प्रकृति आधारित डिटॉक्स
Lungs Strengthening Superfoods: फल, जूस और हरी सब्जियां ज्यादा खाएं और डाइट में हल्दी वाला दूध और अदरक की चाय शामिल करें, यह प्राकृतिक डिटॉक्स के रूप में काम करते हैं।
प्रतिदिन हम लाखों सूक्ष्म कणों और विषाक्त गैसों को सांस के जरिए अपने शरीर में लेते हैं। ये प्रदूषक हमारे फेफड़ों की कार्यक्षमता को तो कम करते ही हैं, साथ ही कई तरह के श्वसन रोगों का कारण भी बनते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि प्रदूषण से होने वाले नुकसान को पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, लेकिन उसका असर कम जरूर किया जा सकता है। इसके लिए शरीर को ऐसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है जो फेफड़ों को मजबूत करें, सूजन कम करें और शरीर की प्राकृतिक सफाई को बढ़ावा दें। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो अंदर से हमारी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करके फेफड़ों की सुरक्षा करते हैं। यहां ऐसे ही 15 सुपरफूड्स का विवरण है, जिनका नियमित सेवन करके आप प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।
1.सेब
सेब में पाए जाने वाले क्वेरसेटिन और केलिन जैसे प्लांट रसायन फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं और सांस लेने की समस्याओं को कम करते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फेफड़ों की कोशिकाओं को सुरक्षित रखते हैं और सूजन को कम करते हैं। रोज एक सेब खाने से आप लंबे समय तक फेफड़ों की सेहत बनाए रख सकते हैं।
2.केला

केला विटामिन बी6 और पोटैशियम से भरपूर होता है। यह सांस लेने में मदद करता है और
फेफड़ों की मांसपेशियों को सुचारू रूप से कार्य करने में सहायता करता है। नियमित रूप
से केला खाने से सांस फूलने और थकावट से राहत मिलती है।
3.गाजर
बीटा कैरोटीन से भरपूर गाजर, फेफड़ों को पर्यावरण के विषाक्त तत्वों से होने वाले नुकसान से बचाती है। गाजर में मौजूद विटामिन ए फेफड़ों को साफ रखने में मदद करता है और संक्रमण को रोकता है।
4.लौंग
लौंग में एंटीमाइक्रोबियल और एक्सपेक्टोरेंट गुण होते हैं, जो गले में जमा बलगम को ढीला
करते हैं और श्वसन मार्ग को साफ करते हैं। बाहर निकलने से पहले एक लौंग मुंह में
रखकर चूसने से श्वसन नलिकाओं को प्रदूषण से राहत मिलती है।
5.सीताफल
सीताफल विटामिन बी6 का उत्कृष्ट स्रोत है, जो ब्रोंकियल सूजन को कम करता है और
प्रदूषण से होने वाले श्वसन समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। इसे सर्दियों में अवश्य
खाएं।
6.अलसी के बीज
ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइटोएस्ट्रोजन से भरपूर अलसी शरीर में सूजन को कम करने
का कार्य करती है। यह एलर्जी प्रतिक्रियाओं को भी नियंत्रित रखती है, जिससे फेफड़ों की
सूजन कम होती है।
7.लहसुन
लहसुन में अलिसिन नामक पदार्थ होता है जो रक्त प्रवाह को सुधारकर फेफड़ों में ऑक्सीजन
की आपूर्ति बढ़ाता है। यह प्रदूषण के कारण होने वाले फेफड़ों के उच्च रक्तचाप को कम
करता है और फेफड़ों को अंदर से मजबूत बनाता है।
8.अदरक
अदरक का सेवन करने से फेफड़ों में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद
मिलती है। इसमें मौजूद जिंजरोल्स सूजन को कम करते हैं और श्वसन तंत्र को साफ करते
हैं।
9.अंगूर
अंगूर में उपलब्ध रेस्वेराट्रोल फेफड़ों की कोशिकाओं को सूजन से बचाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इस फल का सेवन बढ़ते प्रदूषण के बीच बेहद फायदेमंद है।
10.ग्रीन टी
ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफिनॉल शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं और फेफड़ों
की सेहत को बेहतर करते हैं। सुबह और शाम एक कप ग्रीन टी आपकी फेफड़ों की सफाई में
मदद करती है।
11.आंवला
आंवला विटामिन सी से भरपूर है जो फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है। इसे
कच्चा, जूस या मुरब्बा के रूप में खाया जा सकता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को
भी मजबूत करता है।
