Diet for High BP
Diet for High BP

Diet for High BP: ब्लड प्रेशर, आज के समय में एक बहुत ही आम लेकिन खतरनाक हेल्थ प्रॉब्लम बन चुका है। भागदौड़ भरी ज़िंदगी, स्ट्रेस ,असंतुलित खानपान और एक्सर्साइज़ की कमी इसकी असली वजहें हैं। अगर इसे समय रहते न रोका जाए, तो यह हार्ट प्रॉब्लम्स ,स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

अच्छी बात यह है कि हम अपने लाइफ स्टाइल और भोजन में बदलाव करके हाई बीपी को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। खासतौर पर कुछ खास फूड आइटम्स ऐसे हैं जो बीपी को नॉर्मल रखने में मदद करते हैं। ये फूड्स न केवल हेल्दी होते हैं, बल्कि शरीर को न्यूट्रीशन देने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को बैलन्स करने का भी काम करते हैं।

इस लेख में हम आपको ऐसे बेहतरीन और आसानी से उपलब्ध होने वाले फूड आइटम्स के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप हाई बीपी से राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कौन-से हैं ये फूड्स जो बन सकते हैं आपकी सेहत के सच्चे साथी।

चुकंदर

चुकंदर एक ऐसा सुपरफूड है जो हाई बी पी को कम करने में बेहद असरदार होता है। इसमें नाइट्रेट्स की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाते हैं। यह नाइट्रिक ऑक्साइड ब्लड वैसेल्स को फैलाने का काम करता है, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है और बीपी कंट्रोल रहता है। चुकंदर को आप जूस के रूप में या उबालकर सलाद में शामिल कर सकते हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करने के साथ-साथ खून को साफ भी करता है। स्वाद में हल्का मीठा और शरीर के लिए बेहद फायदेमंद चुकंदर को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।

केला

केला एक सस्ता, स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फल है जो हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसमें पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में सोडियम के प्रभाव को बैलन्स करने का काम करता है। सोडियम की अधिकता ब्लड प्रेशर बढ़ाने का कारण बनती है, लेकिन पोटैशियम इसके प्रभाव को कम करके बीपी को नॉर्मल रखने में सहायक होता है। केले को आप नाश्ते में, स्मूदी में या ऐसे ही खा सकते हैं। यह न केवल एनर्जी देता है बल्कि दिल को स्वस्थ रखने में भी सहायक है।

लहसुन

लहसुन को आयुर्वेद में मेडिसन के रूप में रखा गया है। यह एक ऐसा घरेलू नुस्खा है जो सदियों से हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए उपयोग किया जाता रहा है। लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक तत्व ब्लड आर्टरीस को चौड़ा करता है, जिससे ब्लड सरकुलेशन बेहतर होता है और ब्लड प्रेशर कम होता है। सुबह खाली पेट एक या दो कच्ची लहसुन की कलियां चबाने से बहुत लाभ होता है। आप चाहें तो इसे अपने खाने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर को अनेक बीमारियों से बचाता है। नियमित रूप से लहसुन का सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल पाया जा सकता है।

ओट्स

ओट्स एक हल्का और फाइबर से भरपूर अनाज है जो हाई बीपी वाले लोगों के लिए बेहतरीन ऑप्शन है। इसमें घुलनशील फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होता है। ओट्स के सेवन से शरीर में अतिरिक्त फैट नहीं बढ़ता और यह पाचन क्रिया को भी बेहतर बनाता है। आप ओट्स को दूध, फलों या ड्राय फ्रूट्स के साथ मिलाकर नाश्ते में ले सकते हैं। यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और बार-बार भूख लगने से भी बचाता है। रोजाना ओट्स का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को स्थिर करने में मदद करता है I

टमाटर

टमाटर हर घर की रसोई में आसानी से उपलब्ध एक ऐसा फल है जो पोषण से भरपूर होता है। इसमें लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो बीपी को कम करने में मदद करता है। टमाटर का नियमित सेवन हृदय को मजबूत बनाता है और ब्लड फ्लो को बेहतर करता है। आप इसे सलाद में, जूस के रूप में या सब्जी में पका कर खा सकते हैं। इसमें विटामिन C, पोटैशियम और फोलेट जैसे तत्व भी होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में लाभदायक हैं। टमाटर का सेवन स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य का भी ख्याल रखता है, इसलिए इसे डाइट में जरूर शामिल करें।

पालक

पालक एक बेहद पौष्टिक हरी पत्तेदार सब्ज़ी है, जो हाई बीपी से राहत दिलाने में अहम भूमिका निभाती है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम और फोलेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। पालक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स ब्लड आर्टरीस का लचीलापन बनाए रखते हैं, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है। पालक को आप सूप, पराठे, सब्ज़ी या स्मूदी के रूप में आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। यह आयरन से भरपूर होता है जो ब्लड क्वालिटी को सुधारता है और थकान भी दूर करता है। रोज़ाना पालक का सेवन हाई बीपी मरीजों के लिए फायदेमंद है।

डार्क चॉकलेट

अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं, तो डार्क चॉकलेट आपके लिए एक अच्छी चॉइस हो सकती है। इसमें फ्लैवोनॉइड्स नामक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड आर्टरीस को फैलाने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि ध्यान रहे कि आप बहुत अधिक मात्रा में न खाएं – दिन में एक छोटा टुकड़ा डार्क चॉकलेट काफी होता है। सुनिश्चित करें कि चॉकलेट में 70% या उससे अधिक कोको हो। यह तनाव कम करने और मूड बेहतर बनाने में भी कारगर है, जिससे ब्लड प्रेशर स्वाभाविक रूप से संतुलित रहता है। संतुलित मात्रा में डार्क चॉकलेट का सेवन, स्वाद और सेहत दोनों का ख्याल रखता है।

दही

दही एक ठंडा, स्वादिष्ट और सेहतमंद विकल्प है जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। इसमें कैल्शियम, पोटैशियम और अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक्स) होते हैं जो पाचन क्रिया सुधारते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। दही का नियमित सेवन शरीर में नमक की मात्रा को संतुलित करता है, जिससे रक्तचाप सामान्य बना रहता है। हाई बीपी वालों को नमकीन या मीठी लस्सी के बजाय सादा या थोड़ा सा भुना जीरा डालकर दही खाना चाहिए। दही शरीर को ठंडक पहुंचाता है और मानसिक तनाव को भी कम करता है। इसे दोपहर के भोजन में शामिल करना सबसे अच्छा विकल्प है।

अलसी के बीज

अलसी के बीज (फ्लैक्ससीड्स) देखने में तो छोटे होते हैं, लेकिन इनके फायदे बहुत बड़े हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और लिगनन जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो बीपी को संतुलित करने में मदद करते हैं। अलसी के बीज शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और ब्लड आर्टरीस को मजबूत बनाते हैं। आप इन्हें पीसकर सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं या दही, ओट्स या स्मूदी में मिलाकर खा सकते हैं। रोजाना 1-2 चम्मच अलसी के बीजों का सेवन हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह एक सरल लेकिन असरदार तरीका है अपने दिल को सुरक्षित रखने का।

तरबूज

तरबूज गर्मी का एक ऐसा फल है जो न केवल शरीर को हाइड्रेट करता है बल्कि हाई बीपी से राहत देने में भी मदद करता है। इसमें अमीनो एसिड सिट्रुलीन पाया जाता है, जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ाता है और ब्लड आर्टरीस को फैलाता है। इससे ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे कम होने लगता है। तरबूज में पानी की मात्रा अधिक होती है, जिससे यह डिहाइड्रेशन से भी बचाता है – जो एक और हाई बीपी का कारण हो सकता है। गर्मियों में रोज़ाना एक कटोरी तरबूज खाना न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि आपके दिल के लिए भी फायदेमंद है। यह वेट कंट्रोल रखने में भी मदद करता है।

मेरा नाम दिव्या गोयल है। मैंने अर्थशास्त्र (Economics) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हूं। लेखन मेरे लिए सिर्फ एक अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं, बल्कि समाज से संवाद का एक ज़रिया है।मुझे महिला सशक्तिकरण, पारिवारिक...