Brown and White Sugar: कई बार अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुना जाता है कि भाई हम तो ब्राउन शुगर खाते हैं, हमने व्हीट शुगर बिल्कुल छोड़ दिया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि भला ब्राउन शुगर और व्हाइट शुगर में क्या अंतर है। तो इस आर्टिकल में हम ब्राउन शुगर और व्हाइट शुगर के बीच के अंतर को जानते हैं। ब्राउन शुगर और व्हाइट शुगर दोनों ही चीनी होते हैं, लेकिन इन दोनों में थोड़ा अंतर होता है।
Brown and White Sugar: ब्राउन शुगर

ब्राउन शुगर भी एक प्रकार की चीनी है, जो सामान्य चीनी से थोड़े गहरे या फिर हल्के भूरे रंग की होती है। इसे शक्कर की एक विशेष विधि से बनाया जाता है, जिसमें मोलासेज़ (गन्ने का रस) और शुगर का एक संयोजक मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। यह चीनी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, खाने की विभिन्न वस्तुओं और बेकरी उत्पादों में उपयोग किया जाता है। ब्राउन शुगर को साधारण चीनी से ज्यादा स्वस्थ और पोषक होने के कारण लोग इसे उपयोग करना पसंद करते हैं।
व्हाइट शुगर

व्हाइट शुगर या सफेद चीनी में उच्च कार्बोहाइड्रेट होता है जो शक्कर का सबसे सामान्य रूप होती है। यह सामान्यतः सफेद रंग की होती है। यह चीनी खाने की बहुत ही सामान्य चीज है, जिसे आमतौर पर मिठास के लिए व्यंजनों और मिठाइयों को बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। मोलासेज़ की वजह से ही दोनों चीनी में रंग का अंतर आता है।
ब्राउन शुगर में मौजूद हैं पोषक तत्व
व्हाइट शुगर या रिफाइंड शुगर एक प्रकार का कार्बोनेटेड शक्कर होता है, जो सफ़ेद रंग का होता है और यह चीनी के खनिजों को निकालने के बाद शुद्ध किया जाता है। इसमें विटामिन, मिनरल्स और फाइबर का भी अभाव होता है। दूसरी ओर, ब्राउन शुगर में मोलासेस को चीनी से नहीं निकाला जाता है, जिससे इसमें गहरा रंग और स्वाद होता है। इसके साथ ही, ब्राउन शुगर में विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की अधिक मात्रा होती है।
ब्राउन शुगर में पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और आयोडीन आदि पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। इसलिए, ब्राउन शुगर व्हाइट शुगर से थोड़ा बेहतर होता है क्योंकि यह थोड़ा अधिक पोषण संपन्न होता है। लेकिन, यह भी अधिक कैलोरी युक्त होता है इसलिए इसका उपयोग भी संयमित रूप से करना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त है ब्राउन शुगर

ब्राउन शुगर में अधिक मोलासेज़ के कारण व्हाइट शुगर से थोड़ा कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त होता है। ब्राउन शुगर में फाइबर होता है, जो पाचन स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है और वजन कम करने में मदद करता है। कुछ लोग इसे खाने के बाद अपने शरीर के वजन को कम करने के लिए अन्य मिठाइयों के साथ बदल देना पसंद करते हैं। इसके अलावा, इसे घरों में रसोई और बेकरी में भी इस्तेमाल किया जाता है।
व्हाइट शुगर का स्वाद मीठा होता है जो इसे अन्य मिठाइयों के लिए आकर्षक बनाता है। इसे भोजन और मिठाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, इसे चाय, कॉफ़ी और अन्य पेयों में भी मिलाया जाता है। व्हाइट शुगर का ज्यादातर हिस्सा सक्रिय तत्व होता है जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। व्हाइट शुगर में बहुत कम पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जैसे कि कैल्शियम, आयरन और पोटेशियम आदि।
