Summary: जन्मदिन के जश्न में ज़हर! केक को लेकर सरकार की गंभीर चेतावनी
बाजार में मिलने वाले रंगबिरंगे और कस्टमाइज केक में खतरनाक आर्टिफिशियल रंग और ट्रांस-फैट्स का इस्तेमाल होता है, जो कैंसर, एलर्जी और मानसिक विकास में बाधा का कारण बन सकते हैं।
स्वाद और रंग की चकाचौंध के पीछे छिपा ये खतरा सेहत के लिए गंभीर जोखिम बनता जा रहा है।
Coloured Cake is Dangerous: जन्मदिन हो या सालगिरह या फिर कोई खुशी का मौका हो, हम इन पलों को सेलिब्रेट करने के लिए केक जरूर काटते हैं। शायद ही ऐसा कोई हो, जिसे केक खाना नहीं पसंद हो। इन दिनों बाजार में कई अलग-अलग तरह के केक मिलने लगे हैं, जिसमें रंगबिरंगे केक, फोटो केक, आइस केक और कस्टमाइज केक शामिल हैं, जिसे लोग अपनी पसंद के अनुसार खरीदना पसंद करते हैं। लेकिन, हाल ही में केक को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
दरअसल कर्नाटक सरकार के खाद्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट आई है, जिसके अनुसार 235 केक के सैम्पल्स में से 12 सैम्पल ऐसे थे जिसमें हानिकारक केमिकल की पहचान की गई है, जो कैंसर का कारण बनते हैं। परीक्षण किए गए 235 केक सैंपल में से 12 केक में अल्लुरा रेड, सनसेट येलो एफसीएफ, पोंसेउ 4आर, टार्ट्राजिन और कार्मोइसिन जैसे आर्टिफिशियल रंग पाए गए, जो सभी में मौजूद थे और इनकी मात्रा निर्धारित सुरक्षा सीमा से काफी ज्यादा थी।
कैसे खतरनाक हैं बाजार में मिलने वाले ज्यादातर केक
ट्रांस-फैट्स का होता है इस्तेमाल

पैकेज्ड केक और बेक्ड प्रोडक्ट्स में ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है। यह फैट स्वस्थ शरीर के लिए बिलकुल भी सही नहीं होता है। ट्रांस-फैट्स के कारण दिल की बीमारियों और कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे केक खाने से शरीर में कई तरह की बीमारियाँ और समस्याएं पैदा होती है।
आर्टिफिशियल रंग और फ्लेवर हैं खतरनाक
बाजार में मिलने वाले अधिकांश केक में आर्टिफीशियल रंग और फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। जब लम्बे समय तक रंग वाले केक का सेवन किया जाता है तो इसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है और यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण भी बनता है।
हाइड्रोजेनेटेड तेल का होता है इस्तेमाल

केक को लम्बे समय तक ताज़ा और नरम बनाए रखने के लिए इसमें हाइड्रोजेनेटेड तेल का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे शरीर में ट्रांस-फैट्स का स्तर बढ़ता है। हाइड्रोजेनेटेड तेल के इस्तेमाल से शरीर में सूजन की समस्या हो सकती है। साथ ही यह दिल के लिए भी खतरनाक होता है।
शक्कर की मात्रा ज्यादा होती है
बाजार में बिकने वाले केक में शक्कर की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है। इनका ज्यादा सेवन करने से मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
स्वास्थ्य के लिए केक कैसे है नुकसानदायक
पाचन तंत्र होता है खराब

ज्यादातर केक में सिंथेटिक कलर्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। इसकी वजह से पेट दर्द, गैस, अपच और एलर्जी जैसी समस्याएं भी पैदा होती हैं। कई बार ये रंग आंतों की परत को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
एलर्जी और स्किन रिएक्शन का खतरा

आर्टिफिशियल रंग वाले केक से त्वचा पर चकते, खुजली, सूजन व रेडनेस की भी समस्या शुरू हो जाती है। दरअसल सनसेट येलो और कार्मोइसिन कलर एलर्जिक रिएक्शन के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं।
इम्यून सिस्टम होता है कमजोर
सिंथेटिक फूड कलर वाले केक से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिसकी वजह से वायरल, बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा काफी बढ़ जाता है।
मानसिक विकास में है रुकावट

कुछ सिंथेटिक कलर्स न्यूरोटॉक्सिन की तरह व्यवहार करते हैं, जो मानसिक विकास को धीमा करते हैं। इससे लोगों में सीखने-समझने की क्षमता कमजोर हो जाती है और याददाश्त पर भी बुरा असर पड़ता है।
