Health Tips: अगर आपको एसिडिटी या सीने में जलन की अक्सर शिकायत रहती है, तो उन्हें अपने खानपान खासकर सुबह खाली पेट खाई जाने वाली चीजों के बारे में सतर्क रहना जरूरी है। सुबह खाली पेट सही चीजें खाने से दिन भर एनर्जी बनी रहती है जबकि कई चीजें सेहत संबंधी कई तरह की समस्याएं पैदा करती हैं जिससे पूरा दिन खराब हो जाता है। क्योंकि हमारे पेट में बाइल एसिड स्रावित होता है जो भोजन को पचाने का काम करता है। कुछ खाद्य पदार्थ खाली पेट खाने से बाइल एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। बढ़ा हुआ यह एसिड आंतों को प्रभावित करता है जिससे एसिडिटी या गैस बनने की समस्याएं होने लगती हैं।
प्रश्न उठता है कि रात की 6-7 घंटे की नींद पूरी कर उठने पर क्या नहीं खाना चाहिए जिससे उनका स्वास्थ्य ठीक रह सके। यहां हम ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में आपको बता रहे हैं-
सिट्रस या खट्टे फल

संतरा, मौसमी, अमरूद, अंगूर जैसे सिट्रस फल सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। सुबह के समय इनका जूस पीने में मजा भी बहुत आता है। लेकिन इनमें मौजूद सिट्रिक एसिड पेट में मौजूद गैस्ट्रिक एसिड को स्टीमुलेट करता है। जिससे एसिडिटी, हार्टबर्न, पेेट में गड़बड़, एलर्जी, गैस भी बनती है। इनमें फाइबर और ग्लूकोज़ की मात्रा बहुत ज्यादा होने से डायजेस्टिव सिस्टम को ओवरलोड कर सकते हैं और डायजेशन प्रक्रिया को धीमा करते हैं जिससे पेट में दर्द या पेट फूलने की शिकायत रहती है। खाली पेट अगर नींबू पानी भी लेते हैं, तो इसमें शहद जरूर डालना चाहिए क्योंकि यह सिट्रिक एसिड के असर को कम करता है। कोशिश करें इनका सेवन करने से पहले कुछ खा लें जैसे- रात को भीगे बादाम, अखरोट या नाश्ते के साथ लें।
केला
आमतौर पर लोेग मानते हैं कि फाइबरयुक्त केला खाली पेट खाने से शरीर को दिन भर को एनर्जी मिलती है। लेकिन इसमें मौजूद मैग्नीशियम और पोटेशियम सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं। खाली पेट केले के सेवन से खून में मैग्नीशियम और पोटेशियम की मात्रा बढ़ जाती है जिससे हमारे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर दवाब पड़ने की आशंका बनी रहती है। साथ ही बैचेनी, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लिहाजा कार्डियक हेल्थ को बिगड़ने से बचाने के लिए केला खाली पेट न खाकर नाश्ते के साथ खाना बेहतर है। आप चाहे तो सुबह हल्के-फुल्के बिस्कुट, भीगे बादाम, अखरोट, अंजीर जैसे ड्राई फ्रूट्स खाकर केले का सेवन कर सकते हैं।
टमाटर जैसी कच्ची सब्जियां

वेट लॉस जर्नी में अक्सर लोग कच्ची सब्जियां खाली पेट खाते हैं। टमाटर में मौजूद टैनिक एसिड गैस्ट्रिक जूस को स्टीमुलेट करता है जिससे एसिडिटी, हार्टबर्न, अपच का कारक है। खेरे जैसी कच्ची सब्जियों में फाइबर बहुत ज्यादा होने से पेट में ओवरलोड कर सकते हैं जिससे गैस, पेट दर्द की शिकायत हो सकती है। बेहतर है कि कच्ची सब्जियां खाने में सलाद के तौर पर लें।
दही
वैसे तो दही में गुड बैक्टीरिया लैक्टिक एसिड होता है जिसकी वजह से दही का सेवन स्वास्थ्यप्रद है। लेकिन सुबह खाली पेट दही खाना अवायड करना चाहिए। क्योकि पेट में मौजूद हाइड्रोक्लोरिक एसिड दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया लैक्टिक एसिड को खत्म कर देता है। जिससे पेट में जलन और दर्द हो सकता है। खाली पेट खने से गैस बनती है और खट्टी डकारे आने की समस्या हो सकती हैं।
चाय-कॉफी

कॉफी में मौजूद कैफीन पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड को स्टीमुलेट करता है जिसकी वजह से व्यक्ति को हाइपर एसिडिटी हो सकती है। कैफीन शरीर में यूरिन का आउटपुट बढ़ाता है। यूरिन के जरिये पानी को बाहर निकालकर शरीर को डिहाइड्रेट करती है। जिससे व्यक्ति को एसिड रिफ्लैक्स या सीने में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पाचन तंत्र भी खराब हो सकता है। कैफीन का सीधा असर ब्रेन पर पड़ता है जिसकी वजह से धीरे-धीरे इसकी आदत होने लगती है। जिस दिन सुबह चाय-काफी नहीं मिलती तो दिन भर सिरदर्द की शिकायत रहती है। जो लोग सुबह खाली पेट चाय-कॉफी पीने के शौकीन लोगों में ये समस्याएं अक्सर देखने को मिलती हैं। उन्हें कोशिश करनी चाहिए कि कॉफी पीने से पहले कम से कम एक गिलास पानी जरूर पिएं।
मसालेदार भोजन
कई लोग सुबह खाली पेट मसालेदार या ऑयली चीजें खाना पसंद करते हैं। कुछ लोग तो जीरा पानी जैसे डिटॉक्स ड्रिंक पीते हैं या नाश्ते में मसालेदार चीजें खाते हैं। लंबे समय तक इनके सेवन से शरीर में गैस्ट्रिक जूस का स्राव बढ़ जाता है जो पेट की इनर लाइनिंग को खराब कर सकता है। इससे हाजमे से जुड़ी समस्याएं होती हैं। गैस और एसिड बनने से पेट गड़बड़ या दर्द हो सकता है।
कोल्ड ड्रिंक्स

सुबह खाली पेट ओरिएंटेड या कार्बोनेटिड वॉटर या ड्रिंकिंग सोडा पीना गलत है। वो ड्रिंक्स जिन्हें खोलने पर कार्बन डाइ ऑक्साइड गैस निकलती है। ऐसे सोडा ड्रिंक्स में बहुतायात में एडिड शुगर भी होती है जो खाली पेट होने पर ब्लड शुगर लेवल को ट्रिगर कर सकती हैं। शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए पैनक्रियाज से इंसुलिन का स्राव ज्यादा मात्रा में होगा। रोजाना खाली पेट ऐरिएटिड ड्रिंक्स पीना शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस की स्थिति पैदा कर सकता है। नतीजन यह बेली फैट, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का मुख्य कारण बनता है। आगे चलकर व्यक्कि को फैटी लिवर, हृदय रोगज होने की संभावना को बढ़ाता है।
प्रोसेस्ड या बेकरी फूड
कुकीज, पेस्ट्रीज़, रस्क, ब्रेड जैसे प्रोसेस्ड बेकरी फूड खाली पेट नहीं खाने चाहिए। ये चीजें कार्बोहाइड्रेट, शुगर और फैट से भरपूर होती हैं। साथ ही इन्हें बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रिजर्वेटिव या यीस्ट भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ज्यादातर प्रोेसेस्ड फूड मैदे से बने होते हैं जिन्हें पचाने में हमारे पेट को काफी मेहनत करनी पड़ती है। इन्हें खाने से दिन भर आलस, नींद, कंसंट्रेशन कम होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मीठी चीजें खाना

खाली पेट मीठी चीजें स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं। ये खून में ग्लूकोज़ की मात्रा को तेजी से बढ़ा देते हैं। बढ़े हुए ग्लूकोज़ को पचाने के लिए शरीर को अतिरिक्त इंसुलिन की जरूरत पड़ती है जिसका असर पैनक्रियाज की सेहत पर पड़ता है। इंसुलिन रजिस्टेंस होने पर डायबिटीज और मोटापा बढ़ता है।
(डॉ रचना कटारिया, आहार विशेषज्ञ, कटारिया डाइट क्लीनिक, दिल्ली)
