इस वायरस ने न केवल हमारी मानसिक सेहत को प्रभावित किया है बल्कि हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी घर रहने की वजह से काफी असर पड़ा है। हम कई महीनों तक घर रहने के कारण शारीरिक गतिविधियों में ज्यादा सक्रिय नहीं रह पाए। इसलिए इसकी वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत हमारे बुजुर्गो को हुई है। क्योंकि यदि हम कोई गतिविधि नहीं करते हैं तो हमारे जोड़ जाम हो जाते हैं और जिसकी वजह से बुजुर्गो को गठिया की समस्या भी हो सकती है। परंतु हम कुछ आयुर्वेदिक रेसिपीज को अपना कर इस समस्या से पीछा छुड़ा सकते हैं। 

लॉक डाउन की वजह से सभी के अंदर आलस, चिंता व टेंशन उत्पन्न हो गई है। इन सभी के कारण हमारे जोड़ों पर बहुत गहरा व नकारत्मक प्रभाव पड़ता है। आप की मसल्स पर प्रभाव पड़ने के कारण आप को गठिया भी हो सकता है। गठिया को ठीक करने के लिए आप को अपना बहुत ख्याल रखना होगा और समय समय पर इसका उपचार भी कराते रहना होगा। एक रिसर्च के दौरान जब से लॉक डाउन शुरू हुआ है तब से बहुत से लोग गठिया से पीड़ित हैं और वह अस्पतालों में जाने से भी डरते हैं क्योंकि उन्हें वायरस से संक्रमित होने का खतरा रहता है। 

इस समय आयुर्वेद के कुछ टिप्स का पालन करके करें अपने ओस्टियो अर्थराइटिस का इलाज

आप का खराब लाइफस्टाइल भी आप के गठिया का एक कारण हो सकता है। यदि आप समय से नहीं सोते हैं, बहुत ज्यादा ठंडी या गर्म चीजें खाते हैं, और यदि आप मानसिक रूप से भी अस्वस्थ हैं तो आप को गठिया होने की सम्भावना बहुत अधिक रहती है। अतः सबसे पहले आप को अपना लाइफस्टाइल सुधारना होगा। आयुर्वेद ने भी गठिया के उपचार हेतु बहुत सी रेमेडी बताई हैं जिन को आप स्वयं भी बना सकते हैं। 

  • पानी के एक कप में एक चम्मच मेथी मिलाएं और उसे पूरी रात के लिए रख दें। अगली सुबह इस को अच्छे से मिलाएं और पी लें। 
  • अदरक भी आप के गठिया के लिए एक उपचार होता है। आप या तो कच्चे अदरक को नमक के साथ खा सकते हैं या फिर उसका पेस्ट बना कर उसे खाएं। यदि आप को ऐसे अदरक खाना पसंद नहीं है तो आप इसे अपनी सब्जी आदि में मिला सकते हैं। 
  • शल्लकी का प्रयोग भी आप अपने जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए कर सकते हैं। आप अपने जोड़ों पर इस के एसेंशियल ऑयल से मालिश भी कर सकते हैं। आप चाहे तो इसे प्राकृतिक रूप में ले सकते हैं अन्यथा आप इसकी केमिकल पिल्स भी ले सकते हैं। 
  • इसके अलावा यदि आप अपने घुटनों का या जोड़ों का प्रयोग धीरे धीरे करते रहेंगे तो भी आप को दर्द में राहत मिलेगी। अर्थात् आप को हमेशा रेस्ट ही नहीं करते रहना है नहीं तो आप के जोड़ जाम हो जाएंगे और आप की हालत और भी खराब हो सकती है। इसलिए आप चाहे तो जोड़ों की कोई एक्सरसाइज भी कर सकते हैं परन्तु एक्सरसाइज करते समय आप को बहुत ध्यान रखना होगा। कहीं आप स्वयं को चोट न पहुंचा लें।

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