Modular Kitchen इंस्टॉल करते समय रखें इन बातों का ध्यान
मॉड्यूलर किचन ट्रेंडी किचन डिज़ाइन है और सुविधाजनक होने का कारण इसका चलन जोरों पर हैं।
Modular Kitchen Design Tips: लेआउट, कैबिनेट, पुल-आउट, काउंटरटॉप्स – यदि यह पहली बार है जब आप अपने घर के लिए एक मॉड्यूलर किचन डिजाइन कर रहे हैं, तो आपके दिमाग में जाने ये शब्द आते हैं। आज के समय में मॉड्यूलर किचन ट्रेंड है और ट्रेंड होने की वजह इसके कारण मिलने वाली सुविधा है। मॉड्यूलर किचन तैयार कराने या इंस्टॉल कराने के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी हैं। यहां ऐसी 8 बातें बताई गई है जो कि आपको मॉड्यूलर किचन डिजाइन के समय याद रखनी चाहिए।
स्पेस डिफाइन करें

स्पेस कई मायनों में फर्क पैदा करता है लेकिन उस स्पेस का सही इस्तेमाल किया जाए तो कमाल हो सकता है। मॉड्यूलर किचन का डिजाइन आपके किचन एरिया में उपलब्ध जगह के प्रकार पर बहुत कुछ निर्भर करता है। जैसे कि यदि जगह छोटी है, तो एक पैरेलल या स्ट्रेट किचन सबसे अच्छे विकल्प के रूप में काम करेगी, नहीं तो जगह तंग दिखेगी। एल, यू-शेप या आईलैंड किचन बड़े स्पेस के लिए कर सकते हैं।
स्टोरेज कैपेसिटी

किचन में स्टोरेज कैपिसिटी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ड्रॉर, शेल्फ कैबिनेट या टॉल यूनिट्स का प्लान बनाने के लिए स्टोरेज से जुड़ी जरूरतों का एनालिसिस करना चाहिए। स्टोरेज कैपेसिटी का इस्तेमाल पैटर्न पर बहुत कुछ निर्भर करता है, अब भले ही आप साप्ताहिक, मासिक रूप से किराने का सामान भरते हों। यदि आपके परिवार में बुजुर्ग सदस्य हैं, तो पुल आउट/ड्रॉर सुविधाजनक और ऑपरेट करने में आसान होने चाहिए। स्टोरेज कैपेसिटी के लिए आप पेंट्री भी तैयार कर सकते हैं ताकि आपके कबर्ड में जरूरी चीजें आ सकें।
मटेरियल की समझ

चूंकि यह किचन की लंबी उम्र को निर्धारित करता है, काउंटर-टॉप सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जिस पर आपको ध्यान देने की जरूरत है। काउंटर टॉप के लिए मटेरियल (ग्रेनाइट, मार्बल या इंजीनियर्ड स्टोन) का चुनाव आपके घर में किए जाने वाले खाना पकाने के प्रकार पर निर्भर करता है।
किचन अप्लायंस की जगह

किचन के डिजाइन-फेज के दौरान किचन अप्लायंसेस का चयन करें ताकि उन्हें उनके सटीक आकार के अनुसार लेआउट के भीतर लगाया किया जा सके। सभी अप्लायंसेस के लिए पर्याप्त प्लग प्वाइंट रहे। टॉप-कम-चिमनी यूनिट की स्थिति को अंतिम रूप दें और हाई संक्शन पॉवर वाली चिमनी चुनें ताकि यह गंध को खत्म कर सके और धुंए से मुक्त स्थान बना सके।
कलर का ख्याल

एक कलर चुनें या कॉन्ट्रास्ट के साथ दो-टोन कलर स्कीम चुनें। किचन कैबिनेट्स के लिए मैट फिनिश पर विचार करें क्योंकि ग्लॉसी फिनिश आसानी से फिंगर प्रिंट और स्मज दिखाती है।
वेंटीलेशन और सेफ्टी
आपके किचन स्पेस की प्लानिंग करते समय वेंटीलेशन और सेफ्टी का ध्यान रखना जरुरी है। बड़ी खिड़कियों की सलाह दी जाती है। अगर डिजाइन या स्पेस एक चुनौती है, तो पर्याप्त चिमनी या एग्जॉस्ट एक प्रभावी विकल्प हो सकता है।
सीलिंग लाइटनिंग

सीलिंग लाइटनिंग किचन की सामान्य रोशनी के लिए जिम्मेदार है, लेकिन ओवरहेड कैबिनेट से छाया पड़ती है और काउंटरटॉप पर अंधेरा महसूस होता है। काउंटरटॉप को रोशन करने के लिए अंडर-कैबिनेट लाइटिंग की सलाह दी जाती है, ताकि भोजन तैयार करने और खाना पकाने के लिए पर्याप्त रोशनी हो।