Heatwave Precaution: जून का महीना मौसम की सख्त परीक्षा ले रहा है। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है और हीटवेब का कहर छाया हुआ है। गर्मी और लू का कहर ऐसा है कि लोग अपने-अपने घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है और आने वाले दिनों में 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई गई है। अभी आने वाले चार दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने की संभावना है। इसके बाद गर्मी और हीटवेव से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
आखिर हीटवेव क्या होता है?

गर्मी के मौसम में हीटवेव तब घोषित किया जाता है जब किसी स्थान का अधिकतम तापमान कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तक पहुँच जाता है। पहाड़ी इलाकों में अधिकतम तापमान कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर ही हीटवेब घोषित किया जाता है।
हीटवेव क्यों है खतरनाक?
हीटवेव काफी खतरनाक है। यह शरीर को कई तरह से प्रभावित करती है, इसकी वजह से चक्कर आना, तेज सिरदर्द, बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। लू लगने व हीटवेव की चपेट में आने से कई बार गंभीर परिणाम भी देखने को मिलते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन और लो ब्लड प्रेशर की समस्या पैदा हो जाती है। बहुत लंबे समय तक हीटवेब में रहने के कारण दिल, फेफड़े, गुर्दे, लिवर और दिमाग पर भी खतरा बढ़ जाता है, जो मस्तिष्क में सूजन का भी कारण बन सकता है।
देश में कौन-कौन से राज्य हैं हीटवेव से प्रभावित

वैसे तो आमतौर पर हीटवेव का असर मार्च से लेकर जून के महीने तक देखने को मिलता है। यह उत्तर पश्चिमी भारत, मध्य, पूर्व और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ज्यादा होती है। इसमें हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक राज्य शामिल हैं। इस सालहीटवेव के कारण दिल्ली में सोमवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है और अगले चार दिनों तक मैदानी इलाकों में लू चलने की भी संभावना जताई गई है।
हीटवेव से होने वाली परेशानियों से ऐसे बचें

- हीटवेव व लू के दौरान बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर ना जाने दें। इन दौरान दोनों के लिए ही बाहर निकलना ठीक नहीं होता है।
- हीटवेब के दौरान खुद को हाइड्रेटेड रहें। कोशिश करें ज्यादा से ज्यादा पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें। हर आधे घंटे के अंतराल में कुछ न कुछ जरूर पिएं।
- चीनी, कैफीन व अल्कोहल युक्त पेय पदार्थों से बचें, क्योंकि इनसे मोटापा बढ़ता है और पेट में ऐंठन भी पैदा होती है।
- दिन में घर से बाहर निकलने से बचें। बाहर के कामों को सुबह और शाम के समय करें।
- हीटवेब के दौरान हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़ों का चुनाव करें, इससे शरीर पर चकत्ते पड़ने की संभावना कम होती है।
