Mobile Neck Pain: यदि आप बार-बार उपयोग के दौरान अपने डिवाइस को उठाने में सहज नहीं हैं, तो अपनी गर्दन झुकाने के बजाय खुद को इस तरह से प्रशिक्षित करें जिससे बिना गर्दन नीचे झुकाये आप अपने स्क्रीन को देख सकें।
स्मार्टफोन के प्रसार के साथ बड़ी संख्या में भारतीय इसके उपयोगकर्ता बन गये हैं। स्मार्टफोन के निर्माता वीवो द्वारा किए गए एक संयुक्त सर्वे के अनुसार, भारतीय जितनी देर जागते रहते हैं, उसका
एक तिहाई समय स्मार्टफोन की स्क्रीन देखने में बिता देते हैं। लंबे समय तक स्क्रीन पर देखने से सर्वाइकल स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) पर अधिक दबाव पड़ता है, जिसके कारण गर्दन में दर्द होने लगता है। मात्र 15 डिग्री तक का झुकाव रीढ़ पर 25 पाउंड से अधिक दबाव डाल सकता है। यह मुद्रा बहुत हद तक अप्राकृतिक है और अधिक समय तक अनियमित तनाव बने रहने से रीढ़ के साथ-साथ आसपास के ऊतकों पर भी बुरा असर पड़ता है। यहां कुछ तरीके बताये जा रहे हैं, जिनका उपयोग आप गर्दन पर पड़ने वाले तनाव से बचने के लिए कर सकते हैं।
सामने की तरफ देखें
अपने फोन को आंखों के स्तर तक ऊपर उठाएं। इससे आपके गर्दन का झुकाव कम होगा और इससे यह सुनिश्चित होगा कि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी है। यदि आप बार-बार उपयोग के दौरान अपने डिवाइस को उठाने में सहज नहीं हैं, तो अपनी गर्दन झुकाने के बजाय खुद को इस तरह से प्रशिक्षित करें जिससे बिना गर्दन नीचे झुकाये आप अपने स्क्रीन को देख सकें।
अपनी मुद्रा की जांच करें
आप बैठकर डिवाइस का उपयोग कर रहे हैं तब रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधा रखने की कोशिश करें। यदि आप अधिक समय तक अपने डिवाइस का उपयोग करना चाहते हैं तो किसी कुर्सी पर पीछे
की तरफ सहारा देकर आ राम से बैठ जायें और अपने हाथ को सीधा रखते हुए इसका प्रयोग करें।
थोड़ा ब्रेक लें
यदि कई घंटों तक अपने डिवाइस का उपयोग करते हैं, तो अपनी पीठ और गर्दन को आराम देने के लिए नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे ब्रेक लें। अपने डिवाइस के उपयोग को एक बार में 15 मिनट तक के लिए सीमित करें। यदि आपकी नौकरी में लगातार टेक्सटिंग (मैसेज भेजना) शामिल
है, तो ऐसा करने की बजाय फोन कॉल कर लें।
इन स्ट्रेच (खिंचाव) को आजमाए

सीधे बैठें और अपनी ठुड्डी (चिन) को पीछे की तरफ दबायें। कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में रहें और इस क्रिया को कई बार दोहराएं। रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने के लिए सीधी लकड़ी की कुर्सी का प्रयोग करें। अपने कंधों को अपने कानों की सीध में रखें। कंधे का व्यायाम आपकी गर्दन को रीढ़ की हड्डी की सीध में रखने का सबसे अच्छा तरीका है।
गर्दन के दर्द से निपटने के लिए योगासन करे
मांसपेशियों के दर्द से निपटने के लिए कुछ योगासन फायदेमंद हैं। आइए हम कुछ ऐसे आसनों पर नजर डालें, जो गर्दन के दर्द को कम करने में मददगार हैं।
पूर्वोत्तनासन
यह मुद्रा न केवल सीने के मांसपेशियों को फैलाती है, बल्कि कंधे की पसलियों को भी स्थिर करती है। इसे करने के लिए अपने पैरों को सीधा फैलाकर बैठें। कंधे की पसलियों को बाहर की ओर मोड़ें और अपनी हथेलियों को अपने कूल्हों के बगल में जमीन पर दबाएं। धीरे-धीरे अपने कूल्हों को उठाएं और अपने पैरों को सीधा करें जब तक कि आप पूरी तरह से सीधे तन न जायें। अपने सिर को
पीछे की तरफ ले जाएं और पांच बार गहरी सांस लेते हुए इस स्थिति में रहें, फिर सामान्य स्थिति में आ जाएं।
गोमुखासन

योगासन की यह मुद्रा आपकी ऊपरी बांहों को खोलती है और कंधों और सीने की मांसपेशियों को फैलाती है। इसे करने के लिए सामने अपने पैरों को फैलाकर सीधे बैठ जायें। अब दाएं पैर को मोड़ें और बाएं पैर के नीचे इस तरह रखें कि दायां पैर कूल्हे को छूए। बाएं पैर को दाहिने पैर के ऊपर रखें ताकि उसकी एड़ी
दाएं कूल्हे को छूए। बाएं हाथ को बाएं कंधे के ऊपर ले जाएं। दाहिने हाथ को पीठ के पीछे रखें। हाथों
की उंगली को पकड़ें। रीढ़ और सिर एकदम सीधा रखें। सामान्य रूप से सांस लेते रहें। पैरों और हाथों की स्थिति को बदलकर इसी अभ्यास को दोहराएं।
मार्जरीआसन

यह मुद्रा रीढ़ को ढीलाकर लचीला बनाती है। घुटने के बल खड़े रहें और घुटनों के बीच थोड़ा अंतर रखें। आगे की तरफ झुकें और हथेलियों को कंधे के नीचे और घुटने के सामने जमीन पर रखें। सांस लेते समय धीरे-धीरे अपने सिर, छाती और कूल्हे की हड्डियों को ऊपर उठाएं और पीठ के निचले हिस्से पर दबाव डालें। दस सेकंड तक के लिए इसी स्थिति में रहें। जब सांस छोड़ें तो सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और ठोढ़ी को अपने सीने और अपनी पीठ के ऊपर जितना संभव हो ले जाएं और नितंबों को आराम दें। इस क्रिया को कई बार दोहराएं।
सुनिश्चित करें कि इन योगासनों का अभ्यास आप किसी प्रशिक्षित और अनभु वी योग परीक्षक के मार्गदर्शन में तब तक करें जब तक इनको आप पूरी तरह से सीख न जायें। यदि आप इसे अपने तरीके से करेंगे और अगर सही तरीके से न कर पाये तो फायदे की जगह नुकसान होगा और आपकी गर्दन का दर्द ठीक होने की बजाय और बढ़ जायेगा।
