Summary: अगर आप अचार के फैन हैं, तो गोभी का अचार जरूर ट्राई करें
अगर आप अचार खाने के शौकीन हैं और नए स्वाद आज़माना पसंद करते हैं, तो गोभी का अचार आपके लिए परफेक्ट है। यह टेस्टी, मसालेदार और बनाने में आसान है।
Gobhi Ka Achar Recipe: सर्दी का मौसम आते ही भारतीय घरों में अचार बनाने की धूम मच जाती है। गाजर, मूली, हरी मिर्च और नींबू के अचार के साथ-साथ, गोभी का अचार भी एक ऐसा ही स्वादिष्ट और लोकप्रिय विकल्प है जो खाने का स्वाद दोगुना कर देता है। गोभी का अचार बनाना बेहद आसान है और इसे बनाकर आप सर्दियों के कई दिनों तक अपने भोजन का लुत्फ उठा सकते हैं। आज हम आपके लिए लाए हैं गोभी का अचार बनाने की एक आसान विधि, जिसे हर कोई बना सकता है।

Gobhi Ka Achar
Ingredients
Method
- सबसे पहले, फूलगोभी को अच्छी तरह से धो लें। फिर इसे छोटे-छोटे फ्लोरेट्स में काट लें। एक बड़े बर्तन में पानी गरम करें और उसमें थोड़ा नमक डालें। जब पानी उबलने लगे, तो कटे हुए गोभी के फ्लोरेट्स को उसमें डालकर 2-3 मिनट के लिए उबालें। हमें गोभी को पूरी तरह से पकाना नहीं है, बस उसे थोड़ा नरम करना है और उसकी कच्ची गंध दूर करनी है। यह प्रक्रिया गोभी को अचार के लिए तैयार करती है और उसमें मसालों को बेहतर तरीके से घुसने में मदद करती है।

- गोभी को उबालने के बाद तुरंत छलनी में निकालकर ठंडे पानी से धो लें ताकि पकने की प्रक्रिया रुक जाए। अब सबसे महत्वपूर्ण कदम है गोभी को पूरी तरह सुखाना फ्लोरेट्स को साफ सूती कपड़े पर फैलाएं और 4–5 घंटे तक धूप में या पंखे के नीचे सुखाएं। गोभी पूरी तरह सूखी होनी चाहिए, क्योंकि थोड़ी भी नमी अचार में फंगस लगने और खराब होने का कारण बन सकती है, इसलिए इस कदम पर कोई समझौता न करें।

- अब अचार के लिए मसालों को तैयार करते हैं। एक कड़ाही में पीली सरसों, मेथी दाना और सौंफ को धीमी आंच पर हल्का भून लें। इन्हें तब तक भूनें जब तक उनमें से हल्की खुशबू न आने लगे। ध्यान रखें कि मसालों को ज्यादा न भूनें, वरना वे कड़वे हो सकते हैं। भूनने के बाद, इन्हें ठंडा होने दें और फिर दरदरा पीस लें। हमें इनका बारीक पाउडर नहीं बनाना है, बल्कि थोड़ा दरदरा रखना है ताकि अचार में मसालों का स्वाद और बनावट बनी रहे।

- एक दूसरी कड़ाही या पैन में सरसों का तेल गरम करें। सरसों के तेल को तब तक गरम करें जब तक उसमें से धुआं निकलने न लगे। यह तेल की तीखी गंध को दूर करने में मदद करता है। एक बार जब तेल गरम हो जाए, तो गैस बंद कर दें और इसे थोड़ा ठंडा होने दें। हमें तेल को इतना ठंडा करना है कि वह हल्का गरम रहे, लेकिन इतना गरम न हो कि मसाले जल जाएं।

- जब तेल थोड़ा ठंडा हो जाए, तो उसमें हींग डालें। हींग को तेल में डालने से उसकी खुशबू पूरे अचार में फैल जाती है और यह पाचन में भी मदद करता है। इसके बाद, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, दरदरे पिसे हुए मसाले (सरसों, मेथी, सौंफ), कलौंजी, नमक, कद्दूकस किया हुआ अदरक और बारीक कटा हुआ लहसुन (यदि उपयोग कर रहे हैं) और हरी मिर्च (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालें। सभी मसालों को अच्छी तरह से मिलाएं। तेल की गर्मी में मसाले हल्के से पक जाते हैं और उनकी खुशबू और स्वाद और भी बढ़ जाता है।

- अब सूखी हुई गोभी को मसाले वाले तेल में डालें। गोभी को मसालों के साथ अच्छी तरह से मिलाएं, ताकि हर एक गोभी के टुकड़े पर मसाला अच्छी तरह से लग जाए। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि मसाला गोभी के हर कोने तक पहुंचे, ताकि अचार का स्वाद हर टुकड़े में समान रूप से आए।

- जब अचार तैयार हो जाए, तो इसे एक साफ, सूखे और एयरटाइट कांच के जार में भरें। जार को पूरी तरह से भरने से बचें, क्योंकि अचार को धूप में रखने पर उसमें थोड़ी जगह होनी चाहिए। जार को एक साफ कपड़े से ढक दें और इसे 3-4 दिनों के लिए धूप में रखें। हर दिन एक बार अचार को हिलाते रहें ताकि सभी मसाले अच्छी तरह से मिल जाएं और अचार समान रूप से पक जाए। धूप में रखने से अचार का स्वाद और भी बढ़ जाता है और यह लंबे समय तक सुरक्षित रहता है।

Notes
कुछ अतिरिक्त टिप्स
- गोभी का आचार बनाने के लिए सबसे पहले गोभी पूरी तरह सूखी होनी चाहिए ताकि अचार में नमी न रह जाए और फंगस न लगे।
- ताजे मसाले इस्तेमाल करें क्योंकि पुराने मसाले अचार का स्वाद फीका कर सकते हैं।
- सरसों का तेल सही तापमान पर डालें, जिससे मसालों की खुशबू अच्छी तरह बाहर आए और अचार का स्वाद बढ़े।
- नमक की मात्रा संतुलित रखें, ज्यादा नमक अचार को खट्टा कर सकता है और कम नमक से जल्दी खराब हो सकता है।
- अचार हमेशा साफ, सूखे और एयरटाइट कंटेनर में रखें।
- तैयार अचार को कुछ घंटे धूप में रखने से मसालों का स्वाद गहराता है और अचार जल्दी जमता है।







