ऑटो ब्रीवेरी सिंड्रोम, बिना शराब पिए नशे में रहता है पीड़ित व्यक्ति: Auto Brewery Syndrome
Auto Brewery Syndrome

Auto Brewery Syndrome: अगर हम आपको कहें कि शराब या किसी भी मादक पदार्थ का सेवन किए बिना भी व्यक्ति नशे में चूर रहता है तो जाहिर है ये चौंकाने वाली बात होगी। पर ये हकीकत है, इसके पीछे का कारण कोई जादू नहीं बल्कि एक सिंड्रोम है, जिसे ऑटो ब्रीवेरी सिंड्रोम कहा जाता है। दरअसल, यह एक ऐसा सिंड्रोम है जिसमें इंसान बिना एल्कोहल का सेवन किए ही नशे में चूर रहता है। इस सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति की बॉडी में अपने आप ही एल्कोहल बनने लगता है।

इस सिंड्रोम की वजह से इंसान के सेंसेज भी ठीक से काम नहीं करते। कार्ब्स से भरी चीजों का सेवन करने से यह सिंड्रॉम ट्रिगर करता है। पिछले दिनों इस सिंड्रॉम का अमेरिका में एक मामला सामने आने की वजह से यह चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, अमेरिकी महिला को पुलिस ने ड्राइविंग करने के दौरान नशे की हालत में पकड़ा तो महिला ने अपनी सफाई में कहा कि उसने एल्कोहल नहीं ली है। महिला ऑटो ब्रीवेरी सिंड्रोम से पीड़ित थी। इस खबर के बाद इस सिंड्रॉम को लेकर लोग अवेयर हो रहे हैं और चर्चा कर रहे हैं कि आखिर इस बीमारी में क्या होता है, इसके लक्षण क्या हैं? इस आर्टीकल में हम इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं।

Auto Brewery Syndrome:फिजिकल और मेंटल हेल्थ

Auto Brewery Syndrome
Auto Brewery Syndrome Symptoms

यह बात तो सर्व विदत है कि अल्कोहल हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ दोनों के लिए सही नहीं है। लेकिन, जब बिना शराब पिए इंसान खुद को नशे में महसूस करेगा तो जाहिर है उसकी फिजिकल और मेंटल हेलथ दोनों ही सही नहीं रहेगी। ये सिंड्रॉम उन लोगों में देखने को मिलता है, जो बहुत टेंशन और डिप्रेशन में रहते हैं। इसकी वजह से उनमें बैलेंसिंग की समस्या भी देखने को मिलते हैं। वे लोग अपनी बॉडी पर भी काबू नहीं रख पाते।

NCBI की रिपोर्ट की मानें तो इस बीमारी की वजह से बॉडी में कार्बोहाइड्रेट एल्कोहल (इथेनॉल) का उत्सर्जन बढ़ जाता है। इस वजह से जब भी इस सिंड्रॉम से पीड़ित इंसान कार्ब्स का सेवन करता है तो उसकी बॉडी में इथेनॉल का लेवल ज्यादा हो जाता है। इसका साइड इफैक्ट यह होता है कि पीड़ित व्यक्ति की आंतों में यीस्ट जमा होने लगता है। इस वजह से आप जो भी खाना खाते हैं वह यीस्ट के साथ मिलकर एल्कोहल में बदल जाता है।

इसे पहचाने कैसे

Auto Brewery Syndrome Symptoms
Auto Brewery Syndrome Tips

किसी भी बीमारी को जांचने का सबसे बड़ा तरीका है कि आप उसके लिए अवेयर हों। अगर आपको बिना नशा किए ही नशा सा महसूस हो रहा है तो यह समय अलर्ट होने का है। एक्सपर्ट कहते हैं कि आप देखें कि आपको कुछ विशेष चीज खाकर ऐसा महसूस होता है या फिर हमेशा ही। नशे के साथ इस बीमारी की एक और पहचान है कि नींद बहुत ज्यादा आएगी। एक अजीब किस्म की सुस्ती, सिरदर्द और चक्कर की शिकायत भी उसे होगी। वो अपने में खोया-खोया सा रहेगा। बिना कुछ किए ही उसे बहुत थकावट महसूस होगी। कई बार इन डाइजेशन की समस्या भी इन मरीजों में देखने को मिलती है।

घबराने की जरुरत नहीं

आप सबसे पहले यह जान लें कि किसी भी बीमारी का इलाज घबराकर नहीं होता। जो लोग भी इस सिंड्रॉम का शिकार होते हैं उन्हें कार्बोहाइड्रेट नुकसान करता है। इस बीमारी से जूझ रहे लोगों को हिदायत दी जाती है कि वो चीनी कम खाएं। मरीजों को ब्रेड और पास्ता, सफेद चावल, रिफाइंड, आटा, आलू के चिप्स, कोल्ड-ड्रिंक्स, फलों के जूस का सेवन न करें। आप इस बात को याद रखें कि आप जितनी जल्दी समस्या को पहचानेंगे उतनी ही जल्दी उसे ठीक कर पाएंगे। इस बीमारी में दवाईयों के साथ-साथ आप परहेज को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते।