Summary: श्रीराम नेने ने बताई घुटनों को सेहतमंद रखने के टिप्स

आप नहीं जानते कि एक किलो वजन बढ़ता है तो घुटनों पर चार किलो का दबाव बढ़ता है, ऐसी ही जरूरी जानकारियां...

Dr Nene tips for Knee: माधुरी दीक्षित के पति डॉ. श्रीराम नेने, एक कार्डियोथोरेसिक सर्जन हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जरूरी सलाह अक्सर देते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में घुटनों की सेहत को बेहतर बनाने के लिए 6 आसान लेकिन असरदार उपाय बताए। उन्होंने इंस्टाग्राम कैप्शन में लिखा, “मजबूत घुटने, मजबूत जिंदगी! लेकिन जब जोड़ों में दर्द होने लगे, तो सतर्क हो जाइए! आगे स्लाइड करें और जानें कि किस तरह व्यायाम और सही आहार आपके घुटनों और हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं। देर मत कीजिए – आज से ही देखभाल शुरू कीजिए, ताकि कल बिना दर्द के चले-फिर सकें!”

आप इन सुझावों को विस्तार से समझिए… 

मजबूत घुटनों के लिए मूवमेंट जरूरी है, लेकिन सही किस्म के। डॉ. नेने ने साइक्लिंग, तैराकी और तेज चाल से चलने को सर्वोत्तम विकल्प बताया। उन्होंने सलाह दी, “जंप स्क्वाट या तेज दौड़ जैसे भारी-भरकम व्यायामों से बचें”। फोर्टिस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. विनय कुमारस्वामी ने बताया कि साइक्लिंग घुटनों और गठिया के दर्द से लड़ने में मदद करती है। यह लो-इंपैक्ट एक्सरसाइज़ है, जिससे जोड़ों पर अधिक दबाव नहीं पड़ता। साथ ही पैडल मारने की निरंतर गति साइनोवियल फ्लुइड (घुटनों के लिए आवश्यक चिकनाई) के उत्पादन को बढ़ाती है।”

एक किलो ज्यादा वजन का मतलब है घुटनों पर 4 किलो का दबाव। अगर घुटनों में दर्द नहीं चाहिए, तो खाने से शुरुआत करें। साफ और संतुलित आहार लें और नियमित रूप से चलें-फिरें।दिल्ली के मैक्स अस्पताल के डॉ. रमणीक महाजन कहते हैं, “हर अतिरिक्त किलो, आपके घुटनों पर चार गुना दबाव डालता है। इसलिए हर घंटे घर में थोड़ा टहलें। लंबे समय तक एक जगह बैठे रहना घुटनों के लिए नुकसानदेह है। अगर घुटने सूज गए हों तो बर्फ या गर्म पट्टी से आराम पाएं।”

घुटनों को अकेला मत समझिए, उन्हें मांसपेशियों की जरूरत होती है।डॉ. नेने सलाह देते हैं, “जांघ (quads), हैमस्ट्रिंग और पिंडली (calves) की मांसपेशियों को मजबूत करें। इसके लिए हफ्ते में 2-3 बार स्क्वैट्स, लेग लिफ्ट्स और लेग कर्ल्स करें।” डॉ. महाजन ने बताया, “गलत पोश्चर से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। घुटना शरीर का सबसे आधिक वजन उठाने वाला जोड़ है। लंबे समय में इससे दर्द हो सकता है। इसलिए अपना पोश्चर सुधारें और वजन कंट्रोल में रखने वाले व्यायाम रोज करें।”

गलत जूते लंबे समय में घुटनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। डॉ. नेने कहते हैं कि ऐसे जूते पहनें जिनमें कुशनिंग और आर्च सपोर्ट हो। आपके पैरों की स्थिति, शरीर की मुद्रा और घुटनों की सेहत को प्रभावित करती है। इनसे बचना चाहिए:

  • हाई हील्स
  • पूरी तरह से फ्लैट चप्पलें
  • घिसे हुए स्नीकर्स

अगर घुटनों में चोट लग जाए, तो RICE तकनीक अपनाएं:

  • R – Rest (आराम करें)
  • I – Ice (बर्फ लगाएं)
  • C – Compression (सहारा दें/बांधें)
  • E – Elevation (घुटने को ऊंचा रखें)

यह एक आसान लेकिन प्रभावी तरीका है, जो सूजन को कम करता है और जल्दी ठीक होने में मदद करता है।

जकड़ी हुई मांसपेशियां घुटनों पर दबाव बढ़ा सकती हैं। हर दिन केवल 5 मिनट स्ट्रेचिंग करने से घुटनों का दर्द कम हो सकता है और आगे की परेशानी से बचा जा सकता है।

इन स्ट्रेचिंग व्यायामों की सलाह दी गई:

  • स्टैंडिंग स्क्वॉड स्ट्रेच
  • बछड़े (calf) की स्ट्रेचिंग
  • हैमस्ट्रिंग स्ट्रेच

ढाई दशक से पत्रकारिता में हैं। दैनिक भास्कर, नई दुनिया और जागरण में कई वर्षों तक काम किया। हर हफ्ते 'पहले दिन पहले शो' का अगर कोई रिकॉर्ड होता तो शायद इनके नाम होता। 2001 से अभी तक यह क्रम जारी है और विभिन्न प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म समीक्षा...