तुलसी-बदलते मौसम की बीमारियोें में रामबाण उपाय: Remedies of Tulsi
Remedies of Tulsi

Remedies of Tulsi: बदलते मौसम में लगभग हर घर कई तरह की बीमारियां देखने को मिलती है जिनके उपचार के लिए लोग अमूमन घरेलू उपायों का उपयोग करते हैं। इन घरेलू उपायों में शामिल है तुलसी, जो मौसमी बदलाव के चलते होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में रामबाण है। तुलसी एक ऐसी हर्ब है जो एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, डिसइंफेक्शन, एंटी वायरल, रोगाणुरोधी जैसे गुणों से भरपूर है। आयुर्वेद में तो इसे ‘जड़ी-बूटी की रानी‘ माना जाता है। अपने औषधीय गुणों की बदौलत सदियों से घरेलू औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है और कई शारीरिक समस्याओं को दूर किया जाता रहा है।

बुखार में दे आराम

Remedies of Tulsi
Remedies of Tulsi for Fever
  • तेज बुखार में तुलसी की 5-6 पत्तियां और थोड़ा-सा अदरक को आधा लीटर पानी में आधा पानी रहने तक उबालें। काढ़ा छानकर मरीज को चाय की तरह पीने के लिए दें।
  • तेज बुखार होने पर आधा लीटर पानी में तुलसी की पत्तियों को दालचीनी पाउडर के साथ उबालें। उसमें थोड़ा-सा गुड़ और दूध मिलाकर मरीज को पिलाएं।

खांसी-जुकाम होने पर

  • तुलसी के तकरीबन 10 पत्ते और 4 लौंग एक गिलास पानी में पानी आधा रह जाने तक उबालें। इसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक डालकर गर्म चाय की तरह पिएं। इस काढ़े को दिन में दो-तीन बार पिएं।
  • कफ होने पर तुलसी की पत्तियों को पानी में उबाल लें। गुनगुने पानी से गरारे करें। इस पानी को पीना भी फायदेमंद है।
  • खांसी के उपचार के लिए 200 मिली पानी में तुलसी के 25 पत्ते, मोटी पिसी हुई 10 काली मिर्च डाल कर एक-तिहाई पानी सूखने तक उबालें। ठंडा होने पर पानी छानकर बोतल में भर लें। तैयार सिरप के 3-3 चम्मच दिन में तीन बार पिएं।
  • चाय बनाते समय तुलसी के कुछ पत्ते भी डाले जाएं तो सर्दी, बुखार और मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलती है।
  • गर्म दूध में तुलसी मिलाकर पीने से जुकाम जल्दी ठीक हो जाता है।

सिर दर्द को करे दूर

सिर दर्द होने पर तुलसी के पत्तों का रस और कपूर मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं।

अनिद्रा करे दूर

तुलसी के पत्ते और अजवायन रुमाल में बांध कर पोटली बनाकर अपने तकिये के नीचे रखकर सोएं।

याददाश्त बढ़ाए

रोजाना एक चम्मच तुलसी का रस, आधा चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, 1 चम्मच शुद्ध देसी घी और एक चम्मच शक्कर का चूरा मिलाकर सुबह खाने से याददाश्त तेज होती है।

एक्जिमा जैसे चर्म रोगों में दे आराम

Benefits of Tulsi
Benefits of Tulsi for Skin Allergies

तुलसी के पत्तों के एक चम्मच रस में एक चम्मच नींबू का रस मिलकर एग्जिमा, खुजली वाली जगह पर लगाएं। इस पेस्ट को लगाने से खुजली में राहत मिलती है।

बदहजमी में फायदेमंद

1-1 चम्मच तुलसी और अदरक का रस, थोड़ी-सी पिसी काली मिर्च और आधा छोटा चम्मच सेंधा नमक पानी के साथ पिएं। इससे गैस और बदहजमी दूर होगी

सिरदर्द या माइग्रेन में असरदार

भंयकर सिरदर्द या माइग्रेन में तुलसी मिला गर्म दूध पीने से काफी आराम मिलता है।

शक्तिवर्द्धक टॉनिक का करे काम

तुलसी के करीब 30 पत्ते पीसकर 20 ग्राम दही या 1-2 चम्मच शहद के साथ सेवन करें। रात को सोने से पहले तुलसी के 5 ग्राम बीज गर्म दूध के साथ लेने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

पीरियड्स के दर्द में

महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता और दर्द को दूर करने के लिए 2 से 3 ग्राम तुलसी के बीज पानी में उबाल कर पिएं। ये पानी दर्द में आराम देता है और अनियमितता को दूर कर पीरियड्स को सामान्य करता है।

घाव जल्दी भरे

चोट लगने पर तुलसी के पत्तों को फिटकरी के साथ मिलाकर लगाएं। पत्तों को तेल में मिलाकर लगाने से जलन कम होती है।

(डॉ संजना शर्मा, आयुर्वेदिक एक्सपर्ट, दिल्ली)