बच्चों का जंक फूड्स की तरफ बढ़ता हुआ आकर्षण पैरेंट्स खासतौर पर मम्मियों के लिए चिंता का विषय बन जाता है। वो हमेशा इसी जुगत में लगी रहती हैं कि ऐसा क्या किया जाए कि बच्चे जंक फूड्स खाने की जगह हैल्दी फूड्स खाएं। कोरोना वायरस के प्रभाव से पूरी दुनिया परेशान है।  सभी जगह लॉकडाउन कर दिया गया है।  सारे स्कूल बंद कर दिए गए हैं और बच्चे घर पर ही हैं। लॉकडाउन में पैरेंट्स के मन में एक और चिंता इस बात की है कि यदि यही सिचुएशन रहेगी तो बच्चों को जंक फूड्स और उनका पसंदीदा बर्गर ,पिज़्ज़ा कैसे मिलेगा और बच्चे ठीक से खाना बभी नहीं खा पाएंगे। लेकिन आप इस लॉकडाउन की कंडीशन में बच्चों के जंक फ़ूड खाने की हैबिट पर भी रोक लगा सकते हैं। तो आइए आपको बताते हैं कुछ कारगर टिप्स –

बच्चों को लॉकडाउन के बारे में बताएं 

हालांकि बच्चे देश में होने वाली सभी बातों से  बेखबर होते हैं लेकिन उन्हें कभी -कभी न्यूज़ भी दिखाएं और देश में कोरोना की वजह से होने वाली लॉकडाउन की स्थिति के बारे में बताएं। बच्चों को बताएं कि जंक फ़ूड उनकी हेल्थ के लिए नुकसानदेह है इसलिए घर का खाना खाएं और हेल्थ बनाएं। 

गरीब बच्चों का दें उदाहरण 

बच्चों को उन बच्चों का उदाहरण देकर समझाएं जो गरीबी की वजह से ठीक से खाना नहीं खा पाते हैं। ऐसे बच्चों के बारे में बताकर अपने बच्चे की जंक फ़ूड खाने की आदत में सुधार ला सकते हैं साथ ही उन्हें खाना वेस्ट करने की आदत से भी छुटकारा दिला सकते हैं। 

बच्चों की जिद को करें नज़रअंदाज़ 

अक्सर हम बच्चे की हर एक बात मानने के चक्कर में उनकी गलत डिमांड भी पूरी कर देते हैं ऐसे में  बच्चे ज्यादा डिमांडिंग हो जाते हैं। जब उनकी जिद पूरी नहीं होती तब वो बहुत जिद्दी हो जाते हैं। पैरेंट्स को चाहिए कि बच्चों की जिद को नज़रअंदाज  करें क्योंकि बच्चों की जिद पूरी करना न तो उनकी हेल्थ के लिए अच्छा है और न ही आप ऐसी सिचुएशन में उनकी जिद पूरी करने में सक्षम हैं। 

कुछ नई रेसिपीज़ ट्राई करें 

बच्चों के लिए घर पर ही कुछ नया बनाने की कोशिश करें। क्योंकि आपके पास भी बच्चों के लिए समय है और बच्चे भी धीरे-धीरे इस बात को समझने लगे हैं कि कुछ दिनों तक बाहर का खाना नहीं मिलेगा। इसलिए वो आपकी बनाई नई  डिश जरूर ट्राई करेंगे। 

 

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