Joint Health Care in Winter: सर्दियों में ठंड के कारण जोड़ों में अकड़न और दर्द की समस्या बढ़ जाती है। इस मौसम में शरीर का ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे जोड़ों में जकड़न महसूस होती है। ऐसे में सही खानपान और सावधानी से इस दर्द से राहत पाई जा सकती है।
जोड़ों का दर्द आजकल सिर्फ बुजुर्गों की समस्या नहीं रह गया है। यह अब युवाओं, खासकर 30 से 40 की उम्र के लोगों में भी आम होता जा रहा है। घंटों तक कम्प्यूटर पर बैठकर काम करना, शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा और असंतुलित खानपान इस दर्द के प्रमुख कारण बन चुके हैं।
सर्दियों के मौसम में यह समस्या और बढ़ जाती है, क्योंकि ठंड के कारण रक्त संचार धीमा हो जाता है और मांसपेशियों में जकड़न बढ़ जाती है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो यह दर्द आगे चलकर गठिया या आर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी में भी बदल सकता है। अच्छी बात यह है
कि जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए हमेशा दवाओं पर निर्भर रहना जरूरी नहीं है। प्रकृति ने हमें ऐसे कई प्राकृतिक उपाय दिए हैं, जिनसे दर्द को कम किया जा सकता है और जोड़ों को स्वस्थ रखा जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे प्राकृतिक और घरेलू उपाय, जोड़ों के दर्द को दूर करने में मददगार हो सकते हैं।
प्राकृतिक दर्दनाशक है हल्दी
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन में एंटी- इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह जोड़ों में सूजन और अकड़न को कम करने में मदद करता है। एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर रात में सोने से पहले पिएं। चाहें तो सुबह खाली पेट हल्दी पानी या हल्दी वाली चाय
का सेवन करें।
अदरक दिलाएगा सूजन और जकड़न से राहत
अदरक भी प्राकृतिक रूप से सूजन कम करने वाला तत्व है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और मांसपेशियों को आराम देता है। अदरक को गर्म पानी में उबालकर उसकी चाय बनाएं और दिन में दो बार पिएं। अदरक का पेस्ट बनाकर जोड़ों पर हल्के हाथों से मालिश भी की जा
सकती है।
नींबू और शहद का मिश्रण
नींबू में विटामिन-सी होता है जो कोलेजन बनाने में मदद करता है। कोलेजन जोड़ों की लचीलापन के लिए बहुत जरूरी है। आधे नींबू का रस एक गिलास गुनगुने पानी में डालें। एक चम्मच शहद मिलाएं और सुबह खाली पेट पिएं।
सरसों का तेल और लहसुन से मालिश
लहसुन और सरसों के तेल का मिश्रण जोड़ों के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह मांसपेशियों में गर्मी लाता है और रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। मालिश के बाद गर्म पानी की सिकाई करें, इससे दर्द और सूजन कम होगी।
मेथीदाना ड्रिंक
मेथीदाना जोड़ों के दर्द को कम करने में बेहद असरदार साबित हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में सूजन को कम करते हैं। साथ ही, यह मसल्स और जोड़ों को मजबूत बनाने में भी मदद करता है, जिससे दर्द दोबारा होने की संभावना घट जाती है। एक
चम्मच मेथी दाना रात को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को छानकर पी लें।
योग और हल्का व्यायाम
हल्के योगासन और स्ट्रेचिंग से जोड़ों का लचीलापन बढ़ता है और दर्द कम होता है। ताड़ासन शरीर की मुद्रा ठीक रखता है। त्रिकोणासन रीढ़ और घुटनों के लिए अच्छा है। वहीं वज्रासन और भुजंगासन
भी जोड़ों की जकड़न दूर करते हैं।
ठंडी और गर्म सिकाई
गर्म सिकाई से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और जकड़न कम होती है, जबकि ठंडी सिकाई सूजन और जलन को कम करती है। अगर जोड़ों में सूजन है तो बर्फ की सिकाई करें। अगर दर्द पुराना है तो गर्म पानी की थैली या गर्म तौलिये से सिकाई करें।
डाइट और न्यूट्रिशन

आपका खानपान आपके जोड़ों के स्वास्थ्य की नींव है। इसलिए डाइट में ऐसी चीजें शामिल करें जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करें, जैसे-
ओमेगा-3 फैटी एसिड: मछली, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी के बीज सूजन कम करते हैं।
विटामिनसी: संतरा, नींबू, आंवला और शिमला मिर्च जोड़ों के लिए कोलेजन बनाते हैं।
कैल्शियम और विटामिन-डी: दूध, दही, पनीर और धूप हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
हरी सब्जियां: पालक, मेथी, ब्रोकली और सरसों का साग कैल्शियम व आयरन से
भरपूर होते हैं।
फाइबर युक्त भोजन: ओट्स, दालें और साबुत अनाज सूजन घटाने में सहायक हैं।
इनसे करें परहेज
जंक फूड, प्रोसेस्ड ऑयल, चीनी, रेड मीट और ज्यादा नमक वाले फूड्स से बचें। ये शरीर में सूजन और यूरिक एसिड बढ़ाते हैं, जिससे दर्द बढ़ता है।
सुबह की धूप लें

विटामिन-डी की कमी जोड़ों के दर्द का एक बड़ा कारण है। यह हड्डियों को मजबूत रखता है और कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। रोज सुबह 15-20 मिनट धूप में समय बिताएं।
जीवनशैली में करें ये बदलाव
मोटापा जोड़ों, खासकर घुटनों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। इसलिए वजन नहीं बढ़ने दें। लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठने से बचें। हर 30 मिनट में उठकर थोड़ा टहलें या स्ट्रेच करें। 7-8 घंटे की नींद मांसपेशियों को रिपेयर करती है और सूजन कम करती है। ध्यान और प्राणायाम शरीर में कोर्टिसोल स्तर घटाते हैं, जिससे सूजन और दर्द दोनों में कमी आती है।
सही फुटवियर पहनें
गलत जूते पहनने से आपके पैरों और जोड़ों पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। यह समस्या खासकर महिलाओं में ऊंची हील्स पहनने के कारण अधिक देखी जाती है। हमेशा नरम सोल वाले आरामदायक जूते पहनें। हील्स और स्लीपर से बचें, खासकर लंबे समय तक चलना हो तो।
इन हर्ब्स का करें इस्तेमाल
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक और प्राकृतिक जड़ी-बूटियां बेहद प्रभावी मानी जाती हैं। ये न सिर्फ सूजन और दर्द को कम करती हैं, बल्कि हड्डियों और मांसपेशियों को भी मजबूत
बनाती हैं।
अश्वगंधा
इसमें मौजूद ‘विथेनोलाइड्स’ तत्व दर्द और सूजन से राहत देते हैं। यह जोड़ों की लचक बढ़ाने और थकान दूर करने में भी कारगर है। रोजाना सुबह-शाम 1 चम्मच अश्वगंधा पाउडर गर्म दूध या पानी के साथ लें।
गुग्गुल
गुग्गुल का उपयोग सदियों से आर्थराइटिस और जोड़ों की सूजन को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है गुग्गुल की टैबलेट या पाउडर आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से लें।
निरगुंडी
इसके पत्तों का तेल जोड़ों पर लगाने से सूजन और दर्द दोनों में राहत मिलती है।
त्रिफला
त्रिफला शरीर से टॉक्सिन्स निकालकर जोड़ों में सूजन और कठोरता को कम करता है। रात को
सोने से पहले 1 चम्मच त्रिफला पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें।
एलोवेरा
एलोवेरा का जूस जोड़ों में सूजन को कम करता है और मांसपेशियों को राहत देता है। रोजाना सुबह खाली पेट 1/4 कप एलोवेरा जूस पिएं।
