Remedies For Nasal Congestion: बदलते मौसम का असर बच्चों पर भी होता है। पल में गर्मी और ठंडी भरा मौसम होने के चलते अक्सर बच्चों को नाक बंद होने की समस्या होने लगती है। ये समस्या तब गंभीर हो जाती है जब बच्चे न तो ठीक से खा पाते हैं और न ही सो पाते हैं। ऐसे में बच्चों के व्यवहार में चिड़चिडापन आ जाता है जो न सिर्फ उन्हें, बल्कि पेरेंट्स के लिए परेशानी का सबब बन जाता है। असल में बच्चों का नासिका मार्ग बहुत छोटा होता है और उन्हें नाक में हुई ब्लॉकेज को बाहर निकालना नहीं आता है। सर्दी-जुकाम, बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन या एलर्जी (पाउडर, परफ्यूम, पोल्यूटेंट, स्मोक, साइनोसाइटिस) की वजह से भी हो सकता है।
घरेलू उपचार
![Remedies For Nasal Congestion](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-28T162142.616.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
बच्चे की नाक बंद होने का पता चलते ही उसकी केयर करनी शुरू कर देनी चाहिए। लापरवाही होने पर उसकी तकलीफ बढ़ सकती है। दवाइयों के फेर में पड़ने से पहले ही कुछ घरेलू उपचार कर समस्या को गंभीर होने से बचाया जा सकता है। लेकिन बच्चे के सांस लेने में दिक्कत हो रही हो, नाक या चेस्ट में से किसी तरह की आवाज आ रही हो, या वो सो न पा रहा, तो बिना देर किए डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।
मां का दूध है फायदेमंद
नवजात शिशु को ब्रेस्ट फीडिंग कराना जारी रखें। मां का दूध बच्चे के लिए अमृत का काम करता है। बच्चे को इंफेक्शन या बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। बंद नाक में मां के दूध की 1-2 बूंदे डालने से म्यूकस बाहर आने और ब्लॉकेज खुलने में मदद मिल सकती है
गर्म सिंकाई
![Heat Therapy](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-28T162543.641.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
तौलिया या रुमाल को गर्म पानी में भिगो लें। उसे लंबाई में फोल्ड करके बच्चे की नाक के ऊपर रखें। गर्म सिंकाई से बच्चे की नाक में जमा म्यूकस बाहर निकलने लगेगा। इसे आप साफ मुलायम कपड़े से पोंछ दें। नासिका मार्ग खुलने से बच्चे को सांस लेने में आसानी होगी। ध्यान रखें कि टॉवल ज्यादा गर्म न हो ताकि बच्चे की त्वचा को किसी तरह नुकसान न पहुंचे। यह तभी करें जब बच्चा आपकी गोद में हो। क्योंकि लेटे हुए बच्चे का म्यूकस निकलने में दिक्कत होगी। कपड़े से बच्चे की आंखें या नाक बंद न हो। इससे उसकी परेशानी बढ़ सकती है।
सेलाइन या नेज़ल ड्रॉप्स डालें
छोटे बच्चों के लिए बाजार में सलाइन सोल्यूशन या फिर घर में सेलाइन सोल्यूशन तैयार करें। इस सोल्यूशन के लिए 2 चुटकी नमक में 2-3 ड्रॉपर पानी डालकर बना सकते हैं। इस सोल्यूशन की एक ड्रॉप पहले बच्चे की एक नोट्रिल में डालें। एक मिनट रुक कर दूसरी नोट्रिल में डालें। ताकि बच्चे को परेशानी न हो। इसके विपरीत अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो आप बाजार में मिलने वाली बच्चों की ओट्रविन ड्रॉप भी डाल सकते हैं।
लहसुन और अजवाइन की पोटली
![Garlic and Ajwain](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-28T162825.730.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
लहसुन की बिना छिली 4-5 कलियां और आधा चम्मच अजवाइन लेकर तवे पर माध्यम आंच पर भून लें। खुशबू आने लगे, तब रुमाल या मलमल के कपड़े में डालकर गांठ लगा दें। इस पोटली को बच्चे की नाक के पास ले जाकर कुछ सेकंड के लिए सुंघाएं। फिर पोटली को बच्चे के पास रख दें। इसकी भीनी-भीनी खुशबू से बच्चे को आराम मिलेगा।
भाप देगी आराम
छोटे बच्चे को स्टीम देना काफी मुश्किल होता है। अगर मौसम ठंडा है तो आप बाथरूम में गीजर का पानी तेज गर्म करें। नल धीरे खोलकर बाल्टी भरे। अब बाथरूम की खिड़की को बंद कर दें ताकि गर्म पानी से निकलने वाली भाप इकट्ठी हो जाएगी। बच्चे को बाथरूम में 10-15 मिनट लेकर बैठने पर आराम मिलेगा। गर्म पानी की भाप में सांस लेने से म्यूकस ढीला हो जाता है और बाहर निकलने लगता है।
अगर बच्चा बड़ा है तो उसके पास पतीले में गर्म पानी की स्टीम भी दिला सकते हैं। इसके लिए एक पतीले में पानी उबाल कर थोड़ी-सी विक्स उसमें डाल दें। यह पतीला बच्चे से कुछ दूरी पर रखें। विक्स की स्टीम जब सांस के जरिये अंदर जाएगी तो बच्चे को आराम मिलेगा। क्योंकि छोटे बच्चों को विक्स लगाना काफी मुश्किल रहता है। हाथ पर लगने से विक्स उसके मुंह या आंखों में भी जा सकती है और उसे परेशानी हो सकती है।
गर्मी चीज़े पीने को दें
![Remedies For Nasal Congestion](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-28T163133.664.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
बच्चे को रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में चुटकी भर हल्दी मिलाकर दे सकते हैं। अगर बच्चा सूप पी सकता है, तो उसे लहसुन, जीरा पाउडर, काली मिर्च डालकर घर का बना सूप पीने को दें। इनमें मौजूद इंफ्लेमेटरी गुण बच्चों के लिए फायदेमंद होते हैं। बेसन का शीरा खाने से भी बच्चे को आराम मिलता है। नाक बंद होने की स्थिति में बच्चे के लिए गुड़ या शहद का पानी भी फायदेमंद रहता है। गुनगुने पानी में थोड़ा-सा गुड़ या शहद मिलाकर पिलाएं। अगर बच्चे को कमजोरी या बदन दर्द की शिकायत हो तो दिन में एक से दो बार एप्पल वॉटर पीने के लिए दे सकते हैं। इसे बनाने के लिए एक गिलास पानी गर्म करें। उसमें एक-चौथाई कद्दूकस किया सेब डालकर अच्छी तरह उबालें। छानकर एक छोटा चम्मच शहद मिलाकर बच्चे को पीने को दें।
बच्चे को सॉफ्ट तकिये पर सुलाएं
सोते हुए बच्चे का सिर थोड़ा ऊपर करने के लिए सॉफ्ट तकिया दें। इससे नाक में जमा म्यूकस थोड़ा नीचे चला जाता है और बच्चे को सांस लेने में आराम मिलता है।
करवट लेकर सुलाएं
![Nasal Congestion](https://i0.wp.com/grehlakshmi.com/wp-content/uploads/2023/07/SIP-2023-07-28T163355.686.jpg?resize=780%2C439&ssl=1)
कोशिश करें कि बच्चे को करवट लेकर सुलाएं। इससे उसकी एक तरह की नोजट्रिल खुल जाएगी और वो सो पाएगा। कुछ समय बाद करवट जरूर बदलवा देनी चाहिए ताकि उसकी दूसरी नोजट्रिल भी खुल सके।
ऑयल मसाज करें
बच्चे के गहरी नींद में सोने के बाद ऑयल मसाज करना काफी फायदेमंद होती है। इसके लिए आप नारियल या सरसों का तेल में लहसुन की 2-3 कलियां या अजवायन डालकर पका लें। हल्का गर्म होने पर बच्चे की छाती, पीठ, गले और पैरों पर हल्के हाथों से मसाज करें। इससे बच्चे को गर्माहट मिलने पर आराम मिलता है। देसी घी में चुटकी भर नमक डालकर गर्म करें। गुनगुना होने पर बच्चे की मसाज करने से उसे बहुत आराम मिलता है। थोड़े बड़े बच्चे के लिए यूकेलिप्टस ऑयल से भी इस्तेमाल कर सकते हैं। संभव है इसकी खुशबू छोटा बच्चा इसे बर्दाश्त न कर पाए।
(डॉ अंजलि शर्मा, नेचुरोपैथ, दिल्ली)