सर्दियों का मतलब होता है, त्वचा का बर्फीली हवाओं से मुकाबला, जो न सिर्फ हमारी त्वचा की नमी छीन कर इसे रूखा बना देती है बल्कि शरीर को भी प्रभावित करती है। इस दौरान त्वचा और शरीर संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हो जाती हैं, जिससे तरह-तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इस मौसम में कैसे आप अपने को स्वस्थ रख सकते हैं आइए जाने डॉ. राजेश कुमार, कंसल्टेंट इंटर्नल मेडिसिन, पारस हॉस्पिटल, और डॉ. ए. जीनत अहमद गुडग़ांव जेपी अस्पताल की एसोसिएट कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन,से फिट रहने के कुछ आसान टिप्स-
1. अधिक से अधिक फल खाएं
इस मौसम में अधिक से अधिक रसीले फल खाने की सलाह दी जाती है जैसे कि संतरे और मीठे नीबू, क्योंकि इनमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो आपके शरीर में सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए प्रतिरोधक क्षमता विकसित करता है। गाजर, कीवी, अंगूर, गहरे रंग के पत्तों वाली सब्जियां, चुकंदर और शकरकंद जैसी सब्जियां पर्याप्त मात्रा में इस्तेमाल करें, क्योंकि इनमें संक्रमण से लडऩे में मददगार एंटीऑक्सिडेंट होते हैं।
2. ढेर सारा पानी पिएं
ठंड के दिनों में हमें ज्यादा प्यास महसूस नहीं होती है, ऐसे में इन दिनों हम बहुत कम पानी पीते हैं। आपको ठंड में भी रोज कम से कम दो लीटर पानी पीना चाहिए। सर्दियों में प्यास महसूस न होना सामान्य बात है लेकिन इसके बावजूद शरीर को नमी प्रदान के लिए खूब सारा पानी पीना जरूरी होता है। क्लीयर सूप और हर्बल चाय के रूप में बार-बार लिक्विड लेते रहें। इससे आपका शरीर गर्म रहने के साथ-साथ नम भी रहेगा।
3. फैटी और मीठी चीजों का सेवन ना करें
ठंड के दिनों में लोग अक्सर मीठी और तैलीय चीजें खाना पसंद करते हैं। हमें हमेशा यह याद रखना चाहिए कि यह मौसम हरी पत्तेदार सब्जियों का भी होता है। इसलिए मीठी और तैलीय चीजों की जगह हरी सब्जियों को अपने खानपान में शामिल करें।
4. गर्म पानी से स्नान करें
गुनगुने पानी से नहाएं न कि टैंक में जमा ठंडे पानी से। नहाने के लिए ऐसे सौम्य साबुन का इस्तेमाल करें जो त्वचा को रूखा न करे। कोई अच्छा ऑयल बेस्ड मॉइश्चराइजर लगाएं। शरीर के खुले हुए हिस्से जैसे कि हाथ, पैर, नाखून, तलवों और होठों का खास ध्यान रखें। होठों पर कोई एसपीएफ युक्त लिप बाम या टी ट्री ऑयल लगाएं। होठों पर बार-बार जीभ ना फिराएं। सर्दियों में बाल भी रूखे हो जाते हैं, इससे बचाव के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। विटामिन ई के सप्लिमेंट और लहसुन जैसी चीजें ठंड में रक्त संचार बढ़ाती हैं। सोराइसिस और एग्जिमा जैसी त्वचा की एलर्जी इन दिनों सबसे खराब हालत में पहुंच जाती है, इसमें आमेगा-3 फैटी एसिड युक्त मछली का तेल फायदेमंद हो सकता है ।आप विटामिन सी और जिंक जैसे तत्वों से युक्त खाद्य सामग्री इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे कि लहसुन इत्यादि।
5. घर में करें व्यायाम
अगर आपके लिए ठंड में बाहर निकलकर व्यायाम करना मुश्किल हो रहा है तो घर के अंदर ही व्यायाम करें। इससे आप ठंड के सीधे संपर्क में आने से बच सकते हैं। अगर सुबह जल्दी उठने का मन नहीं करता है, तो व्यायाम के लिए शाम का समय भी चुन सकते हैं। इस मौसम में योगासन बेहतरीन विकल्प साबित होता है, इससे न सिर्फ आपका शरीर गर्म रहेगा बल्कि आपका मन, मस्तिष्क और शरीर एकाकार होकर तनावमुक्त हो जाएगा। ट्रैकिंग, पहाड़ी पर चढऩा, कूदना, स्कीइंग, बाइकिंग जैसे एडवेंचर स्पोट्र्स भी अपनाए जा सकते हैं। अच्छी नींद भी इतनी ही महत्वपूर्ण है। डायबिटीज व हाइपरटेंशन के मरीज और बुजुर्ग लोगों को इन दिनों सुबह-शाम खुले में व्यायाम करने से बचना चाहिए। इन लोगों को और ऐसे लोगों को भी जो बहुत जल्दी बीमार होते हैं, उन्हें घर के अंदर ही व्यायाम करना चाहिए।
6. हीटर के बहुत करीब बैठने से बचें
गर्माहट के कृत्रिम स्रोतों के ज्यादा करीब जाने से बचें। हीटर का तापमान शरीर के अनुकूल रखें। कमरे में बैठकर आपको ऐसा महसूस नहीं होना चाहिए कि आप हीटर के बिल्कुल नजदीक बैठे हैं। रात में हीटर चला कर ना सोएं, क्योंकि इससे सांस की परेशानी पैदा हो सकती है।
7. तापमान की विविधताओं से बचे
ठंड में अक्सर हम हीटर का इस्तेमाल करते हैं और कमरे के बाहर बेहद ठंडा वातावरण होता है। ऐसे में बार-बार तापमान के उतार-चढ़ाव के संपर्क में आने से खांसी, जुकाम और अन्य समस्याएं हमें घेर लेती हैं। कोशिश करें कि घर से बाहर निकलने से कुछ देर पहले हीटर बंद कर दें ताकि बॉडी का तापमान बाहर के तापमान को बर्दाश्त कर सके।
8. गर्म कपड़े पहनें
इस मौसम में ठंड से बचाव के लिए हर कोई जैकेट, जूते, दस्ताने, स्काव्र्ज आदि पहनकर रखें। चूंकि ठंडी हवाएं अस्थमा और सांस संबंधी परेशानियां बढ़ा सकती हैं, ऐसे में खुली हवा में चलते समय नाक-कान ढक कर रखें। बुजुर्ग और युवा, हर उम्र के लोगों को इस मौसम में खुद को पूरी तरह से ढककर रखना चाहिए ताकि ठंड के असर से खुद को बचाए रखें। उंगलियों और पैरों को ठंड से नीला पडऩे से भी बचाना जरूरी है।
9. हाथों को साफ रखें
ठंड के दिनों में कुछ लोग हाथों और पैरों को नियमित रूप से धोते नहीं हैं। यह याद रखें कि स्वस्थ रहने के लिए आपको साफ-सफाई का ध्यान हर मौसम में रखना चाहिए। हाथों को धोना बेहद जरूरी है। चूंकि इस मौसम में अक्सर हम खांसते या छींकते रहते हैं और ऐसा करते समय हमारा हाथ मुंह और नाक पर होता है, फिर अगर इसी हाथ से हम सार्वजनिक चीजों को छूते हैं तो अनजाने में ही वायरस का प्रसार कर देते हैं। इस वस्तु को हाथ से छूकर अपने मुंह और नाक तक हाथ ले जाने से बीमारी फैल सकती है। इससे बचाव के लिए हमेशा खाने-पीने से पहले अथवा मुंह पर हाथ ले जाने से पहले इसे अच्छी तरह से धोएं।
10. मॉइश्चराइजर लगाएं
सर्दियों में आपकी त्वचा सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। हवा में नमी की मात्रा कम होने से त्वचा की नसों में खून का संचालन प्रभावित होता है, ऐसे में अगर आप घर के भीतर बैठे रहते हैं अथवा आग से हाथ-पैरों की सिंकाई करते हैं तो त्वचा का रूखापन और बढ़ जाता है। इस मौसम में डिटर्जेंट और अन्य केमिकल से हाथों को होने वाली एलर्जी की समस्या भी बढ़ जाती है। त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए नियमित रूप से अच्छी तरह से मॉइश्चराइजर लगाएं।
11. रक्तचाप की जांच कराएं
सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढऩे की ज्यादा आशंका रहती है। ऐसे में हृदय रोगियों व उच्च रक्तचाप से पीडि़त रोगियों को नियमित आधार से अपनी जांच करवाते रहना चाहिए। ठंड में दिल की समस्या भी बढ़ जाती है और हार्ट अटैक के मामले ज्यादा आते हैं। हालांकि इसकी सही वजह का पता अब तक नहीं लग सका है। तो अगर आप दिल के मरीज हैं तो अपने खान-पान का खास ध्यान रखें, खूब व्यायाम करें और कोई भी असहजता महसूस होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचें।
ये कुछ ऐसे उपाय हैं जिन्हें अपनाकर हम न सिर्फ खुद को बल्कि अपने पूरे परिवार को भी ठंड के इस मौसम में पूरी तरह फिट रख सकते हैं। अगर आप कुछ उपाय अपना लें तो ठंड की मजाल नही है कि वह आपको बीमार कर सके।
