जानिए कैसे काम करती है पोटली मसाज थेरेपी, ये हैं फायदे: Potli Massage
Potli Massage Benefits

जानिए कैसे काम करती है पोटली मसाज थेरेपी, ये हैं फायदे

पोटली मसाज एक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति है, जिसके प्रयोग से शरीर के दर्द को कम किया जा सकता है। इससे आपका दर्द कुछ ही मिनटों में दूर हो सकता है। आ

Potli Massage: आयुर्वेद में किसी भी समस्या का इलाज नैचुरल तरीकों से करने की कोशिश की जाती है। ऐसे में जब शरीर के दर्द की बात आती है तो सबसे पहले पोटली मसाज का इस्तेमाल किया जाता है। पोटली मसाज एक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति है, जिसके प्रयोग से शरीर के दर्द को कम किया जा सकता है। इससे आपका दर्द कुछ ही मिनटों में दूर हो सकता है। आइए जानते हैं क्या है ये और किस तरीके से करती है कम?

Potli Massage: कैसे काम करती है मसाज पोटली?

Potli Massage Benefits
Potli massage is prepared with a cotton cloth

पोटली मसाज एक सूती कपड़े से तैयार होती है, जिसमें रेत या बालू के साथ कुछ तत्वों को मिक्स किया जाता है। इसके बाद इसे गर्म करे दर्द वाले स्थान पर सिंकाई की जाती है। इस पोटली से घड़ी घूमने की दिशा में मसाज किया जाता है, जिससे चमत्कारी तरीके से दर्द को दूर करने में मदद मिल सकती है।

पोटली मसाज के क्या हैं फायदे?

Benefits of Potli Massage
Benefits of Potli Massage
  • पोटली मसाज से आपके पैरों को मोच कम हो सकता है। साथ ही यह मोच की वजह से होने वाली सूजन और दर्द से भी छुटकारा दिला सकता है। 
  • अर्थराइटिस, वेरिकोस वेन्स, साइटिका में होने वाली परेशानी को कम करने में पोटली मसाज असरदार है। 
  • कंधे में होने वाले दर्द, कमर की दर्द, गर्दन की दर्द, मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करने में यह पोटली फायदेमंद होती है। 
  • हाथ में होने वाले दर्द को कम करने के लिए इस पोटली से मसाज करें। इससे तुरंत आराम मिलेगा।
  • पोटली मसाज की मदद से आप पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को भी कम कर सकते हैं। 
  • पोटली मसाज नसों में होने वाली जकड़न को भी कम कर सकता है। 
  • शरीर में मौजूद अतिरिक्त पानी को कम करने के लिए पोटली मसाज की जा सकती है।
  • यह वात दोष को भी कम करने में असरदार है।

कैसे तैयार करें पोटली मसाज?

Potli Massage Ingredients
In case of pain, sand or sand is filled in the potli

दर्द की परेशानी होने पर पोटली में बालू या फिर रेत भरा जाता है। इसके साथ इसमें काला नमक, अजवाइन और मेथी दानों का भी इस्तेमाल होता है। ध्यान रखें कि पोटली में रेत उतनी ही मात्रा में लेनी चाहिए, जितनी मात्रा में आसानी से पकड़ा जा सके। इसके बाद इसमें 1 चम्मच काला नमक, 1 चम्मक मेथी दाना और 1 चम्मच अजवाइन डालकर इसे कढ़ाही में डालकर गर्म करें। करीब 10 मिनट कर रेत को गर्म करनेके बाद इसे सूती कपड़े में बांध लें। फिर इससे प्रभावित स्थान की मसाज करें। इससे तुरंत दर्द से आराम मिल सकता है।  

पोटली मसाज की मदद से दर्द की परेशानी को तुरंत किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि अगर आप पहली बार पोटली मसाज का इस्तेमाल कर रहे हैं तो एक बार एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।