करने या दवा लेने की कोशिश न करें,फिर चाहे वह यीस्ट इंफैक्शन के लिए ही क्यों न हो चाहे यह आपको सैकड़ों बार हो चुका हो। आपको इसके सारे लक्षण (पीला, हरा व गाढ़ा चीज़ युक्त स्राव व दुर्गंध लाली, जलन,सूजन व खारिश वगैरह) पता हों या आप कई बार दवा ले कर इसका इलाज कर चुकी हों लेकिन इस बार इसे डॉक्टर को दिखाएँ।
आपका इलाज कैसे होगा, यह डॉक्टर संक्रमण देखने के बाद तय करेंगे यदि यह सामान्य यीस्ट संक्रमण हुआ तो डॉक्टर योनि के लिए जैल, मलहम या क्रीम लिख देंगे।गर्भावस्था में एटी यीस्ट स्नेंट ‘फ्लूकोनाज़ोल’की दवा भी दे सकते हैं लेकिन इसकी खुराक हल्की व दो दिन से अधिक की नहीं होगी।
बदकिस्मती से यह इलाज अस्थायी होता है। संक्रमण दोबारा लौट आता है व डिलीवरी तक बना रहता है व इसके बाद दोबारा इलाज कराना पड़ सकता है।
अपने शरीर के गुप्तांगों की साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें। तंग अधोवस्त्र न पहनें। इस हिस्से को थोड़ी हवा लगने दें। दही आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। आप डॉक्टर से पूछकर कोई असरकारक प्रोबायोटिक भी ले सकती हैं। कई पुराने मरीज मानते हैं कि चीनी,बेक्ड खाद्य पदार्थ व मैदा वगैरह न लेने से भी उन्हें आराम आता है। ड्रश न करें क्योंकि इससे योनि में बैक्टीरिया का सामान्य संतुलन बिगड़ जाता है।
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