मेनोपॉज के दौरान 60% महिलाएं महसूस करती हैं यह समस्या, अगर आप भी हैं परेशान तो ऐसे पाएं आराम: Menopause Side Effects
Menopause Side Effects

Overview:

मेनोपॉज के दौरान हर महिला के शरीर में हार्मोन का संतुलन बदलता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन कम बनने लगते हैं। अच्छी नींद के लिए एस्ट्रोजन एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। वहीं प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के सही स्तर पर नींद की गुणवत्ता निर्भर करती है।

Menopause Side Effects: हर महिला के लिए 45 से 55 साल के बीच की उम्र किसी अनजानी परीक्षा की तरह होती है। क्योंकि इन सालों में वह बड़े हार्मोनल बदलाव मेनोपॉज से गुजरती है। इस दौरान न सिर्फ महिलाओं में कई शारीरिक परिवर्तन आते हैं, बल्कि वह कई मानसिक परेशानियों से भी गुजरती है। इन्हीं में से एक है अनिद्रा की समस्या। दरअसल, हार्मोनल बदलाव नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक स्टडी के अनुसार ​मेनोपॉज के समय करीब 60% महिलाएं अनिद्रा की परेशानी से गुजरती हैं।  

Menopause Side Effects-मेनोपॉज के दौरान हर महिला के शरीर में हार्मोन का संतुलन बदलता है।
During menopause, the hormonal balance in every woman’s body changes.

मेनोपॉज के दौरान हर महिला के शरीर में हार्मोन का संतुलन बदलता है। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन कम बनने लगते हैं। अच्छी नींद के लिए एस्ट्रोजन एक महत्वपूर्ण हार्मोन है। वहीं प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के सही स्तर पर नींद की गुणवत्ता निर्भर करती है। जब शरीर में इन दोनों ही हार्मोन की कमी होती है तो अनिद्रा की परेशानी होने लगती है। इसी के साथ मेनोपॉज के दौरान हॉट फ्लैश और नाइट स्वेट्स की समस्या भी होती है, जिससे भी नींद में खलल पड़ता है। हॉट फ्लैश के कारण रात में सोते समय अचानक गर्माहट महसूस होने लगती है। वहीं नाइट स्वेट्स के कारण सोते-सोते अचानक पसीना आने लगता है। इससे शरीर के तापमान में चेंज आता है, जिससे नींद टूट जाती है।  

मेनोपॉज के दौरान अधिकांश महिलाएं टेंशन, डिप्रेशन और एंग्जायटी का शिकार हो जाती हैं। ऐसा हार्मोन चेंज के कारण होता है। इससे भी नींद का चक्र प्रभावित हो जाता है। कई बार मूड स्विंग की परेशानी भी हो जाती है। ऐसे में शरीर और मस्तिष्क दोनों को ही आराम नहीं मिल पाता है और थकावट महसूस होने लगती है। मेनोपॉज के दौरान अधिकांश महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है, अचानक से दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं, रात में बार-बार यूरिन आता है, इन सबके कारण भी नींद खराब होती है।  

मेनोपॉज के कारण अगर आप अनिद्रा की परेशानी की शिकार हो गई हैं तो कुछ आसान उपाय आपके काम आ सकते हैं।

संतुलित आहार और नींद का गहरा कनेक्शन है। इसलिए आप सभी पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें। डाइट में मैग्नीशियम और विटामिन बी 6, बी 12 जरूर शामिल करें, इनसे अच्छी नींद आती है। रात में हल्का खाना खाएं। कैफीन, चाय, शराब आदि से दूरी बनाएं रखें।

नियमित व्यायाम आपकी शारीरिक और मानसिक दोनों सेहत के लिए जरूरी है। इसलिए आप नियमित रूप से हल्की एक्सरसाइज, योग, मेडिटेशन आदि करें। इससे आपका तनाव कम होगा और नींद अच्छी आएगी।  

संतुलन जीवनशैली के लिए निश्चित रूटीन को अपनाना बेहद जरूरी है। आप समय पर उठें और समय पर सोएं। जब जागने और सोने का समय तय होगा तो शरीर अपने आप उसी के अनुसार खुद का ढाल लेगा। बायोलॉजिकल क्लॉक नियमित होने से आपको अच्छी और गहरी नींद आएगी। सोने से पहले स्क्रीन न देखें। इसकी जगह बुक्स पढ़ें। क्योंकि इससे आपका दिमाग शांत होगा।   

मैं अंकिता शर्मा। मुझे मीडिया के तीनों माध्यम प्रिंट, डिजिटल और टीवी का करीब 18 साल का लंबा अनुभव है। मैंने राजस्थान के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थानों के साथ काम किया है। इसी के साथ मैं कई प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबों की एडिटर भी...