Air pollution : वायु प्रदूषण से बचाएं अपने फेफड़ों को

दिवाली के बाद प्रदूषण की समस्या विकराल रूप ले लेती है, ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखकर आप अपने फेफड़ों को सुरक्षित रख सकते हैं, जिनके बारे में बता रही हैं कविता देवगन।

इन दिनों प्रदूषण काफी अधिक बढ़ रहा है, जिसे सोच के ही हम काफी चिंतित हो रहे हैं। हवा की गुणवत्ता रोज-रोज और अधिक खराब होती जा रही है जिससे हमारा स्ट्रेस लेवल काफी बढ़ता जा रहा है। इस प्रदूषण और धूल-मिट्टी से जो अंग सबसे अधिक प्रभावित होता है वह है हमारे फेफड़े।
जो विषैले पदार्थ हम सांस लेते समय अंदर ले आते हैं वह हमारे फेफड़ों में फंसते हैं, जिससे श्वसनतंत्र और कार्डियक स्ट्रेस बढ़ जाता है। आप वातावरण के प्रदूषण को कम करने के लिए तो कुछ नहीं कर सकते हैं लेकिन अपने फेफड़ों को मजबूत करने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं-

जंक फूड की बजाय खूब खाएं फल

अगर आप रोजाना अपने भोजन का तीसरा भाग फलों से भरपूर रखते हैं तो आप अस्थमा जैसी बीमारियों से बच सकते हैं। आपके फेफड़े भी मजबूत हो सकते हैं। आप सेब खा सकते हैं। सेब में फ्लेवनॉइड होते हैं, जो आपके फेफड़ों के रुके हुए वायु मार्ग को खोल कर आपको सांस लेने में मदद कर सकते हैं।

विटामिन-सी भी है फायदेमंद

विटामिन-सी में एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आपको वातावरण के टॉक्सिंस से बचाते हैं। विटामिन-सी के कुछ और अच्छे ऑह्रश्वशन मे आंवला और रोजाना दो संतरे शामिल हैं। इसके अलावा आप अमरूद, शिमला मिर्च और कीवी को भी खा सकते हैं।

पोटैशियम से भरपूर फलोंका भी सेवन करें

अगर आपके शरीर में पोटैशियम की मात्रा कम होती है तो भी आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है, इसलिए पोटैशियम से भरपूर फलों का भी जरूर सेवन करें। केला, नारियल का पानी इसके अच्छे उदाहरण हैं। इसके अलावा आपको अंगूर और पीनट भी जरूर खाने चाहिए। यह आपके शरीर को इंफ्लेमेशन से बचाते हैं और आपके फेफड़ों को वातावरण के प्रदूषण से लड़ने के लिए
तैयार बनाते हैं। इस मौसम के लिए अनानास भी एक अच्छा ऑह्रश्वशन है, उसमें मौजूद तत्त्व आपके लीवर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करने में मदद करते हैं।

अपने वजन को नियंत्रण में रखें

अगर आपका वजन अधिक है तो इसका अर्थ है आप एक स्वस्थ व्यक्ति के मुकाबले अधिक हवा को अंदर ले जा रहे हैं। इससे आपके अंदर प्रदूषण के कारण हवा में मौजूद होने वाले हानिकारक टॉक्सिंस जैसे- ओजोन, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, अमोनिया, सल्फर डाइऑक्साइड आदि अंदर चले जाते हैं। इसलिए आपको अपने वजन को नियंत्रण मे करने के लिए प्रयास करने चाहिए। इससे
आपके फेफड़ों को लाभ मिलेगा।

कुछ अन्य टिह्रश्वस

अदरक इस समय के लिए एक अच्छा विकल्प है। अदरक हवा में मौजूद पॉल्यूटेंट से आपको बचाने में मदद करता है और अगर यह आपके शरीर में आ भी जाते हैं तो भी अदरक उन्हें आपके वायु मार्ग से बाहर निकालने में मदद करता है।

आपको सुबह-सुबह अपने जूस में पुदीने को मिला लेना है और साथ ही ऑमलेट जैसे नाश्ते में ओरीगैनो को छिड़क लें। इनमें ऐसे तत्त्व होते हैं, जो आपके बंद नाक को खोल सकते हैं और अत्यधिक छींक आदि से भी आपको निजात दिला सकते हैं। आपको प्रदूषण के मौसम में हमेशा अपनी जीभ के नीचे एक लौंग रखना चाहिए।

खासकर जब जब आप घर से बाहर जा रहे हों। लौंग आपके खाने की नली और गले में जमने वाले बलगम को साफ करने में मदद करता है। यह आपको रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से भी बचाती है। आप चाहें तो लौंग की चाय बना कर भी पी सकते हैं। घर की भीतरी हवा को नियंत्रित रखने के लिए पौधे लगाएं, जो प्रदूषित हवा को साफ करते हैं, जैसे- एलोवेरा, मनीह्रश्वलांट आदि।

वायु प्रदूषण से बचने के लिए उपयुक्त मास्क का उपयोग करें, जो फिट भी हो और आरामदायक भी ताकि प्रदूषित हवा सांस के भीतर ना जा सके। अभी कुछ दिनों के लिए बाहर निकलने से परहेज़ करें और अपने फेफड़ों को बचाने के लिए इन सब टिह्रश्वस का प्रयोग करें।

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