Protect your Plants from heatwave

Summary: हीटवेव में पौधों की देखभाल, गर्मी से बचाने के 5 असरदार उपाय

हीटवेव में पौधों को बचाने के लिए नियमित सिंचाई करें, उन्हें छांव में रखें और मल्चिंग का प्रयोग करें। गर्मी से पौधों की सुरक्षा के लिए सही देखभाल, पानी और शेडिंग तकनीक अपनाना बेहद जरूरी है।

Plant Protection from Heatwave: गर्मी का मौसम हर साल जैसे-जैसे तीखा होता जा रहा है वैसे-वैसे हमारे पौधों पर इसका असर भी बढ़ता जा रहा है। तापमान जब 40 डिग्री से ऊपर चला जाता है और लू (हीटवेव) चलने लगती है तब पौधों के पत्ते झुलसने लगते हैं, मिट्टी सूख जाती है और फूल-पत्तियाँ मुरझाने लगती हैं। लेकिन घबराने की बात नहीं है। कुछ आसान और व्यवहारिक उपाय अपनाकर आप अपने पौधों को गर्मी की मार से बचा सकते हैं। 

Plant Protection from Heatwave
Water early in the morning

गर्मी में पौधों को पानी देना बहुत जरूरी है लेकिन समय सबसे महत्वपूर्ण होता है। सुबह 6 से 8 बजे के बीच पानी देने से मिट्टी उसे बेहतर तरीके से सोख पाती है और पौधों की जड़ों में नमी बनी रहती है। ध्यान रखें कि दोपहर या शाम को पानी देने से उसका असर कम हो जाता है और तेज़ धूप में पानी डालने से पत्तियाँ झुलस सकती हैं।

अगर आपके पौधे गमले में हैं तो उन्हें ऐसी जगह रखें जहाँ दिनभर की कड़ी धूप न पड़े। अगर ज़मीन में लगे हैं तो जालीनुमा छाया या पुरानी चादर से उन्हें ढक सकते हैं। इसके लिए कुछ इस तरह के विकल्प भी आप अपना सकते हैं। जैसे कि बांस, टाट, पुरानी चादर या छतरी का इस्तेमाल लेकिन टेरेस गार्डन में ग्रीन नेट खासतौर पर उपयोगी होता है।

Mulching
Mulch the plants

मल्चिंग का मतलब है कि पौधे के आसपास की मिट्टी को सूखे पत्तों, भूसे, लकड़ी के बुरादे या पुराने अखबार से ढक देना। इससे नमी मिट्टी में बनी रहती है और तापमान थोड़ा कम रहता है। इसके फायदे ये हैं कि इससे पानी की जरूरत कम होती है, जड़ें गर्मी से सुरक्षित रहती हैं।

गर्मी के मौसम में कीड़े और फफूंद भी पौधों पर हमला करते हैं। इससे पत्तियाँ काली पड़ सकती हैं। एक चम्मच नीम का तेल, कुछ बूँदें लिक्विड साबुन और एक लीटर पानी मिलाकर हफ्ते में एक बार स्प्रे करें। इससे कीटों से सुरक्षा मिलती है और पत्तियाँ ताज़ा बनी रहती हैं। यह एक तरह से जैविक कीटनाशक का काम करता है। 

pruning
Avoid excessive pruning

हीटवेव के दौरान पौधों की छँटाई से बचें क्योंकि इससे वे और ज्यादा कमजोर हो जाते हैं। अगर बहुत ज़रूरी हो तो केवल सूखी और मरी हुई टहनियों को हटाएं। ध्यान रखें कि फूलों वाले पौधों में छँटाई से फूल झड़ सकते हैं। साथ ही  टहनियाँ काटने से पौधे को और स्ट्रेस होता है।

हीटवेव में पौधों को बचाना मुश्किल नहीं, बस आपको थोड़ा ध्यान और प्यार देना होगा। समय पर पानी, थोड़ी छांव, मिट्टी की नमी बनाए रखना और कीटों से बचाव – ये सब मिलकर आपके बगीचे को हरा-भरा बनाए रख सकते हैं। याद रखें, पौधे भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं। उनकी देखभाल एक जिम्मेदारी ही नहीं, एक सुखद एहसास भी है।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...